बगहा अनुमंडल अस्पताल के बाहर हुए हंगामे में बड़ी संख्या में स्कूली छात्राएं भी शामिल थीं. सभी पुलिस-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे.लड़कियों में सुरक्षा को लेकर आक्रोश था. इस दौरान अस्पताल पहुंचे SP और SDM को भी भीड़ के गुस्से का शिकार होना पड़ा.बार-बार समझाने के बावजूद हंगामा जारी रहने पर SP भी चुपके से निकल गए.दोपहर बाद भी अनुमंडल अस्पताल के पास हजारों की भीड़ जमा ही है.प्रशासन के साथ ही बिहार के CM नीतीश कुमार के खिलाफ भी नारेबाजी हुई. चिउटाहा थाना इलाके के एक गांव की निवासी 20 वर्षीय छात्रा 14 मार्च को सिपाही बहाली की परीक्षा देने बेतिया गई थी. देर शाम वह ऑटो से बेतिया से बगहा लौट रही थी। शाम 7:30 बजे बड़े भाई ने कॉल किया तो उसने बताया कि मर्यादपुर नहर इलाके तक पहुंची है और अब ऑटो में अकेली है. इसके बाद से उसका मोबाइल बंद हो गया. देर रात तक भी जब वह घर नहीं पहुंची तो अगले दिन परिजनों ने चिउटहा थाना में सनहा दर्ज कराया. लड़की के गायब होने के पीछे परिजनों ने ऑटो चालक पर संदेह जताया था.इस दौरान लड़की की पूरी जानकारी लिखकर उसकी तस्वीर समेत इलाके में फैलाई गई.सोशल मीडिया के माध्यम से इसे वायरल किया गया था.
गुरुवार की सुबह प्रतापपुर गांव से लगी त्रिवेणी नहर में एक लड़की की लाश तैरती हुई मिली.अंडरगार्मेंट में तैरती लाश देखकर ग्रामीणों ने उसे निकाला.फिर सोशल मीडिया के माध्यम से वायरल उसी लेटर से शव की पहचान की.पुलिस और परिवार को जानकारी दी गई.मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को तुरंत ही अपने कब्जे में लेकर बगहा भेज दिया. जिस गांव से लाश मिली वह लड़की के गांव से करीब दो किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. 14 मार्च की रात लड़की के गायब होने के बाद परिजनों ने उसकी तस्वीर लेकर बेतिया ऑटो स्टैंड में पूछताछ की.इसी बीच किसी ने बताया कि यह लड़की 14 मार्च की शाम कठकुइयां निवासी राजीव बैठा के ऑटो से गई थी. इसके बाद राजीव बैठा को पकड़ा गया.पहले तो उसने बरगलाने की कोशिश की. कई झूठ बोले.एक बार कहा कि लड़की को दूसरे ऑटो में बैठा दिया था.फिर कहा कि उसे चिउटाहां तक छोड़ दिया था.लोगों का शक गहराया तो उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया था.इसके बाद अब गुरुवार की सुबह लड़की की लाश मिली तो लोगों का गुस्सा आरोपी पर फूट पड़ा. पुलिस ने आरोपी को आक्रोशित लोगों से बचाए रखा. बगहा और खासकर चिउटाहां थाना में पुलिस सुरक्षा बढ़ा दी गई है.बेतिया और आसपास के इलाकों की कई पुलिस टीम बगहा और चिउटाहां थाना इलाके में कैम्प कर रही है. मृतका तीन भाई-बहनों में सबसे छोटी थी. परिवार में मां और पिता हैं. उसने 2015 में मैट्रिक की परीक्षा फर्स्ट डिवीजन से और 2017 में इंटर की परीक्षा सेकेंड डिवीजन से पास की. परिवार के अनुसार उसे जॉब करने की इच्छा थी. विशेष तौर पर पुलिस की नौकरी में ही जाना चाहती थी. इसलिए ही सिपाही बहाली का एग्जाम भी दिया था. लेकिन अब इस घटना के बाद परिवार में कोहराम मच गया है.मां का रो-रोकर बुरा हाल है.इलाके के लोग मामले में स्पीड ट्रायल कराकर आरोपी को फांसी दिए जाने की मांग कर रहे हैं.
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