पटना 17 मई, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के वरिष्ठ नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव कल राज्यपाल सत्यपाल मलिक से मिलकर नीतीश सरकार को बर्खास्त करने और कर्नाटक की तरह सबसे बड़े दल के नाते उनकी पार्टी को सरकार बनाने का मौका देने की मांग करेंगे । श्री यादव ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कर्नाटक के राज्यपाल ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को चुनाव के बाद सबसे बड़े दल के रूप में आने पर सरकार बनाने का मौका दिया है लेकिन पिछले वर्ष मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस्तीफा देने के बाद सबसे बड़े दल के नाते राजद को राज्यपाल ने सरकार बनाने का मौका नहीं दिया । वर्ष 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में सर्वाधिक 80 सीटें जीतकर राजद सबसे बड़े दल के रूप में उभरा था । उन्होंने कहा कि कल वह अपनी पार्टी के सभी विधायकों के साथ राज्यपाल से मिलेंगे और उनसे पिछले दरवाजे से बनी नीतीश सरकार को बर्खास्त कर कर्नाटक की तर्ज पर राज्य की सबसे बड़ी पार्टी राजद को सरकार बनाने का मौका देने की मांग करेंगे । राजद नेता ने कहा कि श्री नीतीश कुमार के इस्तीफे के बाद बिहार में राजद सबसे बड़ी पार्टी थी, लेकिन उसे सरकार बनाने का मौका नहीं दिया गया और उस समय यह दलील दी गयी कि बहुमत वाले गठबंधन को सरकार बनाने का न्योता दिया गया है लेकिन अब भाजपा के लोग कर्नाटक में दलील दे रहे हैं कि वहां बहुमत वाले गठबंधन को नहीं बल्कि सबसे बड़े दल को न्योता दिया गया है । उन्होंने कहा कि भाजपा की दलील हास्यास्पद है । भाजपा हर मामले में अपना चलाना चाहती है। चित भी उनकी, पट भी उनकी।
श्री यादव ने कहा कि सबसे पहले भाजपा ने श्री नीतीश कुमार के साथ मिलकर बिहार में जनादेश का अपमान किया था और अब वह कर्नाटक में फिर से यही कर रही है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में भाजपा सरकार का गठन लोकतंत्र में ‘काला दिवस’ के रूप में जाना जायेगा । यह भाजपा की तानाशाही और गुंडागर्दी को भी दर्शाता है । राजद नेता ने कहा कि उन्हें आश्चर्य हो रहा है कि भाजपा किस तरह से बहुमत के लिए जरूरी आंकड़े को जुटायेगी जबकि उसके पास यह संख्या है ही नहीं । उन्होंने कहा कि भाजपा बहुमत जुटाने के लिए दो फार्मूले पर काम कर रही है पहला खरीद फरोख्त और दूसरा अपने राजनीतिक विरोधियों को परेशान करने के लिए केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई), प्रवर्तन निदेशालय और आयकर जैसी केन्द्रीय एजेंसियों का उपयोग । श्री यादव ने सभी विपक्षी राजनीतिक पार्टियों से लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव में एकजुट होने की अपील करते हुए कहा कि तेलगुदेशम ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का साथ छोड़ दिया है और शिव सेना भी उसी राह पर है । उन्होंने कहा कि राजग के सभी घटक दलों को भाजपा के साथ गठबंधन पर पुनर्विचार करना चाहिए क्योंकि भाजपा लोकतंत्र के लिए खतरा है।
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