बिहार : 3799 ए.एन.एम.को मिला हैण्डसेट - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

मंगलवार, 11 जून 2019

बिहार : 3799 ए.एन.एम.को मिला हैण्डसेट

  • बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांण्डेय के द्वारा 50 फीसदी ए.एन.एम. के बीच टैबलेट वितरित 

17855 ए.एन.एम. को डिजिटल दुनिया के साथ जुड़ाव का अवसर उपलब्ध करवाएगा. फिरवक्त 13 आकांक्षी जिलों को 50 फीसदी ए.एन.एम. को 3799 टैबलेट वितरित किया गया है. नवम्बर माह में शेष 25 जिलों के सभी ए.एन.एम.के पास यह सुविधा उपलब्ध होगी.
3799-anm-got-handset-bihar
पटना,11 जून। पुराने सचिवालय स्थित अधिवेशन भवन में सोमवार को बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ने दीप प्रज्वलित कर राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत की. इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि यह स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ बिहार प्रदेश के लिए भी एक महत्वपूर्ण दिन है. जब गांव-गांव में ए.एन.एम. (आॅक्सीलरी नर्स मिडवाइफ ) अपने हाथों में टैबलेट लिए नजर आएंगी तो बिहार की बदलती हुई तस्वीर भी लोगों को नजर आएगी. उन्होंने बताया कि वह हमेशा से ही बिहारवासियों को तकनीक आधारित स्वास्थ्य सेवा प्रदान कराने के लिए कार्यरत हैं. राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में 13 आकांक्षी जिलों के 50 प्रतिशत ए.एन.एम. को 3799 टैबलेट वितरित किया गया. बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय के कर कमलों द्वारा इन सभी ए.एन.एम. को टैबलेट एवं बायोमेट्रिक डिवाइस प्रदान करवाया गया. इस कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री के अलावा राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्पालक निदेशक मनोज कुमार, अपर कार्यपालक निर्देशक डॉ. करुणा कुमारी, प्रशासी पदाधिकारी खालिद अरशद, स्वास्थ्य विभाग के अपर सचिव कौशल किशोर, संयुक्त सचिव अनिल कुमार, यूनिसेफ के कार्यक्रम प्रबंधक शिवेंद्र पाण्डेय और बीएमएसआईसीएल के प्रबंध निदेशक संजय कुमार सिंह आदि कई गणमान्य लोग मौजूद थे. इसके अलावा राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने कहा कि आईटी के क्षेत्र में यह राज्य स्वास्थ्य समिति का एक बड़ा कदम है. डाटा संग्रहण में आईटी का महत्वपूर्ण योगदान होता है. इस टैबलेट के माध्यम से डाटा आधारित कार्यक्रम का संचालन होगा. इसके साथ ही बायोमेट्रिक डिवाइस से पहचान और डाटा संरक्षण में आसानी होगी. अरविंद कुमार, सिस्टम एनलिस्ट सह डाटा अधिकारी, राज्य स्वास्थ्य समिति ने टैबलेट एवं बायोमेट्रिक की विशेषता एवं उपयोगिता के बारे में अवगत कराया. प्रथम चरण के 13 आकांक्षी जिलों में अररिया, पूर्णिया, कटिहार, औरंगाबाद, गया, नवादा, बांका, शेखपुरा, जमुई, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, खगड़िया और बेगूसराय शामिल हैं. वहीं पटना, भोजपुर, जहानाबाद, अरवल, बक्सर, भभुआ, पश्चिमी चम्पारण,पूर्वी चम्पारण, मधुबनी, सहरसा, मधेपुरा, सुपौल, भागलपुर, दरभंगा,गोपालगंज, किशनगंज, लखीसराय, मुंगेर, सासाराम, समस्तीपुर,सारण, सिवान, शेखपुरा और शिवहर शेष है. इन जिलों के ए.एन.एम.को नवम्बर माह में टैबलेट एवं बायोमेट्रिक डिवाइस मिलेगा. बिहार राज्य ने जन स्वास्थ्य सेवाओं को ससमय उपलब्ध कराने व स्वास्थ्य सुविधा के सुढृढीकरण हेतु राज्य के सभी ए.एन.एम. को ‘टैबलेट’ एवं ‘बायोमेट्रिक डिवाइस’ उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है. ताकि एएनएम द्वारा टैबलेट का उपयोग कर ऑनलाइन आंकड़ों को प्रतिवेदित की जा सके तथा मातृ मृत्यु दर एवं शिशु मृत्यु दर को यथासंभव कम किया जा सके. यह प्रयोग जहां 17855 ए.एन.एम. को डिजिटल दुनिया के साथ जुड़ाव का अवसर उपलब्ध करवाएगा. वहीं दूसरी ओर महिला सशक्तिकरण के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा किए जाने वाले प्रयासों की ओर यह एक और कदम होगा. आज प्रथम चरण में राज्य के कुल 13 आकांक्षी जिलों को 50 फीसदी ए.एन.एम. को 3799 टैबलेट वितरित किया जा रहा है. द्वितीय चरण में राज्य के शेष सभी ए.एन.एम. के पास यह सुविधा उपलब्ध होगी. इस टैबलेट के साथ बायोमेट्रिक्स उपकरण भी उपलब्ध कराया जा रहा है. जिसके माध्यम से सेवार्थियों से संबंधित सभी सुचनाएं स्वतः पोर्टल पर हस्तानान्तरित होगी और सेवार्थियों के अधिकारिता के अनुसार उनकी देय राशियां तत्काल उनके एकाउन्ट में प्रेषित किया जाएगा. यह सुविधाएं आगामी 2 से 3 माह में स्वास्थ्य केन्द्रों के माध्यम से संचालित किया जाएगा. उपर्युक्त प्रयासों से राज्य की सभी ए.एन.एम. ऑनलाइन हो जाएंगी. इस गतिविधि का नाम अनमोल रखा गया है.

कोई टिप्पणी नहीं: