भागलपुर 02 मई, बिहार एवं झारखंड के कई जिलों में खाद्य प्रसंस्करण की अपार संभावनाएं के मद्देनजर इससे संबंधित उद्योगों की स्थापना के लिए शीघ्र ही नई शुरूआत हो सकती है। केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण विभाग के सचिव डी.एस गंगवार ने आज यहां किसानों एवं कृषि वैज्ञानिकों के एक सेमिनार को संबोधित करते हुए कहा कि कृषि क्षेत्र में पिछड़े घोषित किए गए देश के 115 जिलों में बिहार एवं झारखंड के बांका, गोड्डा और भागलपुर समेत कई अन्य जिलों को शामिल किया गयाहैं। इन जिलों में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग की संभावना काफी है क्योंकि यहां आम, टमाटर, मकई, केला आदि की पैदावार काफी होती है लेकिन किसानों के इसके वाजिब दाम नहीं मिल पाते हैं। उन्होंने कहा कि इन जिलों में उद्योग लगाने के लिए केंद्र सरकार हरसंभव मदद करेगी ताकि किसानों की आमदनी में वृद्धि के साथ साथ क्षेत्र का विकास हो सकेगा। श्री गंगवार ने कहा कि प्रधानमंत्री के ग्राम स्वराज और किसान संपदा योजना के तहत खाद्य प्रसंस्करण के प्रति आमजनों एवं किसानों में जागरूकता लाने का भी प्रयास किया जा रहा है जिसमें कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों और राज्य सरकार के अधिकारियों से मदद ली जा रही है। सेमिनार को गोड्डा के सांसद निशीकांत दुबे, भागलपुर के सांसद शैलेश कुमार, बिहार कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डा. ए.के.सिंह और प्रमंडलीय आयुक्त राजेश कुमार ने भी संबोधित किया।
गुरुवार, 3 मई 2018
बिहार-झारखंड में खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में अपार संभावना : गंगवार
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