महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन की सिफारिश लोकतंत्र की हत्या : माकपा - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

मंगलवार, 12 नवंबर 2019

महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन की सिफारिश लोकतंत्र की हत्या : माकपा

president-s-rule-in-maharashtra-recommends-killing-democracy-cpi-m
नयी दिल्ली 12 नवंबर, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश की कड़ी आलोचना की है और इसे लोकतंत्र की हत्या बताया है।पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी ने मंगलवार को ट्वीट करके कहा है कि जब महाराष्ट्र के राज्यपाल ने राकांपा प्रमुख शरद पवार को आज रात 08:30 बजे तक का समय दिया था तो समय बीतने से पहले ही राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश क्यों कर दी गई।उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) जम्मू-कश्मीर, मणिपुर, गोवा और उत्तराखंड समेत सभी राज्यों में सरकार बनाने के लिए इसी तरह संघीय ढांचे के नियमों एवं परम्पराओं का उल्लंघन कर लोकतंत्र पर खुलेआम हमले करती रही है। महाराष्ट्र में भी उसने यही किया है। 

कोई टिप्पणी नहीं: