पोस्टर लगाकर नपा दिखा रहीं है नकली स्वच्छता-सुनील राय
समस्याओं से त्रस्त है सभी ३५ वार्डो के नागरिक शिवसेना युवा सेना शुरू करेगा सर्वे अभियान
सीहोर। शिवसेना युवा सेना के जिला उपाध्यक्ष सुनील राय ने गुरूवार को नगर पालिका परिषद पर स्वच्छता अभियान में लापरवाहीं बरतने के आरोप लगाए है। युवा उपाध्यक्ष श्री राय ने कहा की शिवसेना कार्यकर्ताओं के द्वारा शीघ्र हीं शहर के सभी वार्डो में पहुंचकर निरीक्षण किया जाएगा। कार्यकर्ताओं के द्वारा शिविर लगाकर नागरिकों की समस्याओं को सुना जाएगा। श्री राय ने कहा की नगर पालिका परिषद स्वच्छता में नम्बर वन बनने के लिए केवल बिजली के खंभों पर फिल्म अभिनेताओं के पोस्टर लगाकर नकली स्वच्छता अभियान चला रहीं है। असलियत में शहर के सभी ३५ वार्डो के नागरिक कूड़ा कचरा और गंदगी से हैरान परेशान है। नागरिक संकृमित बीमारियों के शिकार हो रहे है। हालात एैसे है की नागरिकों को पर्याप्त पीने का साफ पानी भी नहीं मिल रहा है। नलों से घरों तक पहुंचने वाले पानी में सीवेज का गंदगी बदबु युक्त पानी भी पहुंच रहा है। श्री राय ने कहा की शिवसेना युवा के कार्यकर्ता घर घर पहुंचकर समस्याओं को दर्ज करेंगे। समस्याओं के निराकरण के लिए पहले स्थानीय प्रशासन को अवगत कराएंगे।
जिले की समस्याओं को लेकर पुलिस अधीक्षक से मिला कांग्रेस का प्रतिनिधि मंडल
सीहोर। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दर्शन सिंह वर्मा, डॉ अनीस खान, नरेंद्र खंगराले के नेतृत्व में कांग्रेस का प्रतिनिधि मंडल जिले की विभिन्न समस्याओं को लेकर जिले के पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक समीर यादव से मिला। तथा जिले में हो रहे अन्याय अत्याचार के संबंध में अवगत कराया। श्री चंदेल के द्वारा कांग्रेस नेताओं के द्वारा बताई समस्याओं के निराकरण करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए। पीडि़त व्यक्तियों की समस्याओं के निराकरण के निर्देश दिए जानले पर प्रतिनिधि मंडल ने पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक समीर यादव का आभार व्यक्त कर रविदास जयंती कार्यक्रम में सम्मिलित होने का आमंत्रण भी दिया। इस अवसर पर प्रमुख रूप से निशांत उर्फ पिक्की वर्मा, मुमताज भाई, लतीफ उर्फ रहमान, महेंद्र सिंह मिंदी अरोरा, पप्पू कोली, दिनेश वर्मा, अंकित जाटव, मोहम्मद मुजीव पटेल, जसबंत सिंह नहरखेड़ा नसरूल्लागंज, आमिर पटेल बुधनी, मोहम्मद नसीर आष्टा, कपिल चौहान चक्कदी, मोहन जागड़ा खाचरौद, नसीम शेख सीहेार इत्यादी लोग उपास्थित थे।
सीहोर जिला जल अभावग्रस्त क्षेत्र घोषित, संपूर्ण जिले में नलकूप खनन करने पर कलेक्टर ने लगाया प्रतिबंध
कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की जानकारी अनुसार जिले में सामान्य वर्षा 1148.40 मि.मी के स्थान पर वर्ष 2018 में 889.10 मि.मी औसत वर्षा हुई है जो सामान्य वर्षा से 22.58 प्रतिशत कम है। वर्ष 2017 में भी सीहोर जिले में सामान्य वर्षा से 26 प्रतिशत कम वर्षा हुई थी, लगातार दो वर्षों से जिले में अल्प वर्षा के कारण भू-जल स्तर में गिरावट आने के कारण आगामी समय में जिले में गंभीर पेयजल संकट उत्पन्न होने की आशंका है। यदि जिले में वर्तमान जल स्त्रोतों में उपलब्ध जल का पेयजल के अतिरिक्त अन्य प्रयोजनों के लिए उपयोग किये जाने पर प्रतिबंध नहीं लगाया गया तो जिले में गंभीर पेयजल संकट उत्पन्न होने की आशंका है। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री गणेश शंकर मिश्रा द्वारा म.प्र. पेयजल परिक्षण अधिनियम 1986 तथा संशोधन अधिनियम 2002 में धारा 3 के अन्तर्गत सीहोर जिले को जल अभाव ग्रस्त क्षेत्र घोषित किया गया है और धारा 4(1) के अन्तर्गत जिले के समस्त जल स्त्रोतों, यथा बांध, नदी नहर, जलधारा, धरना, झील, जलाशय, नाला, बंधान, नलकूप या कुआ से किसी भी साधन से घरेलू प्रयोजन व निस्तार को छोड़क सिंचाई या औद्योगिक, व्यवसायिक अथवा किसी अन्य प्रयोजन के लिए (पूर्व से अनुमति प्राप्त को छोड़कर) जल उपयोग करने के लिए प्रतिबंधित किया गया है। जिले में निरंतर भू-जल स्तर की गिरावट को दृष्टिगत रखते हुए धारा 6 (1) के अन्तर्गत संपूर्ण जिले में अशासकीय व निजी नलकूप खनन करने पर प्रतिबंध लगाया गया। जिले की सीमा क्षेत्र की सीमा में नलकूप/बोरिंग संबंधित अनुविभागीय दण्डाधिकारी की अनुमति के बिना न तो प्रवेश करेगी (सार्वजनिक सड़को से गुजरने वाली मशीनों को छोड़कर) और न ही बिना अनुति के कोई खनन करेगी। प्रत्येक राजस्व एवं पुलिस अधिकारियों को ऐसी बोरिंग मशीनें जो अवैध रूप से जिले में प्रतिबंधित स्थानों पर प्रवेश करेगी अथवा नलकूप खनन/बोरिंग का प्रयास कर रही मशीनों को जप्त कर पुलिस में एफ.आई.आर दर्ज कराने का अधिकार होगा। इस अधिसूचना का उल्लंघन करने पर मप्र पेयजल परिक्षण अधिनियम 1986 की धारा 9 के अनुसार दो वर्ष तक के कारावास या दो हजार रुपये तक जुर्माना या दोनों से दंडित करने का प्रावधान है। यह आदेश तत्काल प्रभावशील होगा।
म.प्र. पर्यटन विभाग द्वारा रोजगारोन्मुखी जानकारी हेतु कार्यक्रम आयोजित किया
पर्यटन विभाग द्वारा स्थानीय गर्ल्स कॉलेज में कक्षा 12 वीं के छात्र-छात्राओं के लिए होटल एवं हॉस्पिटालिटी क्षेत्र के रोजगारोन्मुखी कोसेर्स के लिए प्रवेश हेतु संपूर्ण जानकारी देने के लिए कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में उपस्थित छात्र-छात्राओं को म.प्र. स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ हॉस्पिटालिटी ट्रेवल एंड टूरिज्म स्टडीज भोपाल से आए विशेषज्ञों द्वारा इस क्षेत्र में उपलब्ध अनेक प्रकार के रोजगार प्राप्त करने हेतु किए जाने वाले पाठ्यक्रम को विषय में विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर क्विज परीक्षा भी आयोजित की गई। इस परीक्षा के आधार पर ही रोजगारोन्मुखी कोर्सेस हेतु छात्र-छात्राओं का चयन किया जाएगा। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि अपर कलेक्टर श्री विनोद कुमार चतुर्वेदी ने अपने उद्बोधन में छात्र-छात्राओं को इस रोजगारोन्मुखी कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी देते हुए उन्हें प्रोत्साहित किया। श्री चतुर्वेदी ने विभाग द्वारा उपलब्ध कराए गए स्कूल बेग का भी सभी प्रतिभागियों को वितरण किया एवं उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। कायक्रम की अध्यक्षता कर रही प्राचार्य सुमन तनेजा एवं कनिका डोलस ने भी छात्र-छात्राओं का उत्साहवर्धन किया। कार्यक्रम का संचालन माधव यादव द्वारा किया गया।
1 लाख 71 हजार से अधिक बच्चों को लगाया गया मीजल्स-रूबैला का टीका
मीजल्स-रूबैला टीकाकरण अभियान में जिले के 2188 स्कूलों में बुधवार तक 1 लाख 71 हजार 497 बच्चों को मीजल्स-रूबेला(एम.आर.) का टीका लगाया जा चुका है। जिला प्रशासन तथा स्वास्थ्य विभाग द्वारा परिजनों से अपील की गई है कि आयोजित टीकाकरण सत्रों में 9 माह से 15 वर्ष तक आयु के सभी बच्चों को मीजल्स-रूबैला का टीका जरूर जगवाएं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.प्रभाकर तिवारी ने जानकारी दी कि आष्टा के 555 स्कूलों में 48 हजार 48 बच्चे,बुदनी के 324 स्कूलों में 19 हजार 899, इछावर के 320 स्कूलों में 24 हजार 116,नसरूल्लागंज के 341 स्कूलों में 24 हजार 396, श्यामपुर के 518 स्कूलों में 37 हजार 24 तथा सीहोर शहरी क्षेत्र के 130 स्कूलों में 18 हजार 14 बच्चों का एम.आर.का टीकाकरण किया जा चुका है। अभियान की शत प्रतिशत सफलता के लिए विभागीय दल द्वारा स्कूलों में आयोजित टीकाकरण सत्र में निरंतर सेवाएं दी जा रही है।
किसानों की समस्याओं, शिकायतों के निराकरण के लिये जिले में बनेंगे कंट्रोल-रूम
जय किसान फसल ऋण माफी योजना के अंतर्गत किसानों की ओर से प्राप्त शिकायतों के निराकरण के लिये जिला स्तर पर कंट्रोल-रूम गठित किये जायेंगे। शिकायतों के निराकरण के लिये राज्य शासन सभी आवश्यक जाँच करवायेगा। इस संबंध में जिला कलेक्टर को निर्देश जारी कर दिये गये हैं। मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने किसानों की शिकायतों और ऋणी किसानों द्वारा प्रकाशित सूचियों पर बड़ी संख्या में आपत्तियाँ दर्ज किये जाने को गंभीरता से लिया है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि जिले में कंट्रोल-रूम का गठन कर शिकायतों की पूरी जाँच की जाये। उन्होंने कहा है कि शिकायतों पर जाँच के लिये कलेक्टर, राजस्व/कृषि/सहकारिता विभाग के अधिकारियों एवं अन्य विभागों के अधिकारियों की पैनल बनायें। कंट्रोल-रूम के टेलीफोन नम्बरों से आयुक्त सहकारिता को भी अवगत कराया जाये। कंट्रोल-रूम में शिकायतों को निर्धारित प्रपत्र में दर्ज कर अधिकतम दो दिनों में तथ्यों की पुष्टि अथवा जाँच कराकर शिकायतकर्ता को भी अवगत कराया जाये। मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार कलेक्टर द्वारा प्राप्त शिकायतों पर की गई कार्यवाही की जानकारी, आयुक्त सहकारिता कार्यालय को भी भेजी जायेगी। आयुक्त कार्यालय का ई-मेल res.mp.bhopal@mp.gov in है। इस मेल पर जिलों में की गई कार्यवाही से अवगत करवाया जायेगा। आयुक्त सहकारिता द्वारा प्रति दिन प्राप्त जानकारियों को संकलित कर प्रमुख सचिव, किसान कल्याण तथा कृषि विकास एवं प्रमुख सचिव, सहकारिता विभाग को एकजाई रिपोर्ट तैयार कर भेजी जायेगी। सहकारिता मंत्री ने भी पूर्व शासन में सहकारी संस्थाओं के दुरुपयोग के संबंध में दोषी लोगों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही के निर्देश दिये हैं। उल्लेखनीय है कि किसानों द्वारा शिकायत की जा रही थी कि उन्हें दिये गये ऋण की जो राशि प्रकाशित की जा रही है, उसकी मात्रा त्रुटिपूर्ण है। इसके साथ ही कुछ ऐसी शिकायतें भी आई थीं, जिनमें किसानों ने यह बताया कि उनके द्वारा ऋण लिया ही नहीं गया है।प्रमुख सचिव, सहकारिता ने गत दिवस विभागीय अधिकारियों की बैठक में निर्देश दिये कि किसानों से प्राप्त शिकायतों के निराकरण के लिये पृथक से पोर्टल विकसित कर एक-दो दिन में ही सभी कार्य सम्पादित किये जायें। सहकारिता विभाग के स्तर पर जय किसान फसल ऋण माफी योजना की समस्त कार्यवाहियों को तत्परता से सम्पादित किया जाये। योजना के कारगर क्रियान्वयन के लिये विंध्याचल भवन में भी नियमित समीक्षा की व्यवस्था की गई है।
पंचायतों की मतदाता सूची बनाने में लापरवाही पर हो सकता है कारावास
पंचायतों की मतदाता सूची बनाने में लापरवाही पर दो वर्ष तक का कारावास हो सकता है। इस संबंध में राज्य सरकार द्वारा मध्यप्रदेश पंचायत राज एवं ग्राम स्वराज अधिनियम में संशोधन किया गया है। संशोधन अनुसार मतदाता सूची में किसी प्रविष्टि का पुनरीक्षण करने या उसमें नाम शामिल करने अथवा हटाने के लिए नियुक्त तथा प्राधिकृत रजिस्ट्रीकरण अधिकारी या सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी या कोई अन्य व्यक्ति को अधिनियम के उपबंधों के अधीन सौंपे गए कार्यों का निर्वहन नहीं करने पर कारावास की सजा दी जा सकेगी। साधारण कारावास की सजा तीन माह से कम की नहीं होगी और अधिकतम दो वर्ष तक की हो सकेगी या जुर्माने या दोनों से दण्डित किया जायेगा। कोई भी न्यायालय तब तक अपराध का संज्ञान नहीं लेगा जब तक राज्य निर्वाचन आयोग या कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी या किसी प्राधिकृत अधिकारी द्वारा लिखित में शिकायत नहीं की गयी हो।
बिजली के अवैध उपयोग की सूचना देने पर मिलेगा पुरस्कार
बिजली चोरी की रोकथाम के लिये इसके अवैध उपयोग की सूचना देने पर निर्धारित शर्तों के अधीन पारितोषिक देने की योजना को पुनरीक्षित किया गया है। सूचना के आधार पर राशि वसूली होने पर सूचनाकर्ता को 10 प्रतिशत राशि का भुगतान किया जायेगा। इस राशि की अधिकतम सीमा नहीं है। बिजली के अवैध उपयोग/ चोरी के संबंध में कम्पनी मुख्यालय एवं क्षेत्रीय मुख्यालयों के अलावा क्षेत्रीय महाप्रबंधकों को भी लिखित अथवा दूरभाष पर सूचना दी जा सकती है। सूचनाकर्ता की जानकारी गोपनीय रखने की जिम्मेदारी संबंधित अधिकारी की रहेगी। कम्पनी के अधिकारी-कर्मचारी को सूचनाकर्ता नहीं माना जायेगा। सूचना प्राप्त करने के लिये एक मोबाईल एप्लीकेशन तैयार की जा रही है। सूचनाकर्ता को प्रोत्साहन राशि का भुगतान कम्पनी मुख्यालय से किया जायेगा। प्रोत्साहन राशि सीधे सूचनाकर्ता के बैंक खाते में जमा की जायेगी। प्रकरण बनाने एवं राशि वसूली करने वाले विभागीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों को भी ढाई प्रतिशत राशि प्रोत्साहन के रूप में दी जायेगी।
चन्द्रशेखर आजाद महाविद्यालय में योग शिविर संपन्न
चन्द्रशेखर आजाद शासकीय स्नातकोत्तर अग्रणी महाविद्यालय में म.प्र.शासन उच्च शिक्षा विभाग के आदेशानुसार आयोजित योग प्रशिक्षण शिविर का समापन किया गया । राष्ट्रीय सेवा योजना और क्रीड़ा विभाग के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित इस 21 दिवसीय शिविर में कैवल्यधाम योग प्रशिक्षण केन्द्र भोपाल की योग प्रशिक्षिका विनीता यादव द्वारा धनुरासन श्वासन, मकरासन, अद्र्वहलासन, भुजंगासन, सर्वागासन, मत्सयासन, ब्रजासन, ब्रम्हमुद्रा, शंशाकासन, त्रिकोणासन, वक्रासन, अद्र्वपद्यमासन, पदमासन, योगमुद्रा, गोमुखासन, पश्चिमोत्तासन, उष्टासन, अद्र्वचक्रासन, पादहस्तासन, वृक्षासन, अनुलोम-विलोम, प्राणायाम, भ्रामरी प्राणायाम आदि कई आसनों का अभ्यास कराया गया । शिविर के समापन कार्यक्रम में शिविरार्थियों के रुप में सहभागी विद्यार्थियों तथा महाविद्यालयीन स्टाफ में शिविर की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला । इस अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ.आशा गुप्ता ने अपने उदबोधन में योग को जीवन में आत्मसात करने की प्रेरणा दी तथा इसे कैरियर के एक विकल्प के रुप में प्रस्तुत किया । कार्यक्रम में महाविद्यालय के सभी प्राध्यापक एवं शिविरार्थी उपस्थित थें । कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारी देवेन्द्र कुमार बरवड़े ने किया ।


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