चंडीगढ़, 10 फरवरी, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने वैश्विक खाद्य व्यापार में आये क्रांतिकारी बदलावों के लाभ तथा व्यापार की क्षमताओं को प्रत्येक खेत और किसान तक पहुंचाने पर बल दिया है। श्री कोविंद ने हरियाणा के सोनीपत में राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी उद्यमिता और प्रबंधन संस्थान (एनआईएफटीईएम) के प्रथम दीक्षांत समारोह में अपने सम्बोधन में यह बात कही। उन्होंने कहा ‘‘हमारे दृढ़ निश्चियी और प्रतिबद्ध किसानों ने देश के लिए खाद्यान्नों का उत्पादन किया है और अपने उत्पादों को विश्व स्तर पर प्रस्तुत किया है। सेवा क्षेत्र में भी देश ने अपनी विशाल मानव प्रतिभाओं का लाभ उठाया है और विश्वस्तरीय उद्योगों के निर्माण के लिए कम लागत की अवसंरचनाओं का निर्माण किया है। ऐसा कोई कारण नहीं है कि कृषि, खाद्य एवं कृषि आधारित उद्योगों में इसे न दोहराया जा सके।’’ राष्ट्रपति ने कहा कि भारतीय कृषि उत्पाद- चाहे वे चावल, दूध, फल और सब्जियां हों या मिर्च, विश्व की सुपरमार्किट में उपलब्ध हैं और विश्वभर इनका उपयोग किया जा रहा है। यह हमारे युवाओं के लिए खाद्य प्रसंस्करण के साथ-साथ खाद्य आपूर्ति श्रृंखला में कोल्ड स्टोरेज और संरक्षण में अनेक रोजगार के अवसर सृजित करने में सहायता कर सकता है। उन्होंने कहा “ एक समाज के रूप में और एक व्यक्ति के रूप में हम अपने किसानों का बेहतर जीवन बनाने, उन्हें प्रकृति और मौसम की विपरीत स्थिति से बचाने तथा मांग एवं आपूर्ति की अनिश्चितता की स्थिति से मुक्त करने के लिए कृत संकल्प हैं। सरकार ने इसे और आगे बढ़ाने के लिए नीतियां और कार्यक्रम बनाएं हैं। खाद्य श्रृंखला के साथ-साथ विज्ञान और प्रौद्योगिकी का उपयोग इन कार्यक्रमों के लिए महत्वपूर्ण है तथा एनआईएफटीईएम जैसे संस्थानों के स्नातक इसमें और अधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। “ राष्ट्रपति ने कहा कि सामाजिक आदतों में बदलाव और बड़े पैमाने पर उभरे न्यूक्लियर परिवारों के दृष्टिगत भारत में पैक्ड और रेडी-टू-इट खाद्य उत्पादों की मांग बढ़ेगी। ऐसे में खाद्य और स्वदेशी सामग्री की वैश्विक गुणवत्ता बनाए रखना, लेबलिंग और मानकों को बनाए रखना एक प्रमुख चुनौती तथा दायित्व होगा। उन्होंने पैक्ड खाद्य सामग्री की पौष्टिक बनाये रखने का भी आहवान किया और साथ ही अपने ब्रांडों के निर्माण के प्रति सजग रहने कर जरूरत पर बल दिया। उन्हाेंने इस अवसर पर स्नातक एवं स्नातकोत्तर शिक्षा में गोल्ड मेडलिस्ट विद्यार्थियों को प्रथम दीक्षांत समारोह में उपाधियां प्रदान की। निफ्टम के प्रथम दीक्षांत समारोह में स्नातक एवं स्नातकोत्तर की शिक्षा पूर्ण कर चुके कुल 540 विद्यार्थियों को ये उपाधियां प्रदान की गईं। इस अवसर पर केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि खाद्य प्रसंस्करण उद्योग एवं उद्यमशीलता ने क्षेत्र को क्रमबद्ध एवं योजनाबद्ध रूप से विकसित करने के लिए नए कार्यक्रमों को आगे बढ़ाया गया है। खाद्य प्रसंस्करण उद्योग क्षेत्र के विस्तार की दिशा में 14 अरब डालर के समझौते अब तक किये जा चुके हैं। समारोह में हरियाणा के राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी, राज्य की महिला एवं बाल विकास मंत्री कविता जैन, सांसद रमेश कौशिक, राष्ट्रीय कृषि विपणन बोर्ड परिषद की चेयरपर्सन कृष्णा गहलावत, मुख्य सचिव डी.एस. ढेसी तथा अन्य गणमान्य मौजूद थे।
शनिवार, 10 फ़रवरी 2018
वैश्विक व्यापार के क्रांतिकारी बदलावों को किसान तक पहुंचाएं : कोविंद
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