बेगूसराय (अरुण कुमार) : सिहमा डीह गंगा घाट पर तीज पर्व का चौरा भसाने के बाद स्नान करने के दौरान अपनी सगी दो बहने गंगा नदी में डूबी,एक को ग्रामीणों ने बचा लिया, दूसरी बहन की गंगा नदी में डूबने से मौत। घटना मटिहानी थाना क्षेत्र अंतर्गत गुरुवार की सुबह 6:30 बजे की 13 सितम्बर 2018।प्रातः 6:30 बजे। शहर के रतनपुर ओपी थाना क्षेत्र के वार्ड नंबर 21 मुहल्ला निवासी किसान संजीव कुमार की दो पुत्री के अलावे साथ में अन्य घर की महिलाएं गुरुवार को सुबह 6:30 बजे के करीब एक टैंपू करके तीज का चौरा गंगा नदी में विसर्जन करने के लिए गयी थी ।जहां तीज का चौरा गंगा नदी में विसर्जन करने के बाद दोनों सगी बहनें शबनम कुमारी उर्फ छोटी उम्र 21 वर्ष और उसकी छोटी बहन सुहानी कुमारी उम्र 15 वर्ष गंगा घाट के पास सड़क के बगल में बना भमड़ा के निकट दोनों बहन स्नान कर रही थी।इसी दौरान शबनम कुमारी उर्फ छोटी और सुहानी कुमारी दोनों बहन का पैर फिसल गया और गंगा नदी के गहरे धाराओं और तेज बहाव के कारण सड़क पर बने भंवड़ा के नीचे होकर दोनों बहन गंगा नदी के गहरे पानी में चली गई ।घाट पर स्नान कर रहे अन्य महिलाओं ने जोर-जोर से डूबने का शोर मचाने लगी। शोर मचाने की आवाजें सुनकर सिहमा गांव के तीन युवको में राजन कुमार,केशव कुमार और भोला कुमार ने अपनी जान की बाजी लगाकर गंगा नदी में छलांग लगा दिया,और एक डूबती हुई 10वीं की छात्रा सुहानी कुमारी को तीनों मिलकर उसे डूबने से बचा लिया। वहीं दूसरी बहन शबनम कुमारी उर्फ छोटी गंगा नदी की तेज धाराओं के कारण गहरे पानी में चली गयी और उसकी मौत पानी में डूबने से हो गई।घटना की सूचना मिलते ही मटिहानी थाना की पुलिस अपने दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर शबनम कुमारी उर्फ छोटी के शव को स्थानीय गोताखोरों के द्वारा खोजवीन कराया ।लेकिन समाचार प्रेषण तक उसके शब का कोई अता पता नहीं चला है।
सिहमा डीह गंगा घाट में स्नान करने के दौरान डूब कर शबनम कुमारी उर्फ छोटी के मौत की खबर रतनपुर गांव के लोगों को मिलते ही पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई।परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है ।शबनम कुमारी ने अपने पति की लंबी आयु के लिए 24 घंटे का निर्जला व्रत बुधवार को रखकर तीज का चौरा सुबह में भसाने के लिए गंगा घाट पर गयी थी। जहां स्नान करने के दौरान गहरे पानी में चले जाने के कारण घटनास्थल पर ही उसकी मौत डूबकर हो गई। शबनम कुमारी उर्फ छोटी का भाई राहुल कुमार ने पूछने पर बताया कि मेरी बहन की शादी 2 वर्ष पहले मुंगेर जिला के महेशपुर गांव निवासी प्रणव कुमार के साथ हुआ था।तीज पर्व को लेकर मेरे जीजा भी रतनपुर गांव ससुराल एक दिन पहले आए थे।लेकिन अपनी पत्नी के गंगा नदी में डूबने की खबर मिलते ही उनका भी रो-रो कर हाल बुरा है।वहीं लड़की की माँ रुक्मणी देवी अपनी बेटी छोटी का नाम पुकार कर रोते रोते बेहोश हो जाती है।वह कहती है कि अब हमारा रुद्र 6 महीना केय नाती कय केय पोशतैय पालतैय गेय छोटी।घर के आस-पास के सैकड़ों लोग उनके घर पर पहुंचकर उन्हें ढ़ाढस बधाने का अथक प्रयाह कर रहे हैं लेकिन उनका दहाड़ मारकर रोना नही रुक रहा था।जिसके कारण सभी महिलाएं भी अपने आँसू को ढ़ाढस बंधाने के दौड़ान नहीं रोक पा रहे थे।अबिस अप्रत्याशित आपदाओं पर किसका वश चला है।होनी प्रबल है,कभी भी,कहीं भी,किसी के साथ कुछ भी हो सकताआ है।जिस पर किसी का जोड़ नहीं चलता है।तस्वीर जिस बचव्ही की है यही ग्रामीणों के युवकों द्वारा बचाई गई थी।गोद मे जो बच्चा है इसी की माँ की मौत गंगा में डूबने से हो गई।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें