काठमांडू, 1 मई, नेपाल के गृहमंत्री राम बहादुर थापा ने मंगलवार को कहा कि 11 मई को प्रस्तावित भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दौरा धार्मिक और सांस्कृतिक होगा और इस दौरान किसी भी राजनीतिक समझौते पर हस्ताक्षर नहीं होगा। काठमांडू पोस्ट की रपट के अनुसार, थापा ने कहा कि भारतीय नेता जानकी मंदिर का दर्शन करने सीधे जनकपुर जाएंगे और वहां प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली उनका स्वागत करेंगे। मोदी बहरा बीघा क्षेत्र में एक समारोह में शामिल होंगे। सरकार द्वारा सार्वजनिक किए गए यात्रा कार्यक्रम के अनुसार, "जनकपुर के बाद, मोदी सीधे मुस्तांग जाएंगे, जहां वह मुक्तिनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे। उसके बाद वह काठमांडू जाएंगे।" थापा और गृहसचिव देव कुमार राय और तीनों सुरक्षा एजेंसियों के प्रमुख मोदी के स्वागत कार्यक्रम के लिए सुरक्षा-व्यवस्था का जायजा लेने मंगलवार को जनकपुर पहुंचे। वर्ष 2014 में, जनकपुर के रास्ते नेपाल में प्रवेश करने की मोदी की योजना 'सुरक्षा कारणों' से विफल हो गई थी। थापा ने मीडिया से कहा, "इस बार उनका दौरा धार्मिक उद्देश्यों के लिए है, न कि राजनीति उद्देश्यों के लिए। यह दौरा नेपाल और भारत के बीच दशकों पुराने समाजिक और धार्मिक संबंधों को नई ऊचांइयों तक ले जाएगा।" मोदी 11 मई को नेपाल में जलविद्युत परियोजना अरुण-3 की आधारशिला भी रखेंगे। 900 मेगावाट की यह परियोजना भारत सरकार द्वारा विकसित की जाएगी और इसका संचालन 2020 तक शु़रू होगा। पिछले हफ्ते काठमांडू से 500 किलोमीटर दूर तुमलिंगतार में जलविद्युत परियोजना के कार्यालय में एक विस्फोट हुआ था, जिससे इमारत की दीवार क्षतिग्रस्त हो गई थी।
मंगलवार, 1 मई 2018
मोदी का प्रस्तावित नेपाल दौरा धार्मिक और सांस्कृतिक
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