बिहार : कम्प्यूटर ऑपरेटर की लापरवाही से 3 साल से पेंशन से महरूम - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

बुधवार, 6 फ़रवरी 2019

बिहार : कम्प्यूटर ऑपरेटर की लापरवाही से 3 साल से पेंशन से महरूम

opopretor-error-no-pension
डूमर,6 फरवरी। कटिहर जिले में है समेली प्रखंड। इस प्रखंड में डूमर ग्राम पंचायत। इसमें पंचायत में बड़ी नहर। बड़ी नहर की चाट में रहती हैं हसीना खातून। उनका पति का नाम है सलीम। अज्ञात बीमारी से सलीम की मौत हो गयी। वह पति की मौत के बाद सड़क पर आ गई। आवासीय और खेतिहर भूमिहीन होने के कारण खेतिहर मजदूर बन गयी। कुछ लोगों की सहायता से समेली प्रखंड में स्थित लोक सेवाओं का अधिकार के तहत लक्ष्मीबाई सामाजिक सुरक्षा पेंशन का आवेदन दाखिल किया। कुछ दिनों के बाद 10 फरवरी 2016 लक्ष्मीबाई सामाजिक सुरक्षा पेंशन स्वीकृत हो गयी। दुर्भाग्य से कम्प्यूटर आॅपरेटर की लापरवाही से मुस्मात हसीना को पेंशन नहीं मिल रहा है। वह 3 साल से पेंशन से महरूम है। 

आखिरकार क्यों नहीं मिल रहा है मुस्मात हसीना खातून को पेंशन
पति सलीब की मौत के बाद मुस्मात हसीना खातून सड़क पर आ गई। किसी के सहयोग से लोक सेवाओं का अधिकार के तहत आवेदन दाखिल किया। वह आवेदन के साथ मृत्यु प्रमाण-पत्र, आधार कार्ड, बैंक बुक और फोटो संलग्न की। इनका बैंक पासबुक उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक में है। खाता संख्या - 1007411030028937 है। आईएफएससीः सीबीएनआर10001 है। आधार कार्ड संख्या- 543855801913 है। 10 फरवरी 2016 को लक्ष्मीबाई सामाजिक सुरक्षा पेंशन स्वीकृत की गयी। 

कुल 14 लक्ष्मीबाई सामाजिक सुरक्षा पेंशन स्वीकृतादेश जारी 
समेली के प्रखंड विकास पदाधिकारी का हस्ताक्षर से ज्ञापांक संख्या-156 दिनांक- 10.02.2016 कुल 14 लक्ष्मीबाई सामाजिक सुरक्षा पेंशन स्वीकृतादेश जारी किया गया। प्रखंड के कम्प्यूटर ऑपरेटर ने सूची तैयार किया। मुस्मात भोगिया देवी, मुस्मात बागो देवी,मुस्मात हसीना खातून, मुस्मात आशा देवी, मुस्मात अमसिया देवी, मुस्मात तेतरी देवी, मुस्मात कृष्णा देवी,मुस्मात बिमला देवी, मुस्मात राधा देवी, मुस्मात सीता देवी, मुस्मात भोकली देवी,मुस्मात कौशल्या देवी,मुस्मात बिमला देवी और मुस्मात देवी हैं। सूची बनाते समय ही कम्प्यूटर आॅपरेटर ने जानबुझ कर या अनजाने में लापरवाही कर दिया। किसी अनजान अबला का नाम सूची में शामिल कर दिया। यहीं से मुस्मात हसीना खातून की परेशानी शुरू हो गयी। 

प्रगति ग्रामीण विकास समिति की पहल
डोनर संस्था इंडो ग्लोबल सोशल सर्विस सोसायटी के सहयोग से प्रगति ग्रामीण विकास समिति के द्वारा समेली और कुर्सेला प्रखंड के दस-दस गांवों में कार्य किया जा रहा है। बड़ी नहर की चाट में रहने वाले आवासीय भूमिहीन जनांदोलन 2018 में गई थे। यहां पर समिति कार्यशील हैं। यहां पर बचत समूह बनाने जिला समन्वयक गए थे। जानकारी लेने के क्रम में मुस्मात हसीना खातून ने कहा कि पेंशन नहीं मिलता है। तो उसका आवेदन भरा गया। दूसरे दिन अबला ने जानकारी दी कि लोक सेवाओं का अधिकार के तहत आवेदन दी है। प्राप्ति पत्र किसी अन्य व्यक्ति के पास है। अबला ने उक्त प्राप्ति पत्र दिखाया। इसमें स्वीकृतादेश संख्या अंकित था। अगर सूची नहीं था। 

वर्तमान कम्प्यूटर ऑपरेटर राजन कुमार ने खोली
वर्तमान कम्प्यूटर आॅपरेटर राजन कुमार को लोक सेवाओं का अधिकार के प्राप्ति पत्र दिखाया।उन्होंने आधार कार्ड देने को कहा। आदेश कार्ड की संख्या के अनुसार मिलान करने लगा। मिलने करने से पता चला कि मुस्मात हसीना खातून के नाम से पेंषन की राशि एसबीआई में स्थानान्तरित हो रहा है। आधार कार्ड संख्या- 543855801913 सही है। पति का नाम स्व. मो. जहररूद्दी है। आधार कार्डधारी मुस्मात हसीना खातून से आॅपरेटर ने पूछा कि पति का नाम क्या है हसीना ने कहा कि मो.सलीम नाम है। इतने सुनने के बाद आॅपरेटर राजन कुमार का माथा ठनक गया। उन्होंने प्रखंड कार्यालय में जाकर स्वीकृतादेश लाने का परामर्श दिया। प्रखंड कार्यालय से स्वीकृतादेश प्राप्त किया गया। तब जाकर कलई खुली। पूर्व आॅपरेटर ने किसी अन्य मुस्मात का नाम फीड करके 10.02.2016 से पेंशन दिलवा रहा है। तब आॅपरेटर ने एक आवेदन लिखकर देने को कहा ताकि सुधार लाया जा सकें। 

मुस्मात हसीना खातून ने प्रखंड विकास पदाधिकारी को लिखा आवेदन 
मेरा नाम मुस्मात हसीना खातून है। पति का नाम स्व.मो.सलीम है। पत्रांक 255 दिनांक 10.02.2016 से लक्ष्मीबाई सामाजिक सुरक्षा पेंशन स्वीकृत है। मगर पेंशन की स्वीकृत राशि खाता संख्या- 1007411030028937 उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक, आईएफएससीः सीबीएनआर10001 है। आधार कार्ड संख्या- 543855801913 है। मेरे खाते में स्वीकृत राशि आंवटित नहीं हो रही है। यह राशि किसी अन्य के खाते में जा रही है। इसका विवरण हैः- मुस्मात हसीना खातून पति स्व. मो. जरहद्दीन। डूमर का निवासी है। दोनों का आधार कार्ड संख्या-543855801913 है। एक ही कर दिया गया है। अंत में मुस्मात हसीना खातून ने लिखा है कि अवैध ढंग से राशि लेने वाले पर कार्यवाही हो। पत्रांक-255 दिनांक-10.02.2016 से जोड़कर राशि खाता संख्या- 1007411030028937 उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक, आईएफएससीः सीबीएनआर10001 में स्थानान्तरित किया जाए। 

अवैध ढंग से राशि डकाने वाली अबला 
अवैध ढंग से राशि हड़पने वाली मुस्मात हसीना खातून है। जो डूमर चैाक पर सब्जी बेचती है। इसका घर डूमर में ही है। इसका पति का नाम स्व. जरहरूद्दीन है.इसका बैंक एसबीआई है। खाता संख्या- 347860043 है। आईएफएससीः .....6588 है। पिछले तीन सालों से पेंशन की राशि उठा रही है। वह कहती है कि तीन माह में 1200 रू. मिलता है। कुल 14400 रू.डकार गयी है। प्रगति ग्रामीण विकास समिति के जिला समन्वयक  और समेली प्रखंड के कम्प्युटर ऑपरेटर राजन कुमार के प्रयास से घपल्लेबाजी का पर्दाफास हो सका है। अब देखना है कि कब स्व. मो.सलीम की विधवा को 10.02.2016 से स्वीकृत लक्ष्मीबाई सामाजिक सुरक्षा पेंशन की राशि मिल पा रही है?

कोई टिप्पणी नहीं: