बिहार : किसान परेशान - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

मंगलवार, 1 मई 2018

बिहार : किसान परेशान

disturb-farmer-bihar
डूमर. काले मंडराते बादलों से किसान भयभीत हो रहे हैं.पिछले दो दिनों से झमाझम बारिश हुई है.इस बारिश से किसानों को भरपूर नुकशान हो रहा है.जिनके पास मकई को ढंकने की व्यवस्था नहीं है उनका मकई का दाना को सड़ने का आसार बढ़ गया है. हरि मंडल नामक किसान का कहना है कि मकई काटने के बाद मकई के दानों को धूप में  सूखने के लिए रखते हैं. इस समय मक्का  1120 रू.किंवटल बिक रहा है. बरसात होने से मसला गंभीर हो गयी है.जिनके पास मक्का ढंकने का साधन है,तब भी जमीन से पानी पसीजकर दाना खराब कर दे रहा है.वहीं जिसके पास ढंकने का साधन नहीं है,उसका भगवान ही रक्षक है. मक्का का रंग सफेद हो जाने की कम हो जाती है.वहीं सड़ जाने की संभावना अधिक हो जाती है.

कोई टिप्पणी नहीं: