सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर 26 जून - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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बुधवार, 26 जून 2019

सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर 26 जून

बौखलाई पर्यवेक्षक ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को दी धमकी  कहा तुम भेंड बकरियों को सेक्टर में वापस आ कर देख लूंगी
कलेक्टर ने दिए पर्यवेक्षक शर्मा को ग्रामीण सेक्टर से हटाने के निर्देश 
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सीहोर। मंगलवार को जनसुनवाई में की गई शिकायत से बौखलाई सुपरवाईजर ने महिला बाल विकास विभाग की परियोजना सीहेार के सात ग्रामीण सेक्टरों की पचास से अधिका कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को विभिन्न नम्बरों से फोन धमकियां दी। सुपरवाईजर ने कहा की तुम भेंड बकरियों को वापस सीहोर ग्रामीण सेक्टर में आकर देख लुंगी। बुधवार दोपहर कलेक्ट्रेट पहुंचकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने कलेक्टर अजय गुप्ता से सुपरवाईजर नीलम शर्मा के द्वारा दी गई धमकी और कहे गए शब्दो की लिखित शिकायत की। कार्यकर्ताओं ने इस दौरान बताया की हम ईमानदारी से कार्य करना चहती है लेकिन सुपरवाईजर बच्चों के नास्ते और भोजन और मंगल दिवस के लिए मिलने वाली राशि में से भी कमिशन की डिमांड करती है। कमिशन देने के कारण बच्चें को दिए जाना वाली तय मीनू का भोजन देना भी बच्चों को मुश्किल हो जाता है सुपरवाइजर को हमारा वेतन भी अधिक लगता है वेतन और एरियर की राशि में से भी रूपए की डिमांड की जाती है जिस के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ता है।  मंगलवार को पर्यवेक्षक से परेशान कार्यकर्ताओं ने जनसुनवाई में कहा था की शर्मा के द्वारा लगातार अनैतिक रूपए की मांग की जाती है जबकी उन्हे ग्रामीण सेक्टर सीहोर से नहीं हटाया जाएगा  ग्रामीण आगंनबाड़ी केंद्रों में हड़ताल रहेगी। बुधवार को कलेक्टर श्री गुप्ता ने कार्यकर्ताओं को कहा की नीलम शर्मा को सीहेार ग्रामीण सेक्टर से हटा दिया जाएगा। आप सुचारू रूप से आंगनबाड़ी केंद्र संचालित किजीए। जिस के बाद आगंनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने हड़ताल समाप्त कर गुरूवार से कार्य शुरू करने का निर्णय लिया है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता प्रभा शुक्ला, ललेश जोशी, उषा किरण, रूबीना बी, जयकुवंर रीना मेवाड़ा, गीता तिवारी, हेमा शर्मा, प्रियंका, संजू, नीलम मेवाड़ा, कविता, रेखा मालवीय, शमीना बीं, श्रद्धा बाई, फेमिदा बी, रमेश बाई, नीता बाई, संतोषी बाई, आशा मालवीय,कविता मेवाड़ा, ललिता समीना बीं रचना, हंसा शर्मा कलेक्ट्रेट में मौजूद रहीं। 

कृषि विभाग द्वारा किसानों को सलाह किसान लगभग चार इंच बारिश के बाद ही करें बोवनी

 किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग उपसंचालक श्री अवनीश चतुर्वेदी ने जानकारी देते हुए बताया कि आगामी मौसम पूर्वानुमान के अनुसार प्रारंभ दिनों में आसमान में मध्यम बादल से हल्के बादल तथा बाद के दिनों में मध्यम घने बादल छाये रहेंगे। दिन एवं रात्रि के तापमान में उतार-चढ़ाव रहेगा। हवाओं की दिशा प्रारंभ में उत्तर से तथा बाद के दिनों में दक्षिण से एवं दक्षिण पश्चिम से रहेगी, जिनकी गति सामान्य से अधिक चलने का अनुमान है। हल्की बारिश होने का अनुमान है। कृषक लगभग 4 इंच वर्षा के बाद ही सोयाबीन की बुवाई करें। श्री चतुर्वेदी ने किसानों को सलाह दी है कि मानसून की अनिश्चितता के कारण उत्पादन में स्थिरता हेतु संभव होने पर सोयाबीन की बोवनी बी.बी.एफ (चौड़ी क्यारी पद्धति) या रिज-फरों (कूड में पद्धति) से ही करें जिससे सूखे/अतिवर्षा के दौरान उत्पादन प्रभावित न हो। सोयाबीन के लिए अनुशंसित पोषक तत्वों (नत्रजन, सफूर, पोटाश, सल्फर) की पूर्ति के लिये उर्वरकों का प्रयोग संतुलित मात्रा में बोवनी के समय करें। इसके लिए सीड-कम फर्टी का सीड ड्रील का प्रयोग किया जा सकता है जिसकी अनुपस्थिति में चयनित उर्वरकों का खेत में छिड़काव करने के पश्चात बोवनी करें। सोयाबीन की बोवनी हेतु 45 सेमी कतारों की दूरी तथा न्यूनतम 70 प्रतिशत अंकुरण के आधार पर उपयुक्त बीज दर (55 से 75 कि.ग्रा./है.) का उपयोग करें। बोवनी के समय बीज उपचार अवश्य करें इसके लिए अनुशंसित फफूंद नाशक पेनफ्लूफेन + ट्रायफ्लोक्सीस्ट्रोबीन अथवा थायरम+कार्बोक्सीन, थायरम+ कार्बेन्डाजिम अथवा जैविक फफूंदनाशक ट्राईकेडर्मी का उपयोग करें। विगत वर्ष जिन स्थानों पर सोयाबीन की फसल पर व्हाइट ग्रब का प्रकोप हुआ था वहां के किसान विशेष ध्यान दें एवं व्हाइट ग्रब के वयस्कों को एकत्र कर नष्ट करने के लिए प्रकाश जाल अथवा फिरोमोन ट्रेप का प्रयोग करें। बोवाई से पूर्व इमिडाक्लोप्रिड 48 एफ.एस.से बीजोपचार करें।

आनंद सम्मेलन का आयोजन आज

राज्य आनंद संस्थान द्वारा जिला स्तरीय आनंद सम्मेलन का आयोजन 27 जून को प्रात:10 बजे जिला पंचायत सभाकक्ष में किया जाएगा। मध्यप्रदेश के आध्यात्म विभाग के अंतर्गत राज्य आनंद संस्थान प्रदेश में नागरिकों को आनंद की अनुभूति तथा अपने आंतरिक व बाह्य आनंद को समझने के लिए अनेक कार्यक्रम जैसे अल्प विराम, आनंद उत्सव, आनंद सभा, नेकी की दीवार (आनंदम) एवं आनंद क्लब आदि संचालित कर रहा है। जो कि देशभर में अपनी तरह की एक अनूठी पहल है। राज्य आनंद संस्थान ने स्वैच्छिक आधार पर बगैर किसी लाभ की प्रत्यादशा में कार्य करने वाले व्यक्तियों को आनंदक के रूप में पंजीकृत किया है।

तृतीय विधानसभा सत्र प्रारंभ होने के पूर्व कलेक्टर ने दिये , अधिकारी/कर्मचारियों को निर्देश

 मध्यप्रदेश विधानसभा 2019 का तृतीय सत्र 8 जुलाई 2019 सोमवार को पूर्वान्ह 11 बजे प्रारंभ हो रहा है। इस सत्र में प्राप्त होने वाले विधानसभा प्रश्नों के संबंध में कलेक्टर श्री अजय गुप्ता द्वारा जिले के प्रत्येक अधिकारी, कर्मचारी को निर्देशों का पालन करने के लिए कहा गया है।    कलेक्टर श्री गुप्ता ने निर्देशित किया है कि विधानसभा के प्रश्न जैसे ही प्राप्त होते हैं तत्काल उसके उत्तर तैयार कर भेजने की व्यवस्था सभी कार्यालय द्वारा की जाए। विधानसभा के उत्तर समय अवधि में सही एवं पूरक जानकारी सहित भेजने का उत्तरदायित्व संबंधित प्रमुख प्रभारी अधिकारी का होगा। जिला कार्यालय के राजस्व विभाग से संबंधित विधानसभा प्रश्नों के उत्तर परीक्षण कर समय अवधि में भेजने के लिए अपर कलेक्टर श्री विनोद कुमार चतुर्वेदी को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। जहां आवश्यक हो कि विधानसभा का उत्तर  तुरंत भेजना हो तो संबंधित अधिकारी एवं नोडल अधिकारी उत्तर भेजकर आवश्यकतानुसार कलेक्टर को अवलोकन हेतु प्रस्तुत करेंगे। विधानसभा सत्र के दौरान कोई भी अधिकारी कलेक्टर या नोडल अधिकारी की पूर्व अनुमति से ही अवकाश पर प्रस्थान करेंगे। बिना अनुमति मुख्यालय से अनुपस्थित पाए जाने पर संबंधित के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी। शासकीय अवकाश में भी मुख्यालय पूर्व स्वीकृति के बिना नहीं छोड़ा जाए।  कलेक्टर ने यह भी निर्देश दिए कि जिला कार्यालय एवं अन्य संबंधित कार्यालयों में कंट्रोल रूम की स्थापना की जाए तथा विभागीय स्तर पर नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाए, जो विधानसभा से संबंधित पत्राचार के लिए उत्तरदायी हो। कंट्रोल रूम एवं नोडल अधिकारी नियुक्त कर तत्काल कलेक्टर कार्यालय को अवगत कराएं। विधानसभा प्रश्नों के उत्तर भेजने में किसी भी प्रकार का विलंब न किया जाए। विधानसभा के उत्तर की एक प्रति मध्यप्रदेश शासन राजस्व विभाग एवं एक प्रति संभाग आयुक्त भोपाल को भेजी जाए तथा अन्य विभाग अपने अपने संबंधित विभाग को अवश्य भेजेंगे। साथ ही ऐसे प्रश्न जो विगत सत्र में प्राप्त हुए हैं और उनके उत्तर अभी तक नहीं भेजे गए हैं, उन्हें प्राथमिकता के आधार पर सात दिवस के भीतर भेजकर उत्तर की एक प्रति कलेक्टर कार्यालय को अवश्य भेजें। समस्त विभाग प्रमुख निर्देशों का पालन प्राथमिकता के आधार पर करना सुनिश्चित करें।

नशा दिवस पर निकली जनजागरूकता रैली, स्कूलों में सेमीनार आयोजित
अंतर्राष्ट्रीय नशा निवारण दिवस पर की गई स्कूल-कालेज के आसपासतम्बाकू विक्रय दुकानों की जांच,वसूला गया जुर्माना 
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अंतर्राष्ट्रीय नशा निवारण दिवस के अवसर पर आज खाद्य एवं औषधी अधिकारियों द्वारा स्कूलों-काॅलेजों के आस पास संचालित तम्बाकू उत्पाद विक्रय दुकानों की सघन जांच कर 1200 रूपए का जुर्माना वसूला गया। नशा निवारण दिवस पर  प्रातः जनजागकता रैली का आयोजन ट्रामा सेंटर से किया गया, ए.एन.एम.प्रशिक्षण केन्द्र सहित शासकीय हाई स्कूल में जनजागरूकता सेमीनार का आयोजन किया गया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रभाकर तिवारी के  मुताबिक आज अंतर्राष्टीय नशा मुक्ति दिवस के अवसर पर सुबह ट्रामा सेंटर से जनजागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर सिविल सर्जन डॉ.भारत आर्य ने रवाना किया। ए.एन.एम.प्रशिक्षण केन्द्र में जागरूकता सेमीनार का आयोजित किया गया। प्रशिक्षणार्थियों को मेडिकल विशेषज्ञ डॉ.आर.के.वर्मा ने तम्बाकू उत्पाद सहित अन्य नशे से होने वाले दुष्प्रभाव के संदर्भ में विस्तार से जानकारी देते हुए लोगों को नशामुक्ति के लिए जागरूक करने का आव्हान किया। शासकीय हाईस्कूल ग्वालटोली में इस अवसर पर सेमीनार का आयोजन किया गया। सेमीनार को संबोधित करते हुए जिला क्षय नियंत्रण अधिकारी डॉ.नमीता नीलकंठ ने नशे से होने वाले सभी दुष्प्रभावों पर विस्तार से जानकारी छात्रों को प्रदान की। सीएमएचओ के निर्देश पर खाद्य एवं औषधी प्रशासन के दल द्वारा स्कूल-कालेज के आसपास दुकान लगाकर तम्बाकू उत्पाद विक्रय करने वाले 6 दुकानदारों से 1200 रूपए का जुर्माना वसूला गया। खाद्य विभाग द्वारा भोपाल नाका, गंज, पुराना बस स्टेण्ड क्षेत्र में सघन जांच अभियान चलाया गया। जिला चिकित्सालय सीहोर में निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया जहां विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा विशेषकर मुखरोग संबंधी जांच की गई। उपरोक्त गतिविधियों में डिप्टी मीडिया अधिकारी उषा अवस्थी, जिला अस्पताल प्रबंधक श्रीमती संजूलता भार्गव खाद्य सुरक्षा अधिकारी श्रीमती भावना ठाकुर, श्रीमती रीता शुक्ला, नमूना सहायक आलोक श्रीवास्तव,जिला आईईसी सलाहकार शैलेश कुमार,डीसीएम विंध्यावासिनी कुशवाहा,काउंसलर पुष्पा साहू की सक्रिय भूमिका रही।

शार्ट फिल्म्स निर्माण के लिए कर सकते हैं आवेदन 

राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग नई दिल्ली द्वारा शॉर्ट फिल्म्स अवार्ड स्कीम-2019 के तहत शार्ट फिल्म्स निर्माण के लिए भारतीय नागरिकों से प्रविष्टियां आमंत्रित की गई है। यह किसी भी तकनीकी रूप में हो सकती है जिसमें मानव अधिकारों के प्रोत्साहन एवं सुरक्षा की वकालत की गई हो। प्रविष्टियां जमा करने की अंतिम तिथि 30 जून 2019 निर्धारित की गई है। आवेदन फार्म एवं अन्य जानकारी आयोग की अधिकृत वेबसाईट www.nhrc.in से प्राप्त की जा सकती है। साथ ही डिप्टी डायरेक्टर मीडिया एण्ड कम्युनिकेशन्स राष्ट्रीय मानव अधिकार भवन सी-ब्लॉक जीपीओ कॉम्पलेक्स आईएनए नई दिल्ली-110023 को पत्र लिखकर आवेदन फार्म एवं शर्ते प्राप्त की जा सकती हैं।

खून में ग्लूकोज और सोडियम की कमी से होता है चमकी बुखार 

चमकी बुखार एईस (एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम) है। इसमें मरीज के शरीर में खून में ग्लूकोज एवं सोडियम की कमी हो जाती है। यह सिंड्रोम वायरस, वैक्टीरिया या फंगस के कारण हो सकता है। यह हाइपोग्लाइसीमिया कुपोषण और पौष्टिक आहार की कमी के कारण होता है। चमकी बुखार के लक्षण- लगातार तेज बुखार चढ़े रहना, बदन में लगातार ऐंठन होना, दांत पर दांत दबाए रहना, सुस्ती चढ़ना, कमजोरी की वजह से बेहोशी, चिकोटी काटने पर शरीर में कोई गतिविधि न होना, उल्टी आने की समस्या आदि चमकी बुखार के लक्षण हैं। उपचार- चमकी बुखार से पीडित इंसान के शरीर में पानी की कमी न होने दें। बच्चों को सिर्फ हेल्दी फूड ही दें। रात को खाना खाने के बाद हल्का फुल्का मीठा जरूर दें। मरीज थोड़ी-थोड़ी देर बाद तरल पदार्थ देते रहें ताकि उनके शरीर में पानी की कमी न हो। तेज बुखार होने पर पूरे शरीर को ताजे पानी से पोछें एवं पंखा से हवा करें ताकि बुखार कम हो सके। बच्चे के शरीर से कपड़े हटा लें एवं गर्दन सीधा रखें। पैरासिटामोल की गोली व अन्य सीरप डॉक्टर की सलाह के बाद ही दें। अगर मुंह से लार या झाग निकल रहा है तो उसे साफ कपड़े से पोछें, जिससे सांस लेने में कोई दिक्कत न हो। बच्चों को लगातार ओआरएस का घोल पिलाते रहें। तेज रोशनी से बचाने के लिए मरीज की आंखों को पट्टी से ढकें। बेहोशी व मिर्गी आने की अवस्था में मरीज को हवादार स्थान पर लिटाएं। उसे रात में भरपेट भोजन कराएं। चमकी आने की दशा में मरीज को बाएं या दाएं करवट लिटाकर चिकित्सालय लें जाएं।  सावधानियां - बच्चों को जूठे व सड़े फल न खाने दें, भोजन करने के पूर्व हाथ अवश्य धोएं, खाने से पहले और बाद में साबुन से हाथ धुलवाएं, पीने का पानी स्वच्छ रखें, बच्चों के नाखून न बढ़ने दें, गंदगीभरे इलाकों से देर रखें, चमकी के लक्ष्य दिखने पर तेज धूप में जाने से बचें, दिन में दो बार स्नान कराएं, बच्चे को कंबल अथवा गर्म कपड़ों में न लपेटें, बच्चे की नाक न बंद करें। बच्चे की गर्दन झुकाकर न रखें। मरीज के बिस्तर पर न बैठें। 

खशियों की दास्तां  : बैसाखी मिलने से दिव्यांग गुलाब सिंह की परेशानी हुई दूर 

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राज्य शासन द्वारा गरीबों एवं नि:शक्तजनों के लिए अनेक योजनाएं संचालित की जा रहीं हैं। इन योजनाओं से लोग काफी खुश नजर आ रहे हैं। जिला विकलांग एवं पुर्नवास केन्द्र द्वारा ग्राम पड़ली निवासी 45 वर्षीय दिव्यांग श्री गुलाब सिंह मेवाड़ा को जिला विकलांग एवं पुर्नवास केन्द्र सीहोर द्वारा नि:शुल्क बैसाखी प्रदान की गई। श्री गुलाब सिंह बताते हैं कि वह गांव में ही एक अशासकीय स्कूल में अध्यापक हैं तथा इससे पहले वह लकड़ी की पुरानी बैशाखी का उपयोग करते थे, जिससे उन्हें काफी परेशानी आती थी। लकड़ी की बैसाखी में वजन भी अधिक था जिससे वह ज्यादा चल फिर नहीं पाते थे।  जिला विकलांग एवं पुर्नवास केन्द्र द्वारा श्री गुलाब सिंह को आधुनिक बैशाखी मिलने से काफी खुश है। इन बैशाखियों का वजन में कम है और और अब गुलाब सिंह आसानी से चल सकते हैं। गुलाब सिंह ने जिला पुर्नवास केन्द्र एवं प्रदेश शासन का आभार माना है।

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