वाराणसी विवाद का समाधान निकलेगा : संघ - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 9 मार्च 2014

वाराणसी विवाद का समाधान निकलेगा : संघ

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में वाराणसी लोकसभा सीट की दावेदारी को लेकर कल उठे विवाद पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने चिंता जताई है। हालांकि संघ ने विश्वास जताया है कि भाजपा इस मसले का समाधान निकाल लेगी। वाराणसी लोकसभा सीट पर दावेदारी को लेकर प्रधानमंत्री पद के भाजपा के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी और वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी की दावेदारी को लेकर गरमागरम बहस हुई थी।

संघ महासचिव सुरेश भैयाजी जोशी ने संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बेंगलूर में हुई तीन दिवसीय बैठक के आखिरी दिन कहा, 'हम चिंतित हैं भी और नहीं भी। हमें लगता है कि उनके (भाजपा के) पास इस लिहाज से पर्याप्त अनुभव है जिसे हम पहले भी कई बार देख चुके हैं। वे सक्षम हैं। वे समस्या का समाधान कर लेंगे।' मुरली मनोहर जोशी ने आज चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि पार्टी जो भी फैसला करती है, वह उसे एक 'अनुशासित सिपाही' की तरह मानेंगे। साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई कि पार्टी के फैसले से न तो प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार की प्रतिष्ठा कम होगी और न ही पार्टी की चुनावी संभावनाओं को नुकसान पहुंचेगा।

कल हुई भाजपा चुनाव समिति की बैठक में कुछ सदस्यों ने इस बाबत स्पष्टीकरण की मांग की कि क्या जोशी को वाराणसी सीट छोडऩी होगी और मोदी वहां से चुनाव लड़ेंगे। खबरों के मुताबिक इस विषय को उठाने वालों में स्वयं जोशी और वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज शामिल रहीं। हालांकि आज जोशी ने मोदी और उनके समर्थकों के बीच वाराणसी में 'पोस्टर वार' की खबरों को नकारते हुए इसे मीडिया की उपज बताया। उन्होंने कहा, 'संसदीय बोर्ड फैसला करेगा। केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक 13 मार्च को हो रही है।' पार्टी सूत्रों ने कहा कि जोशी कानपुर से चुनाव लड़ सकते हैं। सूत्रों ने हालांकि यह भी कहा कि यह अभी साफ नहीं है कि वाराणसी से मोदी चुनाव लड़ेंगे या नहीं।

पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई का एक तबका चाहता है कि मोदी वाराणसी से चुनाव लड़ें, जिससे राज्य में सकारात्मक संदेश जाएगा और इससे पार्टी की 80 में से 50 लोकसभा सीटें जीतने का लक्ष्य हासिल करने में मदद मिलेगी। सूत्रों ने कहा कि जोशी द्वारा वाराणसी सीट खाली किए जाने को कहा जाना वरिष्ठ नेता का अपमान नहीं है। उन्होंने कहा, 'हमारा आकलन है कि इस बार जोशी को बनारस सीट जीतने के लिए खासी मशक्कत करनी पड़ सकती है।' सूत्रों ने कहा कि जोशी को कानपुर से मैदान में उतारा जाना मिशन 272 प्लस का हिस्सा है।

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