नयी दिल्ली 05 फरवरी, विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति के अभिभाषण को सरकार की पिछले पाँच साल की उपलब्धियों का गुणगान करार दिया और किसानों को फसलों का उचित समर्थन मूल्य नहीं देने तथा महिला आरक्षण विधेयक नहीं लाने के लिए सरकार की आलोचना की। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लोकसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए बीजू जनता दल के भर्तृहरि महताब ने कहा कि सरकार ने दो हेक्टेयर या उससे छोटी जोत वाले किसानों को हर साल छह हजार की वित्तीय मदद देने का प्रावधान किया है, लेकिन अनुभव बताते हैं कई राज्यों में इस तरह की योजना पहले से ही चल रही है और यह अब तक उतनी कारगर साबित नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि इसके बदले सरकार को “वास्तविक लागत” पर डेढ़ गुणा न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) तय करना चाहिये था। श्री महताब ने कहा “किसानों की व्यथा अब भी समाप्त नहीं हुई है। उन्हें तीन किस्तों में सालाना छह हजार रुपये देने का फैसला अच्छा है, लेकिन यह स्थायी समाधान नहीं है।” उन्होंने कहा कि लागत की केंद्र सरकार की मौजूदा गणना त्रुटिपूर्ण है। इसमें जमीन की लागत तो दूर मजदूरी और अन्य लागतों का भी सही आँकलन नहीं किया गया है। राष्ट्रपति के अभिभाषण में एमएसपी का कोई जिक्र नहीं था। उन्होंने कहा कि परंपरागत रूप से राष्ट्रपति के अभिभाषण में पिछले एक साल की उपलब्धियों का जिक्र होता है, लेकिन इस बार पिछले पाँच साल का जिक्र था जो परंपरा से हटकर है। बीजद सदस्य ने 10 लाख परिवार को एक साल में पाँच लाख रुपये तक के नि:शुल्क इलाज वाली आयुष्मान योजना को लेकर भी सवाल खड़े किये। उन्होंने कहा “50 करोड़ लोगों के लिए 10,000 करोड़ रुपये का बजटीय प्रावधान किया गया है। थोड़ी सी गणित से कोई भी समझ सकता है कि क्या किया गया है।” उन्होंने इसे देश के हर नागरिक के लिए लागू करने की माँग की।
मंगलवार, 5 फ़रवरी 2019
राष्ट्रपति का अभिभाषण सरकार का गुणगान मात्र : विपक्ष
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