भागवतकथा के श्रवण से होते है दुख दूर- पुरोहित
सीहेार। प्रत्येक मनुष्य केवल सुख और समृद्धी की अभिलाषा करता है और दुख से भयभीत होकर दूर भागता है जबकी प्रत्येक मनुष्य के जीवन में सुख और दुख निरंतर आते जाते रहते है मनुष्य को संकट के समय में संयम से काम लेना चाहिए और परमपिता परमेश्वर पर अटूट श्रद्धा और विश्वास करना चाहिए भागवत कथा भी मनुष्य को इस वैतरणी से पार लगाती है भागवत कथा के श्रवण से व्यक्ति के दुख दूर हो जाते है और मनुष्य के जीवन में आने वाली परेशानियां कम हो जाती है। इस लिए प्रत्येक मनुष्य को भागवत कथा का श्रवण करना चाहिए उक्त विचार गीता मानस भवन में आयोजित श्रीमद भागवत कथा के दूसरे दिन कथा वाचक बीकेजी पुरोहित ने व्यक्त किए। कथा में पंडित चेतन उपाध्याय ने सुमधुर संगीतमय भजन प्रस्तुत किए। गीता मानस समिति के अध्यक्ष प्रदीप बिजोरिया,बाबूलाल मिस्त्री, अनिल शर्मा, राजमल गेहलोत, विष्णू दयाल अग्रवाल, राधेगोविंद गीते, जीपी उपाध्याय, सतनारायण शर्मा, एमवी परलीकर पंडित सुनील शर्मा व अन्य सदस्यों ने श्रीमद भागवत ग्रंथ की पूजा की और कथा वाचक पुरोहित को मंगल तिलक कर आशिर्वाद प्राप्त किया। कथा में बड़ी संख्या में श्रद्धालुगण मौजूद थे।
आष्टा में मतदाताओं ने उत्साहपूर्वक किया मतदान
19 मई को लोकतंत्र के महात्यौहार में भाग लेने हर वर्ग उत्साहित दिखा। लोकसभा निर्वाचन 2019 के लिये 21-देवास संसदीय क्षेत्र अन्तर्गत सीहोर की आष्टा विधानसभा क्षेत्र में सुबह 7 बजे से ही मतदान केन्द्रों पर मतदान करने के लिये लोग जमा होना शुरु हो गए थे। आयोग के निर्देशानुसार सभी मतदान केन्द्रों पर मतदाताओं के लिए आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई थी।
बिदाई से पहले दुल्हन ने निभाई मतदान की जिम्मेदारी
21-देवास संसदीय क्षेत्र अन्तर्गत आष्टा विधानसभा क्षेत्र की बेटी हर्षिता ने का विवाह संपन्न होने के उपरांत ससुराल जाने से पहले अपने मताधिकार का प्रयोग किया। नंदकिशोर जी की बेटी हर्षिता ने वोट डालकर देशहित को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। हर्षिता के पति पंकज ने भी दुल्हन के इस निर्णय का स्वागत किया। हर्षिता ने अपने माता-पिता नंदकिशोर एवं बंसती बैरागी के साथ मतदान केन्द्र पहुंचकर वोट डाला फिर वह अपने ससुराल के लिए विदा हुई।
वृक्ष की जड़ों की तरह परिवार और देश के लिए बुजुर्ग भी महत्वपूर्ण-जमुना बाई
102 वर्षीय जमुना बाई ने 19 मई को अपने मताधिकार का प्रयोग करके समाज को यह संदेश दिया कि उम्र के किसी भी पड़ाव में लोकतंत्र के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाने का जज्बा हर नागरिक में होना चाहिए। आष्टा की जमुना बाई अपने मताधिकार की शक्ति को भलिभांति जानती हैं। वे कहती है कि जिस प्रकार एक वृक्ष के लिए जड़ों की अहमियत होती है वैसे ही परिवार और देश के लिए बुजुर्ग भी महत्वपूर्ण हैं। आष्टा की ही शतायु उमराव बाई, 85 वर्षीय सिंगारी बाई, 80 वर्षीय जसरथ बाई, 80 वर्षीय बेवी सोनी आदि बुजुर्गों ने भी मतदान किया। प्रशासन द्वारा मतदान केन्द्रों पर की गई व्हीलचेयर की व्यवस्था से बुजुर्गों ने सुगमता से मतदान किया।
दिव्यांग भी हर बाधा पार करके पहुंचे मतदान करने सुगम मतदान की पहल को दिव्यांग मतदाताओं ने किया सार्थक
निवाचन आयोग के निर्देशानुसार जिला प्रशासन द्वारा दिव्यांग मतदाताओं के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं मतदान केन्द्रों पर कराई गई। सुगम मतदान की पहल को दिव्यांग मतदाताओं ने सार्थक कर दिखाया। दिव्यांग मतदाताओं ने व्हीलचेयर की सहायता से मतदान केन्द्र के अंदर पहुंचकर मतदान किया। आष्टा की 70 वर्षीय पुनिया बाई दिव्यांग होने के साथ-साथ वृद्ध नागरिक भी हैं, वे कहती हैं कि मेरा वोट लोकतंत्र के लिए महतत्वपूर्ण है और मैं दिव्यांगता को अपनी कमजोरी न समझते हुए हर चुनाव में अवश्य अपने मतादधिकार का प्रयोग करती हूं। इस प्रकार अन्य दिव्यांगों ने प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्थाओं के प्रति संतुष्टि व्यक्त करते हुए आभार प्रकट किया।
प्रथम बार मतदान करके युवाओं ने निभाई अपनी भूमिका
आष्टा क्षेत्र के युवा मतदाताओं ने उत्साह पूर्वक मतदान किया। आष्टा की छाया कुशवाह, शिवानी कुशवाह, शानू परमार आदि ने 19 मई को प्रथम बार अपने मताधिकार का प्रयोग किया। छाया कहती है कि देश के विकास से ही मेरा और सबका भविष्य जुड़ा है हम सभी को वोट करके लोकतंत्र के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए। आष्टा के आदर्श मतदान केन्द्र क्रमांक 190 में मतदाताओं के लिए निर्वाचन आयोग द्वारा जारी दिशा निर्देश के अनुरुप जिला प्रशासन द्वारा सारी व्यवस्थाएं की गई थी। केन्द्र में छोटे बच्चों को लेकर मतदान करने आने वाली महिलाओं की सुविधा के लिए पालनाघर बनाया गया था। जितना समय माताओं को मतदान करने में लगा उतने समय तक बच्चे आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ पालनाघर में खेलते नजर आए।
आष्टा में पदस्थ अधिकारी/कर्मचारियों ने भी अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
जिला निर्वाचन अधिकारी पहुंचे आष्टा एसपी के साथ किया मतदान केन्द्रों का निरीक्षण
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री गणेश शंकर मिश्रा पुलिस अधीक्षक श्री शशीन्द्र चौहान के साथ रविवार 19 मई को आष्टा पहुंचे एवं मतदान केन्द्रों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने सारी व्यवस्थाओं का जाएजा लिया। मतदान केन्द्रों पर तैनात सुरक्षाकर्मियों को कलेक्टर ने आवश्यक निर्देश दिए एवं सभी अधिकारियों को आपस में समन्वय कर निर्वाचन संपन्न कराने के लिए कहा। पुलिस अधीक्षक श्री शशीन्द्र चौहान ने सुरक्षाबलों को निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार कर्तव्यों का निर्वाह करने के निर्देश दिए।
जिले के आष्टा में 75.98 मतदान अनुमानित
लोकसभा निर्वाचन के दौरान संसदीय क्षेत्र 21-देवास में शामिल सीहोर जिले के आष्टा विधानसभा क्षेत्र में रविवार 19 मई को मतदान हुआ। आष्टा विधानसभा में शाम 6:30 बजे समाचार लिखे जाने तक प्राप्त जानकारी के अनुसार 75.98 % मतदान हुआ। आंकड़ों का संकलन सतत जारी है।
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