राज्य भी तृतीय चतुर्थ श्रेणी में इंटरव्यू खत्म करें : मोदी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


शुक्रवार, 1 जनवरी 2016

राज्य भी तृतीय चतुर्थ श्रेणी में इंटरव्यू खत्म करें : मोदी

states-close-interview-in-third-and-fourth-grade-modi
नोएडा, 31 दिसंबर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यों विशेष कर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से तृतीय और चतुर्थ श्रेणी की नाैकरियों में अभ्यर्थी का इंटरव्यू लेने की परंपरा समाप्त करने का आग्रह किया है। श्री मोदी ने आज यहां दिल्ली डासना मेरठ एक्सप्रेस वे का शिलान्यास करने के बाद जनसभा को संबोधित करते हुये कहा कि कल एक जनवरी से केंद्र सरकार की तृतीय और चतुर्थ श्रेणी की नौकरियों में इंटरव्यू समाप्त करने का फैसला लागू हो जायेगा। उन्होंने इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई का एक अहम कदम बताते हुये सभी राज्य सरकाराें और मुख्यमंत्रियों से इस परंपरा को समाप्त करने और योग्यता के आधार पर युवाओं को रोजगार देने का आग्रह किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि वह उत्तर प्रदेश से सांसद हैं और प्रदेश के सांसद के नाते वह राज्य के मुख्यमंत्री से श्रेणी तीन और चार में इंटरव्‍यू की परंपरा समाप्त करने का विशेष रुप से आग्रह करते हैं। 

उन्होंने कहा कि प्रदेश के नौजवानों को योग्यता के आधार पर रोजगार का अवसर उपलब्‍ध कराने की व्‍यवस्‍था की जाये। श्री मोदी ने कहा कि इंटरव्‍यू का मतलब ही है सि‍फारि‍श। इंटरव्‍यू का मतलब यही निकाला जाता है कि‍ कि‍सी बड़े व्‍यक्‍ति‍ का कुर्ता पकड़ कर कोई व्यक्ति वहां पहुंचा है और जो हकदार है वो बेचारा हक से वंचि‍त रह जाता है। इसलि‍ए सरकार का फैसला है – एक जनवरी नव वर्ष की सौगात के रुप में अब श्रेणी तीन और चार में इंटरव्‍यू नहीं लि‍या जाएगा। तकनीक के द्वारा योग्यता की जांच होगी और उसके आधार पर वि‍धवा मां का बेटा होगा, अगर उसका हक बनता है, उसके घर में नौकरी का ऑर्डर आ जाएगा। नौजवानों को रोजगार में ये जो दि‍क्‍कतें आती हैं उससे मुक्‍ति‍ दि‍लाने का हमारा प्रयास है। 

कोई टिप्पणी नहीं: