सेवानिवृत सब-इंस्पेक्टर वाल्टर माइकल का अनुरोध, प्रशासन अपनी देखरेख में वाजिब कदम उठाएं, इन हिंदुवादी संगठनों को राजनीति खेलने न दें
बेतिया ,31 जनवरी। पश्चिम चम्पारण में है बेतिया। यहां पर अल्पसंख्यक मुसलमान और क्रिश्चियन काफी संख्या में रहते हैं। सभी देश-प्रदेश में अमन चाहते हैं। देश में साम्प्रदायिक सौहार्द्ध भी कायम रखना चाहते हैं। मगर कुछ हिंदुवादी संगठन वातावरण में जहर घोंलने पर उतारू हैं। बताते चले कि गणतंत्र के 70 साल बाद व चुनावी वर्ष में हिन्दू जन जागरण मंच ,नामक हिन्दू संगठन के अध्यक्ष मनीष कश्यप पर एक अंग्रेज की प्रतिमा तोड़ने पर अमादा हो गया है। उसने अपने दल के सदस्यों के साथ यह आह्वाहन किया है कि बेतिया महारानी जानकी कुंवर , अस्पताल में स्थापित एडवर्ड - 7 की मूर्ति को तोड़ कर हमारे रानी , जानकी कुंवर की मूर्ति स्थापित करेंगे ।
गुलामी की याद दिलाती है प्रतिमा
बताते चले कि उनका कहना है कि यह अंग्रेज़ की मूर्ति आज भी हमे अपनी गुलामी की याद दिलाती है ।यह अस्पताल किसी ने भी बनवाया हो ,उनके बाप की नही ,मूर्ति रानी की ही लगेगी ।उनका तर्क है कि संसद भवन अंग्रेज़ों ने बनवाया तो क्या वहां थोड़े ही उनकी मूर्ति रहने देंगे , वहां हमारे प्रधान मंत्री , सांसदों की मूर्ति लगेगी ।ये संगठन आर.आर.एस , विश्व हिंदू परिषद ,बीजेपी आदि के विचार धारा वाले कट्टर हिंदूवादी लोग हैं। इस कार्य से विधि व्यवस्था बिगड़ने की संभावना है ।प्रशासन को निरोधात्मक कार्यवाही करने की अविलंब आवश्यकता दिखाई पड़ रही है।
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