बिहार में बालू-गिट्टी संकट को लेकर राजद आर-पार की लड़ायी लड़ेगी : रघुवंश - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 9 दिसंबर 2017

बिहार में बालू-गिट्टी संकट को लेकर राजद आर-पार की लड़ायी लड़ेगी : रघुवंश

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पटना 09 दिसम्बर, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने आज कहा कि बिहार की नीतीश सरकार की गलत नीतियों के कारण प्रदेश में बालू-गिट्टी का संकट उत्पन्न हो गया है और इसके खिलाफ पार्टी  आर-पार की लड़ायी शुरु करेगी जिसमें निर्माण कार्य में लगे मजदूर अपने औजारों के साथ प्रदर्शन करेंगे।  राजद संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री सिंह ने यहां पार्टी के प्रदेश कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि बिहार सरकार के 31 जुलाई के खनन एवं भूतत्व विभाग की गलत नीति के कारण आज प्रदेश में बालू और गिट्टी को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। बालू संकट के कारण पिछले पांच माह से मजदूरों को काम नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने कहा कि इसी को लेकर पार्टी 11 दिसम्बर को राजद के प्रदेश कार्यालय से राजधानी के कारगिल चौक तक प्रदर्शन करेगी।  श्री सिंह ने कहा कि बालू-गिट्टी नहीं मिलने से बेरोजगार हुए मजदूर, मिस्त्री, बालू-गिट्टी ढ़ोने वाले वाहनों के चालक  और सह चालक हजारों की संख्या में अपने औजार कुदाल, बेलचा, गैंता , करनी, बसूली ,ईंट समेत अन्य सामान लेकर शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन के जरिये सरकार से काम की मांग करेंगे। इस दौरान सरकार की गलत खनन नीति का विरोध  किया जायेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार तुगलकी शासन की तरह बयान बदल रही है और उसे मजदूरों की तनिक भी चिंता नहीं है।  

पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि बालू-गिट्टी संकट के कारण प्रदेश में पिछले पांच माह से निर्माण कार्य में लगे मिस्त्री , मजदूर, नाविक, गिट्टी, सीमेंट, ईंट-भट्ठा , ट्रक और ट्रैक्टर के धंधे में लगे हजारों लोग बेरोजगार हो गये हैं। निर्माण कार्य बंद होने से बढ़ई और लोहार समेत भवन निर्माण से जुड़े लोग बेरोजगारी का दंश झेल रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इन्हें बेरोजगारी और गुजारा भत्ता देने से भी भाग रही है। श्री सिंह ने कहा कि राज्य की अर्थ व्यवस्था और विकास पूरी तरह से ठप है। सरकार केवल प्रचार में लगी हुयी है। उन्होंने कहा कि सरकार की खान एवं भूतत्व विभाग की पुरानी एवं नयी नियमावली अदालती मामलों में फंसा हुआ है। पटना उच्च न्यायालय ने दो बार सरकार की नयी नीति पर रोक लगायी है। राज्य सरकार की ओर से यह बार-बार कहा जा रहा है कि बालू और गिट्टी की उपलब्धता पर्याप्त मात्रा में करायी गयी है जो पूरी तरह से गलत है। पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार की इस गलत नीति के कारण पहले बालू जहां 2500 रुपये में एक ट्रैक्टर मिला करता था अब इसकी कीमत पांच से दस हजार रुपये के बीच हो गयी है। बालू-गिट्टी की कालाबाजारी से जहां सरकार मस्त है वहीं जनता पस्त है। उन्होंने कहा कि सरकार मजदूरों का निबंधन कराये और उन्हें सामाजिक सुरक्षा कानून के तहत लाभ दिलाये नहीं तो पार्टी आंदोलन को और तेज करने के लिए बाध्य होगी। इस मौके पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे , पूर्व सांसद मंगनी लाल मंडल, प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक कुमार सिंह, प्रदेश प्रवक्ता रामानुज प्रसाद, विधायक रामचंद्र राम समेत कई अन्य नेता मौजूद थे।

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