- काम लेने के बाद लात मारकर युवाओं को बाहर कर देने की नीति पर चल रही है सरकार.
पटना 15 मई 2018, भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने विगत सोमवार को नौकरी से हटाए जाने के खिलाफ विरोध कर रहे आईटीआई अनुदेशकों पर बर्बर लाठीचार्ज की कड़ी निंदा की है. उन्होंने कहा कि एक तो सरकार बेरोजगारों को रोजगार नहीं दे रही है और ऊपर से लाठियां बरसा रही है. यह हद दर्जे की संवेदनहीनता है. उन्होंने कहा कि पहले तो आईटीआई में अतिथि शिक्षक के रूप में युवाओं को बहाल किया गया और अब उन्हें निकाल बाहर किया गया है. सरकार कह रही है कि अनुदेशक पद पर अब नए प्रकार से बहाली होगी. नई प्रक्रिया के तहत पहले के अनुदेशकों की बहाली रद्द कर दी गई है. यह अनुदेशकों के साथ घोर अत्याचार है. जब सरकार को उनसे काम लेना होता है, तो अतिथि शिक्षक के रूप में बुलाती है और फिर लात मारकर बाहर कर देती है. उन्होंने कहा कि पहले से कार्यरत सभी अनुदेशकों की नौकरी की गारंटी करते हुए सरकार अनुदेशक पद पर नई बहाली की प्रक्रिया आरंभ करे.
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