पटना 02 मई, जन अधिकार पार्टी (लो) के संरक्षक और सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद यादव के स्वास्थ्य की जांच के लिए सर्वोच्च न्यायालय या उच्च न्यायालय के किसी न्यायाधीश की निगरानी में मेडिकल टीम गठित करने की मांग की है। श्री यादव ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि राजद अध्यक्ष के स्वास्थ्य की जांच के लिए सर्वोच्च न्यायालय या उच्च न्यायालय के किसी न्यायाधीश की निगरानी में मेडिकल टीम गठित किया जाना चाहिए, जिसकी रिपोर्ट के आधार पर उनके लिए बेहतर चिकित्सा की व्यवस्था की जा सके। उन्होंने जोर देकर कहा कि लालू प्रसाद यादव के स्वास्थ्य पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। जाप नेता ने कहा कि संविधान और आरक्षण को देश में कोई खतरा नहीं है। लेकिन राजनीतिक लाभ के लिए लोग संविधान और आरक्षण को खतरे में होने बात कर राजनीति कर रहे हैं, जो उचित नहीं है। उन्होंने जनसंख्या के अनुपात में आरक्षण की वकालत करते हुए कहा कि निजी क्षेत्रों में भी 40 फीसदी आरक्षण होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जातिवार जनगणना की रिपोर्ट को सार्वजनिक किया जाना चाहिए, ताकि देश की सामाजिक संरचना उजागर हो सके। इससे योजनाओं के निर्धारण और संसाधनों के बंटवारे में मदद मिलेगी।
श्री यादव ने विशेष दर्जे की मांग को लेकर पूछे एक सवाल के जवाब में कहा कि चुनाव के समय राजनीतिक लाभ के लिए विशेष राज्य के दर्जे की मांग उठाई जाती है, जबकि बिहार के हित में आवश्यक है कि विशेष राज्य के दर्जे के लिए सभी दल एकजुट हों और इस मांग को प्रमुखता से उठायें। सांसद ने कहा कि दलित और आरक्षण की राजनीति के साथ अब राज्य में संवेदना की राजनीति हो रही है। इससे जनता को सचेत रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि भगवान के नाम पर नफरत की राजनीति बंद होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी नफरत की राजनीति को अमन की राजनीति में बदलने के लिए प्रतिबद्ध है। श्री यादव ने जहानाबाद में किशोरी के साथ छेड़छाड़ की घटना की निंदा करते हुए दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की। संवाददाता सम्मेलन में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव राजेश रंजन पप्पू, प्रदेश प्रधान महासचिव अवधेश कुमार लालू प्रदेश और महासचिव सह प्रवक्ता उमैर खान उर्फ टिक्का खान मौजूद रहे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें