
छत्तीसगढ के बस्तर संभाग में चार दिन पहले अगवा पोस्टमास्टर की नक्सलियों ने निर्ममतापूर्वक हत्या कर दी। नक्सली 25 दिसंबर को उसे पुलिस मुखबिरी के शक में उसके घर से उठा कर ले गए थे। हत्या में मलगेर एरिया कमेटी के कमांडर आयतू का हाथ बताया जा रहा है। 25 दिसम्बर की शाम पालनार के मुर्गा बाजार से नक्सलियों ने पोस्टमैन का अपहरण किया था।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक कुआकोंडा थाना क्षेत्र के दूरदराज के गांव फूलपाड से नक्सली चार दिन पहले पोस्टमास्टर सुजीत पोडयामी को उसके घर से उठा कर ले गए थे। उसका शव आज सुबह परीया गांव में बरामद हुआ है। नक्सलियों को संदेह था कि सुजीत गोपनीय सैनिक है और वह उनकी गतिविधियों की सूचनाएं पुलिस तक पहुंचाता है। सुजीत के शव को देखने से प्रथम दृष्टया प्रतीत होता है कि हत्या के पहले उसे लाठी-डंडों से बेरहमी से पीटा गया है। सुजीत की हत्या के पीछे मलांगिर एरिया कमेटी का हाथ होना बताया जा रहा है।
बताया जा रहा है कि तीन दिन तक जंगलों में घुमाने के बाद उसकी हत्या कर दी। नक्सलियों ने लाश के पास पर्चे भी फेंके, जिसमें उन्होंने, सुजीत पर 2013 में पुलिस विभाग में गोपनीय सैनिक के रूप में भर्ती होकर पैसे के लालच में मुखबिरी का आरोप लगाया है। वही पालनार कैंम्प व टीआई कुआकोंडा के पास जाकर पैसे के लिए सरेंडर करवाता था। गले में लोहे के तार से फांसी लगाकर माओवादियों ने की पोस्टमैन की हत्या।
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