असम में सेना ने शुरू किया सुरक्षा बलों के साथ मिलकर सर्च अभियान - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शुक्रवार, 26 दिसंबर 2014

असम में सेना ने शुरू किया सुरक्षा बलों के साथ मिलकर सर्च अभियान

शोणितपुर इलाके में बोडो आतंकियों की खोज में सेना ने असम राइफल और अर्धसैनिक बलों के साथ मिलकर बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। इससे पहले शुक्रवार को केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह सुहाग के साथ असम के हालात पर चर्चा की। मुलाकात के बाद सेना प्रमुख ने कहा कि असम में सेना सर्च अभियान तेज करने जा रही है। इसके साथ ही उन्होंने ज्यादा जानकारी देने से इनकार कर दिया।

गुरुवार को केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने असम में नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड (एनडीएफबी-एस) द्वारा आदिवासियों के नरसंहार और इसके बाद हुई हिंसा की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) से जांच कराने की घोषणा की है। हिंसा प्रभावित शोणितपुर और कोकराझाड़ जिलों का दौरा करने के बाद सिंह ने संवाददाताओं से कहा, 'मैंने असम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई से बात की है और इस घटना की एनआइए से जांच कराने का फैसला किया गया है।' उन्होंने कहा कि केंद्र की 'जीरो टॉलरेंस' नीति के तहत इस आतंकी वारदात के लिए एनडीएफबी-एस के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

उनके मुताबिक उग्रवादियों के सफाये के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि उग्रवाद से निपटने के लिए असम सरकार को हर तरह की मदद दी जाएगी, लेकिन उग्रवादी ङ्क्षहसा बर्दाश्त नहीं होगी। सिंह ने एनडीएफबी-एस जैसे संगठनों के साथ बातचीत किए जाने से इन्कार करते हुए कहा कि ऐसे संगठनों के खिलाफ सिर्फ कार्रवाई की जाएगी।

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भी असम में आतंकियों द्वारा किए गए हमले की निंदा करते हुए कहा है कि इस तरह की आतंकी और ङ्क्षहसा की घटनाओं से सख्ती से निपटा जाना चाहिए। वहीं केंद्र सरकार एनडीएफबी-एस के खिलाफ कार्रवाई के लिए भूटान से मदद लेने पर विचार कर रही है, जिससे कि युनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (उल्फा) के खिलाफ चलाए गए ऑपरेशन की तरह का अभियान चलाया जा सके।

इस बीच बोडो आतंकियों द्वारा किए गए हमले और इसके बदले में आदिवासियों द्वारा की गई ङ्क्षहसा में मरने वालों की संख्या 83 हो गई है। बृहस्पतिवार सुबह हिंसा की ताजा घटनाओं में कोकराझाड़ जिले के गोसाईगांव में आदिवासियों द्वारा बोडो लोगों के बहुत से घरों में आग लगा दी गई। जबकि जिले में अनिश्चितकालीन कफ्र्यू लगा हुआ है। मंगलवार को हुए नरसंहार का बदला लेने के लिए आदिवासियों ने इस घटना को अंजाम दिया। इस बीच सेना ने एनडीएफबी-एस के आतंकियों को निशाना बनाने के लिए हेलीकॉप्टर भी तैनात कर दिए हैं।

केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के हेलीकॉप्टर को बृहस्पतिवार को तेजपुर वायु सैनिक अड्डे पर आपात स्थिति में उतारना पड़ा। उनके हेलीकॉप्टर में कुछ तकनीकी गड़बड़ी आ गई थी। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि वायु सैनिक अड्डे से सिंह के हेलीकॉप्टर ने कोकराझाड़ के लिए उड़ान भरी। बीच रास्ते में उसमें तकनीकी गड़बड़ी आ जाने से उसे वापस तेजपुर लौटना पड़ा।

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