आलोचना नहीं सह पाने वाले अब मेरी जान लेना चाहते हैं : कमल हासन - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शनिवार, 4 नवंबर 2017

आलोचना नहीं सह पाने वाले अब मेरी जान लेना चाहते हैं : कमल हासन

those-who-cannot-take-criticism-want-to-kill-me-now
चेन्नई 4 नवंबर, अभिनेता कमल हासन ने शनिवार को अपने विरोधियों को करारा जवाब देते हुए कहा कि जो लोग आलोचना के सामने खड़े नहीं हो सकते, अब वे उनकी जान लेना चाहते हैं। कमल ने किसानों के एक समूह को संबोधित करते हुए कहा, "अगर हम उन पर सवाल उठाते हैं तो वे हमें राष्ट्र-विरोधी करार देते हैं और जेल भेजना चाहते हैं। अब चूंकि जेलों में तो कोई जगह खाली नहीं है, इसलिए वे हमें गोली मारकर खत्म करना चाहते हैं।" उन्होंने यह बातें अखिल भारतीय हिन्दू महासभा के उपाध्यक्ष अशोक शर्मा के बयान पर प्रतिक्रिया में कहीं। शर्मा ने हासन के 'हिन्दू उग्रवादी' वाले बयान पर कहा था कि उनके जैसे लोगों की 'गोली मारकर जाने ले लेनी चाहिए।'

कोई टिप्पणी नहीं: