श्री एम के अध्यात्म विचारकुम्भ में श्रोताओं ने लगायी डुबकी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

बुधवार, 6 फ़रवरी 2019

श्री एम के अध्यात्म विचारकुम्भ में श्रोताओं ने लगायी डुबकी

धर्म और कर्म पर आधारित शून्य नोबेल का हुआ विमोचनसप्तश्री आदित्य की जुगलबंदी ने जमाया रंग, तो श्रोताओं ने पूछे श्री एम से पूछा शून्य पर केंद्रित आध्यात्म व् जीवनशैली पर विभिन्न सवाल
adhyatm-samagam
उज्जैन / कोलकाता : आध्यात्म को एक अलग नजरिये से दर्शाने वाले अंतर्राष्ट्रीय अध्यात्म एवं मानवता के प्रचारक श्री एम द्वारा ३ फ़रवरी को अध्यात्म एवं कला की महानगरी कोलकाता में "शून्य" नामक उपन्यास का विमोचन देश - विदेश से आये आध्यात्म के अनुयायिओं के समक्ष किया गया.  उक्त आयोजन में धर्म परिवेश का आगाज संगीत मार्तण्ड पद्मविभूषण पंडित जसराज के सुयोग्य शिष्य सप्तर्षि चक्रवर्ती एवं पद्मश्री पंडित स्वपन चौधरी के सुयोग्य शिष्य आदित्य नारायण बनर्जी के जुगलबंदी के साथ शुभारम्भ हुआ. मेरो अल्लाह मेहरबान.... बंदिश के साथ शुरू किये आयोजन में तबलावादक आदित्य नारायण बैनर्जी ने बताया कि सप्तर्षि जी ने जो "मेरो अल्लाह मेहरबान...." बंदिश गाये है वह हम श्री एम को डेडिकेट करते है क्योंकि इस्लाम परिवार में जन्म लेने वाले श्री एम ने हिन्दू ब्राह्मण लड़की से विवाह कर हिन्दू संस्कृति एवं आध्यात्म के साथ मानवता का जिस तरह प्रचार प्रसार कर रहे है. वह धर्म एकता का बेहद सुन्दर उदाहरण है.  शून्य को लेकर श्रोताओं ने किये सवाल - श्री एम ने मुस्कराहट के साथ दिए जवाब आयोजन में देश - विदेश से अध्यात्म अनुयायियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाकर श्रोताओं ने शून्य से सम्बंधित अपने मन के प्रश्नों को श्री एम से पूछे जिस पर श्री एम ने बेहद सुन्दर जवाब के साथ शून्य को पढ़ने कि उत्सुकता और बढ़ा दिया.

कोई टिप्पणी नहीं: