अरुण कुमार (बेगूसराय) सोमवार को प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न विद्यालयों में रूबेला खसरा टीकाकरण के बाद तीन दर्जन से अधिक छात्र-छात्राएं बेहोश हो गये।बेहोशी हालत में सभी छात्र-छात्राओं को पीएचसी बछवाड़ा में भर्ती करवाया गया।गंभीर स्थिति को देेखतेे हुए कुछ छात्रों को प्राथमिक उपचार के बाद बेगूसराय रेफर कर दिया।इसकी खबर इलाके में जंगल में लगी आग की तरह फैल गई और भारी संख्या में लोग पीएचसी पहुंच गए।जिससे तीन घंटे तक वहाँ अफरातफरी मची रही।बताते चलें कि सोमवार को उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय गोधना, प्राथमिक विद्यालय बेगमसराय अनुसूचित, मध्य विद्यालय रानी, मध्य विद्यालय सुरो समेत अन्य विद्यालय में रूबेला खसरा टीकाकरण टीम पहुँची थी।उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय गोधना में टीकाकरण के दौरान ही छात्र-छात्रा बेहोश होने लगे। उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय गोधना के शिक्षक सुनील कुमार ने बताया कि टीकाकरण के दौरान अचानक पल्लवी कुमारी, रूचि कुमारी, ख़ुशी कुमारी, निशा कुमारी, करिश्मा कुमारी, प्रीति कुमारी, रीता कुमारी, ज्योति कुमारी, स्वाति कुमारी, आरती कुमारी, निशा समेत अन्य छात्र-छात्रा बेहोश होने लगे. छात्रों को बेहोश होते देख तत्काल टीकाकरण रोक दिया गया. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बछवाड़ा से एम्बुलेंस मंगवाया गया. इस बीच स्थानीय लोग भी विद्यालय में जुटने लगे और स्थानीय लोगों के मदद से निजी वाहनों से भी बेहोश छात्र छात्राओं को पीएचसी पहुंचाया गया. कुछ छात्र-छात्राओं को निजी अस्पताल में भी भर्ती करवाया गया. पीएचसी में अफरातफरी का माहौल देख स्थानीय लोगों ने स्थानीय चिकित्सकों को भी मदद के लिए फोन कर पीएचसी बुलाया. विश्वजीत कुमार, गौतम,डॉ० पी के दास,डॉ० गुलजारी अपने सहायकों के साथ पीएचसी पहुँच तत्काल बेहोश छात्र-छात्राओं का इलाज करना शुरू कर दिया।पीएचसी में इलाज के दौरान निशा कुमारी, प्रीति कुमारी, रीता कुमारी, स्वाति कुमारी, निशा कुमारी, मनीषा कुमारी, नेहा कुमारी समेत कई विद्यार्थियो की स्थिति गंभीर देखते हुए तत्काल बेगूसराय रेफर किया गया।वहीं कुछ छात्रा से पूछे जाने पर सबों ने बताया कि हमलोग अपने घर से भोजन करने के बाद ही स्कूल आये थे।जहाँ हमें एक बिस्कुट दिया गया और साथ ही इंंन्जेक्शन दिया गया।सिर्फ एएनएम के सहारे चलता है टीकाकरण। रुबेला खसरा टीकाकरण के लिए सभी अस्पतालों और टीकाकरण कर्मियों को निर्देश दिया गया है कि,टीकाकरण के दौरान मौके पर एम्बुलेंस, चिकित्सक मौजूद रहेंगे।लेकिन प्रखंड क्षेत्र के विद्यालयों में टीकाकरण के लिए सिर्फ एएनएम को भेज दिया जाता है।इतना ही नहींं विद्यालयों में बेहोश छात्रों को जब पीएचसी पहुँचाया गया तो उस समय वहाँ न तो पर्याप्त चिकित्सक थे और न ही एम्बुलेंस में ऑक्सीजन की व्यवस्था ही थी।जिस कारण एम्बुलेंस में अलग से आँक्सीजन की व्यवस्था की गई और बेहोश छात्र छात्राओं की स्थिति और पीएचसी में चिकित्सकों की कमी को देखते हुए स्थानीय लोगों ने स्थानीय चिकित्सकों को फोन कर पीएचसी बुलाया,स्थानीय चिकित्सकों ने पीएचसी पहुँचकर जब इलाज करना शुरु किया तब जा कर माहौल कुछ स्थिर हुआ।
घटना के बारे में सूचना मिलते ही दौड़े ग्रमीण और जनप्रतिनिधि।
विद्यालय में रूबेला खसरा टीकाकरण के दौरान बच्चों के बेहोश होने की खबर सुनने के बाद पीएचसी में स्थानीय लोग और पूरे प्रखंड के जनप्रतिनिधियों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया।पीएचसी में जुटे सभी लोग बेहोश छात्र/छात्राओं और उनके परिजनों की मदद में जुट गये।पूर्व जिला परिषद सदस्य रामोद कुंवर, प्रमिला सहनी, प्रखंड उप-प्रमुख सुशील कुमार राय उर्फ़ मल्ली राय, प्रखंड प्रमुख मंजू कुमारी, प्रखंड प्रमुख प्रतिनिधि मुकेश कुमार, रानी-03 पंचायत के मुखिया अमरजीत राय उर्फ़ कुकन राय, चिरंजीवीपुर पंचायत के पूर्व पंसस रामानंद साह, रानी एक पंचायत के पंसस सिकंदर कुमार, राजद जिला सचिव अरुण यादव, समाजसेवी प्यारे दास, रमाकांत ईश्वर, बिट्टू सिंह समेत दर्जनों स्थानीय लोगों ने बीमार छात्र एवं छात्राओं के इलाज में मदद किया।
टीकाकरण के लिए गए एएनएम को बनाया बंधक।
टीकाकरण के दौरान छात्रों के बेहोश होने के बाद स्थानीय लोगों का आक्रोश उमड़ पड़ा और टीकाकरण के लिए पहुंची एएनएम बिजली कुमारी, उषा कुमारी एवं मीरा कुमारी को विद्यालय के ही कमरे में बंद कर दिया।पीएचसी में छात्रों का इलाज और सुधार होते देख बाद में बछवाड़ा थाना के एसआई उपेंद्र कुमार सिंह बाद में विद्यालय पहुंच कर ग्रामीणों को समझा -बुझाकर बंधक बनाए गये एएनएम को मुक्त करवा कर पीएचसी लाया। घटना की सूचना मिलते ही बछवाड़ा थानाध्यक्ष परशुराम सिंह, एसआई उपेंद्र कुमार सिंह, एसआई अरविंद कुमार सिंह, एसआई वीरेंद्र कुमार गुप्ता समेत बछवाड़ा थाना पुलिस बल पीएचसी पहुँच कर आक्रोशित ग्रामीणों और परिजनों को समझा बुझाकर शांत कराया।घटना की सुचना पर एसडीपीओ आशीष आनंद, बीडीओ डा. विमल कुमार, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी संगीता कुमारी, डीआईओ हरेराम प्रसाद सिंह, एसीएमओ डॉ० वीरेश्वर प्रसाद समेत अन्य पीएचसी पहुँच कर मामले में जानकारी ली और सभी छात्रों का इलाज बेहतर तरीके से करने की व्यवस्था की। प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी का कहना है कि प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी ए के साह का कहना है कि छात्रों के बेहोश होने के कारणों का बिना जाँच के कुछ भी बता पाना मुश्किल है क्योंकि यह अभियान पूरे बिहार में चल रहा है।वैक्सीन को देने के बाद साधारण सिम्पटम हो सकता है या बच्चे के डर जाने के कारण भी इस तरह की बातें हो सकती हैं।जब तक इस बात का पूरी छानबीन नहीं कर ली जाती है तब तक यह नहीं कहा जा सकता है कि वैक्सीन में कोई गड़बड़ी थी या नहीं।यह टीकाकरण कई जगह हो चुका है लेकिन ऐसा कुछ कहीं नहीं हुआ है,यहाँ की यह पहली घटना है इसकी पूरी तरह से हर सम्भव जाँच की जाएगी।


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