पंचायत चुनाव में अति पिछड़ों के कोटे को बढ़ाने पर होगा विचार : सुशील कुमार मोदी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 23 जनवरी 2018

पंचायत चुनाव में अति पिछड़ों के कोटे को बढ़ाने पर होगा विचार : सुशील कुमार मोदी

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पटना 23 जनवरी, बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने आज कहा कि सरकार पंचायत चुनाव में अति पिछड़ों के कोटे को बढ़ाने पर विचार करेगी। श्री मोदी ने यहां जननायक कर्पूरी ठाकुर की 94 वीं जयंती की पूर्व संध्या पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अति पिछड़ा प्रकोष्ठ की ओर से पार्टी के प्रदेश कार्यालय में आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार पंचायत चुनाव में अति पिछड़ों के कोटे को बढ़ाने पर विचार करेगी। उन्होंने कहा कि जननायक कर्पूरी ठाकुर ने 1977 में मुख्यमंत्री पद की जिम्मेवारी संभालने के बाद पिछड़े वर्गों को सरकारी नौकरियों में आरक्षण देने का काम किया था जिसे कर्पूरी फार्मूला कहा गया। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने करीब 40 तथा राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने 15 वर्षों तक बिहार में शासन किया लेकिन पिछड़े वर्ग के लोगों के उत्थान के लिए कुछ नहीं किया गया। इन दोनों दलों ने सिर्फ वोट की राजनीति की और इस वर्ग को धोखा देने का काम किया। उन्होंने कहा कि 1952 में काका कालेलकर आयोग की रिपोर्ट को भी लागू नहीं किया गया।

श्री मोदी ने कहा कि वर्ष 1990 में तत्कालीन प्रधानमंत्री विश्वनाथ प्रताप सिंह ने मंडल आयोग की अनुशंसा को लागू करने का काम किया था और उस समय भाजपा के भरोसे ही केन्द्र की सरकार थी और ऐसे में मंडल आयोग की अनुशंसा को लागू किये जाने का श्रेय भी भाजपा को ही जाता है। उन्होंने कहा कि जननायक ने पिछड़े वर्गों के लिए जब सरकारी नौकरियों में आरक्षण देने का प्रावधान किया था उस समय भी बिहार की जनता पार्टी सरकार में जनसंघ पार्टी शामिल थी और कैलाश पति मिश्रा वित्त मंत्री के पद पर थे। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में पंचायत चुनाव में राजग की तत्कालीन सरकार ने पिछड़े वर्ग को 20 प्रतिशत का आरक्षण दिया था। कांग्रेस और राजद की सरकार लंबे समय तक रही लेकिन पंचायत में अति पिछड़ा और पिछड़े वर्गों को आरक्षण का लाभ नहीं दिया जा सका। उन्होंने कहा कि वर्ष 2015 में हुए विधानसभा के चुनाव में उनकी पार्टी ने अति पिछड़े वर्ग से आने वाले 25 लोगों को अपना उम्मीदवार बनाया था जिनमें से 12 उम्मीदवार विजयी हुये। श्री मोदी ने कहा कि राजग के विधानसभा में कुल 22 विधायक अति पिछड़ा वर्ग के हैं। बिहार की राजग सरकार में अति पिछड़ा वर्ग से सर्वश्री प्रेम कुमार, प्रमोद कुमार और ब्रज किशोर बिंद मंत्री बनाये गये हैं। उन्होंने कहा कि इसी तरह लोकसभा में इस वर्ग से झंझारपुर से वीरेन्द्र चौधरी और मुजफ्फरपुर से अजय निषाद सांसद हैं। पंचायत चुनाव में आरक्षण दिये जाने के कारण ही 1600 मुखिया अति पिछड़े वर्ग के हैं और इसका श्रेय भी राजग को जाता है। 

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की राजग सरकार 01 से दस कक्षा तक के अति पिछड़ा वर्ग के छात्रों को छात्रवृत्ति दे रही है। इसी तरह मैट्रीक पास छात्रों को भी छात्रवृत्ति दी जा रही है। उन्होंने कहा कि जननायक कर्पूरी ठाकुर के नाम पर अति पिछड़ा वर्ग के छात्रों के लिए 16 जिलों में एक-एक सौ छात्रों के रहने वाले छात्रावास बनकर तैयार हो गया है। श्री मोदी कहा कि केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार पिछड़ा वर्ग को संवैधानिक दर्जा मिले इसके लिए काम कर रही है। उन्होंने दावा किया कि वर्तमान केन्द्र की सरकार ही पिछड़ा वर्ग को संवैधानिक दर्जा देने का काम करेगी। इसी तरह जनानायक कर्पूरी ठाकुर को भी भारत रत्न की उपाधि से केन्द्र की मोदी सरकार सम्मानित करेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और राजद के रवैये के कारण ही लोकसभा से पारित पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा दिये जाने का विधेयक राज्य सभा में पारित नहीं हो सका । इस मौके पर केन्द्रीय मंत्री राम कृपाल यादव ,प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय, कृषि मंत्री प्रेम कुमार , स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, पथ निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव, पर्यटन मंत्री प्रमोद कुमार, सांसद वीरेन्द्र चौधरी और अजय निषाद के अलावा पूर्व मंत्री डा. भीम सिंह , पूर्व सांसद प्रदीप सिंह , विधायक संजीव चौरसिया ,केदार गुप्ता समेत कई अन्य नेताओं ने भी अपने विचार व्यक्त किये। 

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