पटना 10 फरवरी, बिहार के जोकीहाट विधानसभा सीट और सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड (जदयू) की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देकर आज राष्ट्रीय जनता दल (राजद) में शामिल हुए सरफराज आलम को पार्टी ने अररिया लोकसभा उप चुनाव के लिए उम्मीदवार बनाया है। राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी की उपस्थिति में यहां पार्टी के प्रदेश कार्यालय में आयोजित मिलन समारोह में श्री आलम के साथ ही बड़ी संख्या में उनके समर्थकों ने दल में शामिल होने की घोषणा की। इसके बाद श्री आलम और उनके समर्थकों को पार्टी की सदस्यता ग्रहण करायी गयी। राजद ने श्री आलम को उनके पिता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री मोहम्मद तस्लीमउद्दीन के कारण रिक्त हुयी अररिया लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है। श्री आलम ने राजद की सदस्यता ग्रहण करने के बाद कहा कि वह अपने पुराने घर में लौट आये हैं। जदयू ने जनादेश का अपमान कर महागठबंधन से जब से नाता तोड़ा तब से ही उनके क्षेत्र के लोग उन पर पार्टी से अलग होने का दबाव बना रहे थे। उन्होंने कहा कि सीमांचल के लोगों की भावना को ध्यान में रखते हुए वह राजद में शामिल हुए हैं।
पूर्व विधायक श्री आलम ने कहा कि सीमांचल के लोग शुरू से ही धर्मनिरपेक्षता के पक्षधर रहे हैं और ऐसे में जदयू के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से हाथ मिलाने से वहां के लोग खासा नाराज थे। उनके पिता श्री तस्लीमउद्दीन राजद के संस्थापक सदस्यों में से एक रहे हैं और ऐसी स्थिति में उनके नहीं रहने पर उनके सिद्धांतों को लेकर आगे बढ़ना उनका एकमात्र उद्देश्य रह गया है। श्री आलम ने कहा कि जदयू के अंदर कई विधायकों को घुटन महसूस हो रही है तथा कुछ और विधायक शीघ्र ही राजद में शामिल होंगे। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि राजद में शामिल होने का यह मकसद नहीं है कि वह अररिया लोकसभा क्षेत्र से उम्मीदवार ही होंगे। पार्टी जो निर्णय लेगी उसका वह सम्मान करेंगे। उन्होंने कहा कि उनका एकमात्र उद्देश्य है धर्मनिरपेक्ष मतों को एकजुट करना।
इस मौके पर पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री तिवारी ने कहा कि भाजपा से हाथ मिलाने के बाद जदयू का अपना कोई रूख नहीं रह गया है। भाजपा के एजेंडे पर ही जदयू का निर्णय होता है जिसके कारण जदयू के विधायकों में काफी बेचैनी है। उन्होंने कहा कि जदयू दावा करती थी कि राजद टूट रहा है लेकिन श्री आलम के इस्तीफे से जदयू ही टूट गया है। श्री तिवारी ने कहा कि जहानाबाद विधानसभा उप चुनाव को लेकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक दलों के बीच खींचतान शुरू हो गयी है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी भी पार्टी में आते हैं तो उनका भी स्वागत है।
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