वैश्विक शांति के लिए जय जगत पदयात्रा - राजगोपाल पी.व्ही
भोपाल। बा-बापू की 150वीं जयंती वर्ष के अवसर पर सामाजिक संगठनों और कार्यकर्ताओं के द्वारा वैश्विक शांति के लिए जय जगत पदयात्रा दिल्ली से जिनेवा तक 2 अक्टूबर से की जायेगी। उक्त जानकारी जय जगत पदयात्रा प्रशिक्षण शिविर में प्रख्यात गांधीवादी नेता राजगोपाल पी.व्ही ने भागीदारों को कही। प्रख्यात गांधीवादी और एकता परिषद के संस्थापक राजगोपाल पी.व्ही ने विभिन्न राज्यों से आये नवजवानों और सामाजिक संगठनों से जुड़े कार्यकर्ताओं को शांति और अहिंसा के मूलभूत सिद्वांतों के बारे में बताते हुए कहा कि आज दुनिया के विषम परिस्थिति में खड़ी है, जहां अहिंसात्मक जीवन शैली और विकास को परिभाषित किया जाना बहुत ही जरूरी है। इसी संदर्भ को लेकर महात्मा गाध्ंाी के समाधि स्थल राजघाट से 2 अक्टूबर 2019 को जिनेवा के लिए पदयात्रा प्रारंभ होगी। शिविर के प्रथम दिन पदयात्रा की रूप रेखा और तैयारियों को लेकर चर्चा की गयी। जिसमें तीन प्रस्तुतिकरण के बाद प्रशिक्षणार्थियों ने समूह अभ्यास किया। प्रथम सत्र में एकता परिषद के रमेश शर्मा ने भारत, पाकिस्तान, ईरान, अजरबैजान, अरमेनिया, जार्जिया, इटली से होते हुए जिनेवा तक के पदयात्रा मार्ग के बारे में बताया। इसके बाद यान भाई ने कुछ यूरोपिय देशों की तैयारियों के बारे में बताया। एकता परिषद के अध्यक्ष रनसिंह परमार ने राजघाट से अमृतसर के बाघा बार्डर तक की पदयात्रा, उस दौरान ठहरने के स्थान और कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी। समूह अभ्यास के दौरान सभी प्रतिभागियों को 10 समूहों में विभक्त कर सैद्वांतिक और व्यावहारिक तैयारी, पदयात्रा के अनुभव और चुनौतियां, पदयात्रा के लिए योगदान और पदयात्रा पूर्व तैयारी के विभिन्न कार्यो को साझा किया। इस प्रशिक्षण शिविर में आसाम, मणिपुर, बिहार, झारखण्ड, उड़ीसा, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, हरियाणा, गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडू और केरल के नवजवान तथा सामाजिक कार्यकर्ता भाग ले रहे हैं। जिसमें अनीस भाई, अंकित बंजारा, बनमाली, डोंगरशर्मा, निर्भय भाई, जयसिंह, सीताराम, मुरली, पवित्रन, बीजू, जीतेन्द्र, सान्या, सुरजीत, प्रीति तिवारी, सरस्वती, पुष्पा सिंह, शबनम, सान्या, बेंजी, शोभा तिवारी, योगेश, विक्रम, अनीस भाई सहित अंश हैप्पीनेस के स्वयंसेवक तथा एकता परिषद के कार्यकर्ता प्रमुख रूप से शामिल है।
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