नयी दिल्ली 18 जून, कांग्रेस ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग)के पहले कार्यकाल के दौरान एक बहुराष्ट्रीय कम्पनी द्वारा मंत्रियों और राजनेताओं के कथित फोन टैप कराने के मामले पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से सफाई देने की मांग की है । कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने आज यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मीडिया में फोन टैंपिग मामले में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी , वरिष्ठ अधिकारी ब्रजेश मिश्रा , श्री वाजपेयी के रिश्तेदार रंजन भट्टाचार्य , पूर्व मंत्री जसवंत सिंह , प्रमोद महाजन , राम नाइक , सुधांशु मित्तल , किरीट सोमैया आदि का नाम आया है, जिनमें से कुछ अब भी जिम्मेदारी के पदों पर हैं, जिसके कारण प्रधानमंत्री का सफाई देना जरूरी हो गया है ।
उन्होंने कहा कि 2001 से 2005 के दौरान हुए टैप मामले में यह भी उजागर हुआ है कि सरकार के सभी निर्णय पूर्व निर्धारित होते थे और क्या अब राजग के दूसरे कार्यकाल के दौरान भी सरकार इसी लाइन पर काम कर रही है । उन्होंने सवाल किया कि कहा कि मीडिया में आई खबर यदि सच है तो क्या उस दौरान पूंजीपति के इशारे पर बजट तैयार होता था। संचार नीति , विनिवेश , अदालती कामकाज , संसद की समितियों का काम और आपराधिक मामलों की जांच कार्य को प्रभावित किया जा रहा था । श्री तिवारी ने प्रधानमंत्री से सवाल किया कि क्या इस संबंध में उनके कार्यालय में कोई शिकायत की गई है और क्या उन्होंने इसकी जांच का आदेश दिया है । यदि यह आदेश दिया है तो कब दिया और नहीं दिया तो क्यों नहीं दिया । उन्होंने कहा कि यह मामला गंभीर है और जनता को तथ्यों की जानकारी होनी चाहिये । उन्होंने सवाल किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)इस मामले पर चुप क्यों है ।

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