चित्तौड़गढ़। साहित्य और संस्कृति के क्षेत्र में कार्यरत संस्थान 'संभावना' ने अपने संरक्षक और सुप्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी रामचन्द्र नन्दवाना के नाम पर एक वार्षिक सम्मान की घोषणा की है। संभावना संस्थान के अध्यक्ष डॉ के सी शर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय स्तर के इस सम्मान में प्राच्य विद्या, स्वतंत्रता आंदोलन या भारतीय मध्यकालीन साहित्य से सम्बंधित किसी एक कृति को चुना जाएगा। सम्मान के लिए तीन निर्णायकों की एक समिति बनाई गई है जो प्राप्त प्रस्तावों पर विचार कर किसी एक कृति का चुनाव करेगी। सम्मान की राशि 11000 रुपये (अक्षरे ग्यारह हजार रुपये) है। सम्मान के लिए कृति की प्रति भेजी जा सकती है अथवा कृति का प्रस्ताव कोई भी पाठक कर सकता है। लेखक स्वयं अपनी कृति का प्रस्ताव न करे ऐसा आग्रह है। यह कृति मौलिक साहित्य, आलोचना अथवा विश्लेषण के रूप में हो सकती है। कृति न्यूनतम 150 पृष्ठों की होनी अपेक्षित है। आयोजन चित्तौड़गढ़ में संभावना द्वारा किया जाएगा। डॉ शर्मा ने बताया कि चित्तौड़गढ़ जिले के कपासन निवासी रामचन्द्र नन्दवाना ने स्वतंत्रता आंदोलन तथा इसके बाद गांधीवादी आन्दोलनों में आजीवन सहयोग दिया। वे गांधी जी की संस्थाओं हरिजन सेवक संघ और चरखा संघ से जुड़े रहे थे तथा चित्तौड़गढ़ के गाडी लौहार सेवा समिति से भी उनका जुड़ाव रहा। वियोगी हरि, ठक्कर बापा और माणिक्यलाल वर्मा के निकट सहयोगी रहे रामचन्द्र नन्दवाना का यह जन्म शताब्दी वर्ष है। डॉ शर्मा ने बताया कि संभावना के सहयोगी डॉ कनक जैन को 'स्वतन्त्रता सेनानी रामचन्द्र नन्दवाना स्मृति सम्मान' का संयोजक बनाया गया है इस सम्मान से सम्बंधित समस्त कार्यवाही का संयोजन करेंगे। इस वर्ष 30 जुलाई 2019 तक प्रस्ताव लिए जा सकेंगे।
शुक्रवार, 21 जून 2019
'स्वतन्त्रता सेनानी रामचन्द्र नन्दवाना स्मृति सम्मान'
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