सरकार ने स्वतंत्रता सेनानी एवं शिक्षाविदमहामना पंडित मदन मोहन मालवीय और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को देश के र्सवोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से विभूषित करने का निर्णय लिया है। राष्ट्रपति भवन से जारी एक विज्ञप्ति में इस आशय की घोषणा की गई है ।महामना मालवीय को यह सम्मान मरणोपरांत दिया जा रहा है।इस सम्मान से विभूषित किये जाने वाले वह 44वीं तथा श्री वाजपेयी 45 वीं हस्ती हैं। यह घोषणा श्री वाजपेयी के जन्मदिन और पंडित मालवीय की जयंती से एक दिन पहले की गई है। इससे पूर्व केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने इससे संबंधित प्रस्ताव राष्ट्रपति को भेजा था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताों ने महामना और श्री वाजपेयी भारत रत्न से सम्मानित करने के निर्णय पर खुशी जाहिर की है। श्री मोदी ने कहा..पंडित मदन मोहन मालवीय और श्री अटलबिहारी वाजपेयी को देश के र्सवोच्च नागरिक सम्मान. भारत रत्न. से सम्मानित करने का निर्णय बडी खुशी का विषय है। देश के र्सवोच्च सम्मान से इन दोनों महान नेताों को नवाजने से इनकी राष्ट्र के प्रति सेवाों को रेखांकित किया गया है। उन्होंने कहा कि मालवीय का विद्वान और स्वतंत्रता सेनानी के रूप में स्मरण किया जाता है जिन्होंने लोगों में राष्ट्रीय स्वािभमान जगाया।उन्होंने कहा कि श्री वाजपेयी लोगों के लिए पथ प्रर्दशक और प्रेरक रहे हैं। देश के लिए उनका योगदान अमूल्य है।
मंत्रिमंडल की बैठक के बाद सूचना एवं प्रसारण मंत्री अरूण जेटली ने राष्ट्रपति द्वारा इन दोनों हस्तियों को भारत रत्न से सम्मानित करने के फैसले की जानकारी देते हुए कहा कि पंडित मालवीय महान स्वतंत्रता सेनानी के साथ साथ शिक्षाविद. विधिवेता और राष्ट्रवादी थे। वह कई बार कांग्रेस के अध्यक्ष रहे और काशी हिन्दू विश्वविद्यालय की स्थापना में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही। उन्होंने कहा कि श्री वाजपेयी स्वतंत्रता के बाद देश के सम्माननीय नेताों में रहे हैं। वह राष्ट्रवादी होने के साथ साथ हमेशा देश के प्रति र्समपित रहे हैं। उनमें अनेक दलों को साथ लेकर चलने की क्षमता दिखाई।

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