पासपोर्ट आवेदकों के लिए एक अच्छी खबर है. केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कल भोपाल में इस बारे में जानकारी दी है. अब पासपोर्ट के लिए आवेदक को ज्यादा परेशान नहीं होना पड़ेगा. बस अब आवेदक को तीन दिन में अप्वॉइंटमेंट मिलेगा. यदि पासपोर्ट रिनुअल के लिए आवेदन दिया है और पता नहीं बदला है तो पुलिस वेरिफिकेशन भी नहीं कराना पड़ेगा.
सुषमा स्वराज ने कल कहा कि देश में पासपोर्ट बनाने की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए उनकी सरकार हर संभव कोशिश कर रही है. ऐसे में अब पासपोर्ट के लिए आवेदक को तीन दिन में अप्वॉइंटमेंट मिल जाएगा. अभी तक इसमे एक सप्ताह का समय लगता है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि ई-पासपोर्ट सेवा भी बहुत जल्द शुरू होने वाली है. उन्होंने कल कहा कि ई-पासपोर्ट सेवा 2008 में शुरू करने का ऐलान किया गया था, मगर छह साल से अभी तक यह नहीं शुरू हुई. ऐसे में अब उनकी सरकार इस पर तेजी से काम कर रही है.
शिक्षा, पर्यटन, तीर्थयात्रा, चिकित्सा उपस्थिति, व्यावसायिक उद्देश्यों और परिवार की यात्रा के लिए विदेश यात्रा करने के लिए पासपोर्ट एक आवश्यक यात्रा दस्तावेज है. ऐसे में भोपाल के कार्यालय द्वारा बनाए जा रहे पासपोर्ट योजना के संबंध में सुषमा ने कहा कि पहले 28 कार्य दिवस यानी कुल 40 दिनों में पासपोर्ट बनते थे, अब इसे सात कार्य दिवस यानी कुल 12 दिनों में बनाया जा रहा है. उनकी कोशिश है कि पासपोर्ट तीन कार्य दिवस में ही बनें.
अगर आप अपने पासपोर्ट के लिए आवेदन करना चाहते हैं तो आपके पास इन डॉक्यूमेंट्स का होना महत्वपूर्ण है. जिसमें स्थायी पते का प्रमाण में आवेदनकर्ता का राशन कार्ड, पानी, बिजली, व टेलीफोन का बिल, निर्वाचन कार्ड आदि में कोई एक होना जरूरी होता है. इसके अलावा अगर आपकी उम्र 18 साल से कम है तो माता-पिता की पासपोर्ट की कॉपी स्थायी पते के रूप में मान्य की जाती है. पासपोर्ट के लिए आवेदन करने के दौरान हर डॉक्यूमेंट की दो कॉपियां आवश्यक रखना जरूरी होता है.
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