अरुण कुमार (बेगूसराय) सत्यारा चौक मंझौल बेगूसराय,देश दुनिया में शांति व्यवस्था स्थापित करने के लिए गांधी के मार्ग को अपनाना तथा उसका अनुकरण करना आवश्यक है।गांधी के मार्ग को अपनाए बिना दुनिया में शांति की बातें सोचना एवं करना सूरज को दीपक दिखाने के समान ही है।उक्त बातें शहीद दिवस के अवसर पर पूर्व सांसद रामजीवन सिंह ने मंझौल सत्यारा चौक स्थित महात्मा गांधी के प्रतिमा पर माल्याअर्पण करने के दौरान कही। उन्होंने कहा कि देश और समाज चरित्र से चलता है, न कि चालाकी से।इसलिए राजनेता चालाकी से नहीं बल्कि अपने चरित्र के दर्पण से समाज को आईना दिखाने का काम करें उन्होंने कहा लोकतांत्रिक व्यवस्था के अंदर राजनीति से समाज में जागृति लाना था, परंतु दिन-ब-दिन समाज में विकृतियां बढ़ती जा रही है,जिसके फलस्वरूप भारत जैसे महान लोकतंत्रिक देश पर खतरों के बादल मंडराने लगे हैं। गांधी के सपनों का जिक्र करते हुए कहा कि उनका सपना पंचायती राज व्यवस्था को साकार रूप देने का था,लेकिन आज बड़ी विडंबना है कि पंचायती राज व्यवस्था के अंतर्गत लोकतांत्रिक तरीके से चुने गए मुखिया, सरपंच, पंचायत समिति सदस्य एवं जिला परिषद में से किसी जनप्रतिनिधियों को बापू की पुण्यतिथि के मौके पर भी उन्हें याद करने की फुर्सत नहीं है।उन्होंंने गांधी के विचारों को व्यक्त करते हुए कहा कि उस समय खादी वस्त्र नहीं था। बल्कि एक विचार था,खादी स्वावलंबन, ग्राम उद्योग, लघु उद्योग, स्वच्छता और सादगी का प्रतीक माना जाता था।जिसे आज पंचायती राज व्यवस्था के अंतर्गत बढ़ावा देने की जरूरत है,तभी हमारा देश भारत गांधी के सपनों को मूर्त रूप देने में सफलता हासिल कर सकेगा।जो दुनिया के लिए प्रेरणास्रोत साबित होगा।
बुधवार, 30 जनवरी 2019
बेगूसराय : पूर्व सांसद रामजीवन सिंह ने बापू के प्रतिमा पर किया पुष्पमाल्यार्पन
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