उज्जैन 06 मई, मध्यप्रदेश की धार्मिक एवं प्राचीन नगरी उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ के दौरान आई प्राकृतिक आपदा के बावजूद आज अमावस्या के पर्व स्नान के लिये पांच लाखो श्रद्धालुओं ने मोक्षदायिनी क्षिप्रा नदी में डूबकी लगाई। यह सिलसिला देर रात तक जारी रहेगा। आधिकारिक सूत्रो ने बताया कि सिंहस्थ के तहत होने वाले आज के पर्व स्नान में कल मध्य रात्रि से लेकर आज सुबह आठ बजें पांच लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने नदी में स्नान किया। क्षिप्रा नदी पर बने घाटो पर स्नान सामान्य स्थिति में चल रहा है। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तडके सर्किट हाऊस पहुंचे और इसके पश्चात साढे चार बजे अस्पताल के अलावा चिमनगंज मंडी में श्रद्धालुओं की गई व्यवस्था का जायजा लिया। इसके बाद वे आठ बजे यहां से रवाना हो गये। सात मृतकों के परिजनों को राज्य सरकार द्वारा पांच-पांच लाख एवं गंभीर घायलों के लिए 50 हजार देने के साथ ही मुफ्त ईलाज किया जा रहा है और मेला क्षेत्र में जिला प्रशासन एवं आसपास के सौ टीम अमला राहत कार्य में जुटा हुआ है। पंडाल में अभी तक दस डम्पर चूरी डाली जा चुकी है। राहत कार्य के तहत आसपास के जिले के सौ जिले की टीम लगाई गई है। इसके अलावा साधु संतो एवं अखाडो के पंडाल को पुन: स्थापित करने के लिये अन्य जिलों से टेन्ट की व्यवस्था की जा रही है। साधु संतो व अखाडो में प्राकृतिक आपदा से खराब हुई खाद्य सामग्री हो गयी उन्हें सभी नि:शुल्क सरकार द्वारा खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई जायेगी।
विश्व प्रसिद्ध भगवान महाकालेश्वर की नगरी उज्जैन में कल आंधी तूफान और बारिश के कारण सिंहस्थ महापर्व के मेला क्षेत्र में बनाये गये सैकडो पंडाल गिर जाने से काफी नुकसान हुआ और तीन हजार हेक्टर में लगे पंडालो में पानी भर गया, पेड गिर गये। इस घटना में करीब सात लोगो की मौत हो गयी और अनेक घायल हो गये। इस दौरान देश विदेश सहित परपंरानुसार होने वाले पंचक्रोशी यात्रा के अंतिम पडाव के लिये लाखों लोग मौजूद थे। आधिकारिक जानकारी के अनुसार कल तेज आँधी और बारिश के कारण मेला क्षेत्र हुई जन-धन की हानि के बाद शासन-प्रशासन द्वारा त्वरित रूप से युद्ध स्तर पर किये जा रहे बचाव कार्यों में जिला प्रशासन का अमला लगा हुआ है1 प्रशासन द्वारा तीर्थ यात्रियों के रुकने तथा उनके भोजन की व्यवस्था त्वरित रूप से यहाँ पर की गयी थी। स्कूल शिक्षा मंत्री पारस जैन ने स्वयं मोर्चा सम्हाला था। यहाँ पर मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने ठहरे हुए श्रद्धालुओं से चर्चा की उनका हाल जाना। इस दौरान मुख्यमंत्री ने खुद ही चाय की कैटली थामते हुए ठहरे हुए तीर्थ यात्रियों को चाय पिलाई।

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