- भीख मांग कर बेटे व खुुद का गुजारा किया करती थी महिला।
- चोटी कटवा अफवाह मे आक्रोशित भीड़ की शिकार हुई महिला की मृत्यु के बाद 42 नामजदों के साथ ढाई हजार अज्ञात पर मुकदमा ।
दुमका (अमरेन्द्र सुमन) झारखण्ड की उप राजधानी दुमका सहित साहेबगंज व गोड्डा जिले में चोटी काटने की घटनाएँ लगातार जारी हैं। जहाँ एक ओर इसे एक अपराध के रूप में देख रहे हैं, वहीं दूसरी ओर अफवाह / अंधविश्वास के वशीभूत उठाया गया कदम यह माना जा रहा है । विदित हो, चोटी काटने के अफवाह मेें बीते दिनों साहेबगंज में एक महिला की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। इतना ही नहीं पुलिस पर भी हमला किया गया था। इस मामले पर साहेबगंज पुलिस प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए संदेह के आधार पर 42 नामजदों सहित तकरीबन ढाई हजार अज्ञात के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया है । नागेश्वर चौधरी के बयान पर 17 नामजद और ढाई हजार अज्ञात और राजमहल अनुमंडल पदाधिकारी चिंटू दोराईबुरु के बयान पर सरकारी कार्य में बाधा एवं पुलिस बल पर पथराव के आरोप में 25 नामजद एवं ढाई हजार अज्ञात पर केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने कड़ाई दिखाते हुए दोषियों को पकड़ने के लिए छापेमारी युद्ध स्तर पर चला रही है। जानें क्या है मामला :- पिछले सप्ताह राधानगर थानाक्षेत्र में एक महिला की चोटी कट गयी थी। इसकी सूचना पर उग्र हुई भीड़ ने चोटीकटवा गिरोह के शक में पिछले शनिवार को चार लोगों को बंधक बनाकर जमकर पिटाई कर दी। इनमें भागलपुर निवासी गोलबती देवी की मौत हो गई, जबकि कटिहार जिले के सन्हौली निवासी 11 वर्षीय चिरंजीव चौधरी की हालत गंभीर बनी हुई है। लोगों ने पुलिस पर भी किया था पथराव जब पुलिस ने बंधकों को मुक्त कराने गई तो ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। इससे कई पुलिसकर्मी चोटिल हो गए थे। साथ ही, पुलिस के तीन वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। पुलिस ने लाठीचार्ज और हवाई फायरिंग कर बंधक बने दंपती भागलपुर शहर के मिरजानहाट निवासी साबो देवी व नागेश्वर चौधरी को मुक्त कराया। ये सभी भीख मांगने के लिए मीरनगर आए थे। बताया गया कि मीरनगर में राजाराम मंडल की विवाहित पुत्री मौसमी देवी की चोटी काटने की बात सामने आई। भीड़ ने महिला व बच्चे पीट-पीट कर किया अधमरा, मौत सूचना मिलते ही संदेह पर कुछ लोगों ने कटहलबाड़ी से खुद को योगी बतानेवाले दंपती को जबरन ऑटो में बैठाकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मीरनगर ले आए। इस बीच राधानगर गांव में भीख मांग रही गोलबती देवी और बालक चिरंजीव को भी पकड़कर मीरनगर लाया गया। इसकी खबर मिलते ही काफी संख्या में ग्रामीण जुट गए।
इसी बीच भीड़ उग्र हो गई और लोगों ने महिला व बच्चे को पीटकर अधमरा कर दिया। सूचना मिलते ही राधानगर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिसकर्मियों ने महिला व बच्चे को किसी प्रकार भीड़ से मुक्त कराकर राजमहल अनुमंडलीय अस्पताल पहुचांया, लेकिन चिकित्सकों ने महिला को मृत घोषित कर दिया। पुलिस अधिकारियों ने ग्रामीणों को किया समझाने का प्रयास पुलिस अधिकारियों ने समझाने का प्रयास किया मगर ग्रामीण नही माने। इस बीच भीड़ ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। पथराव में बरहड़वा इंस्पेक्टर कपिलदेव प्रसाद केसरी, राधानगर थाना प्रभारी संजय कुमार, बरहड़वा थाना प्रभारी विनोद कुमार के अलावा कई जवान जख्मी हो गए। स्थिति बिगड़ते देख पुलिस ने लाठीचार्ज कर चार-पांच राउंड फायरिंग की। भीड़ को तितर-बितर कर पुलिस ने लोगों के कब्जे से दोनों को मुक्त कराया। घायल पुलिसकर्मियों का इलाज बरहड़वा सीएचसी में चल रहा है। मुख्यमंत्री ने जांच का दिया आदेश साहेबगंज जिला के मीरनगर की घटना को लेकर मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। जनता कानून अपने हाथ मे न ले। इस मामले में स्थानीय प्रशासन को भी सीएम ने सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया है। झारखंड सरकार ने भीड़ के हमले में मारी गई महिला के 14 साल के बेटे की पालन-पोषण करने का एलान किया है।
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