नयी दिल्ली, 01 जनवरी, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के निलंबित सांसद कीर्ति आजाद ने कारण बताओ नोटिस का जवाब देते हुए आज कहा कि दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) में भ्रष्टाचार के मुद्दे का पार्टी से कोई लेनादेना नहीं है और उन्होंने कभी भी किसी नेता का नाम नहीं लिया। सूत्रों के मुताबिक श्री आजाद ने भाजपा के महासचिव और कार्यालय प्रभारी अरुण सिंह को कारण बताओ नोटिस का जवाब भेजा है। अपने जवाब में उन्होंने कहा कि डीडीसीए के मामले का पार्टी से कोई लेनादेना नहीं और पार्टी फोरम के बाहर उन्होंने कभी भी भाजपा के किसी नेता के भ्रष्टाचार में लिप्त होने की बात नहीं कही है। उल्लेखनीय है कि श्री आजाद पिछले कई वर्षों से डीडीसीए में वित्तीय गड़बड़ियों का मुद्दा उठाते रहे हैं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के प्रधान सचिव के कार्यालय पर सीबीआई छापे के बाद इस मामले ने तूल पकड़ा था। श्री केजरीवाल का आरोप है कि सीबीआई ने डीडीसीए की फाइल हासिल करने के लिये छापा मारा था क्योंकि उसके वित्त मंत्री अरुण जेटली फंसे थे। श्री जेटली एक दशक से अधिक समय तक डीडीसीए के अध्यक्ष रहे थे। दरभंगा से सांसद श्री आजाद ने पार्टी अध्यक्ष अमित शाह और संगठन मंत्री रामलाल की मनाही के बावजूद एक प्रेस कांफ्रेंस कर श्री जेटली से कई सवाल पूछे थे और संसद में भी इस मामले को उठाया था। भाजपा ने उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में निलंबित किया था और फिर कल उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कर दस दिन के भीतर जवाब देने को कहा था।

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