बेगूसराय : सिमरिया तो सिमरिया है ही सिहमा को भी सिमरिया बनाना है - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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बुधवार, 6 फ़रवरी 2019

बेगूसराय : सिमरिया तो सिमरिया है ही सिहमा को भी सिमरिया बनाना है

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अरुण कुमार (बेगूसराय) शायद इसी को कहते हैं अच्छे दिन मटिहानी प्रखंड के सिहमा गंगा घाट पर नगर विकास एवं आवास विभाग की ओर से जागरूकता अभियान के तहत 5 फरवरी को समारोह आयोजित किया।गंगा किनारे आयोजित इस कार्यक्रम में उपविकास आयुक्त कंचन कपूर,महापौर उपेंद्र प्रसाद सिंह, उपमहापौर राजीव रंजन सहित कई पदाधिकारी मौजूद थे। नमामि गंगे के एसपीडीएम ग्रुप के लीडर अधिकारी अजीत नयन ने कहा कि गंगा पवित्र हैं,इसलिए हम उनकी पूजा करते हैं,और इन्हें माँ का दर्जा प्राप्त है,जबसे हमने हिश सम्भाला है इन्हें गंगा माँ के नाम से ही जाना है हमने।लेकिन हम गंगा को गंदा करने लगे हैं।हम इसे गंदा करना बंद कर दें तो यह स्वतः निर्मल हो जाएगी। उन्होंने कहा कि 01से23 फरवरी तक जागरूकता अभियान चलाने का निर्णय लिया गया है।इसी तहत सिहमा में कार्यक्रम आयोजित किया गया है।सफाई के लिए सतत प्रयास की आवश्यकता है। नगर निगम घाट की नियमित सफाई के लिए देगी सफाई कर्मी।महापौर उपेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि वैसे तो यह घाट ग्रामीण क्षेत्र में आता है लेकिन निगम क्षेत्र से काफी करीब होने के कारण हम एक सफाई कर्मी को यहां तैनात करेंगे।उन्होंने कहा कि पंचायत के मुखिया के सहयोग से इस घाट पर नमामि गंगे के तहत पक्का घाट का निर्माण,महिलाओं के कपड़ा बदलने के लिए पक्का पर्दा घर का निर्माण,प्रकाश की व्यवस्था ताकि रात के समय दाहसंस्कार के लिए पहुंचने वाले को असुविधा न हो का प्रयास करेंगे। उन्होंने आम लोगों से कचड़ा व मृत जानवरों को नदी में नहीं डालने की अपील किया।कहा जब हम गंगा को माता व जीवनदायिनी मानते हैं तो इसके आंचल व धारा को पवित्र रखना होगा।यह जिम्मेदारी किनारे के गांववासी ही ले सकते हैं।उपविकास आयुक्त कंचन कपूर ने कहा कि कोई भी अभियान जनभागीदारी से ही सफल हो पायी है। उन्होंने कहा कि गंगा में गंदगी फैलाने से जलजीव आदि के भी जीवन संकट में आ गये है।उन्होंने लोगों से गंगा में किसी भी तरह का कचड़ा नहीं डालने का अनुरोध किया।समारोह को नगर आयुक्त मो०अब्दुल हमीद,उपमहापौर राजीव रंजन,सिहमा उत्तरी पंचायत के मुखिया ललन सिंह आदि ने संबोधित किया।कहा गंगा तभी जीवनदायिनी रहेगी जब वह स्वच्छ व निर्मल रहेंगी,इसलिए सामाजिक दायित्व बनता है कि हम गंगा को किसी भी प्रकार के कचड़े से दूर रखें। इस मौके पर संचालन कर रहे राधव सिंह ने वार्ड पार्षद नीलम देवी के मुख्यालय से बाहर रहने के कारण उनकी मांग को रखते हुए,आगे बताया कि सिहमा के गंगा घाट पर खास दिनों में भीड़ के समय पुलिस बल तैनात करने पर बल दिया जाय।इधर गांव के राजकुमार सिंह ने पूछे जाने पर कहा कि गांव के लोग गंगा की सफाई के लिए सजग हैं,शहर से आने वाले मना करने के बावजूद भी कचड़े को धारा में डालने से नहीं चूकते हैं।मौके पर प्रतिकात्मक रूप से अतिथियों ने भी घाट की सफाई की।वैसे भी गंगा का जल किसी अमृत से कम नहीं,अमृतमय गंगा की रक्षार्थ हम सबको आगे बढ़कर हिस्सा लेनी चाहिये और इनकी रक्षा करनी चाहिये।शास्त्र साक्षी है कि जबतक गंगा,गौ और तुलसी धरा पर हैं धारा है,जिस दिन ये तीनो विलुप्त ही जाएँगे सम्पूर्ण धरती जलमग्न हो जाएगी।फिर जीवों में मानव जाति का विनाश और फिर पुनः सृष्टि काल का आरम्भ होगा फिर मानव दिखाई पड़ेंगे वो भी तब जब पुनः धरती जल से ऊपर आएगी।इसलिये धर्म,मजहब चाहे कोई भी हो सबों को मिलकर इन तीनो की रक्षा करनी चाहिये।

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