राज्यसभा सदस्य अभिषेक मनु सिंघवी ने दिल्ली की एक अदालत का दरवाजा खटखटाते हुए अदालत से उस समन को वापस लेने की मांग की है जिसमें उनसे सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे और उनकी टीम के सदस्यों के खिलाफ दायर शिकायत के मामले में गवाही देने को कहा गया है।
सिंघवी ने कमला मार्केट मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत का दरवाजा खटखटाया था जिसने एक व्यक्ति द्वारा दायर शिकायत पर उन्हें समन जारी किया था। इसमें आरोप लगाया गया था कि टीम अन्ना ने अगस्त में भ्रष्टाचार के खिलाफ अपने अभियान के दौरान जनता को सरकार के खिलाफ भड़काया था।
सिंघवी की ओर से दायर आवेदन में कहा गया है, आवेदक अपने खिलाफ जारी समन को वापस लेने के लिए दिशा-निर्देश की मांग करता है क्योंकि उसका शिकायतकर्ता या मौजूदा शिकायत से कोई संबंध नहीं है। हरियाणा निवासी सतबीर द्वारा दायर शिकायत में सिंघवी का नाम उनकी सहमति के बगैर गवाह के तौर पर दिया गया था। भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन के दौरान सरकार के खिलाफ कथित तौर पर जनता को भड़काने के लिए हजारे और उनकी टीम के सदस्यों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने के सतबीर के अनुरोध को खारिज करते हुए अदालत ने आरोपों के समर्थन में उन्हें साक्ष्य पेश करने की अनुमति दी थी।
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