रांची, 23 जून, झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने आज कहा कि राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति बनाये रखना सभी की जिम्मेदारी है और पुलिस की कार्यप्रणाली से राज्य की छवि बनती या बिगड़ती है। मुख्यमंत्री ने आज यहां राज्य पुलिस सेवा, राज्य कारागार सेवा तथा राज्य प्रोबेशनरी सेवा के नवनियुक्त अधिकारियों और उत्पाद निरीक्षकों को नियुक्ति पत्र सौंपने के बाद कहा कि वे जनता के मालिक नहीं, सेवक हैं। उन्हें इसी भावना के साथ काम करने की जरूरत है। वे निष्पक्ष होकर काम करें, तभी राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति ठीक रहेगी। उन्होंने कहा कि उग्रवादियों को नियंत्रित करने में पुलिस ने अच्छा काम किया है, लेकिन शहरी क्षेत्रों में अपराधों पर लगाम लगाने के लिए अभी काफी कुछ किया जाना है। पुलिसकर्मी संजीदा होकर लोगों की सेवा करें। पुलिस कर्मियों को ऐसे काम करना चाहिए जिसे लोग सराहें। मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारियों को काम करने की छूट है। अच्छा काम करने वालों को सरकार पुरस्कृत भी करती है। इसके साथ ही अधिकारियों की गतिविधियों पर भी सरकार की नजर है। उनके शासनकाल में अनियमितता और भ्रष्टाचार की कोई गुंजाइश नहीं है।
उन्होंने कहा कि राज्य में रिक्त एक लाख 16 हजार पदों में से ज्यादातर पदों पर इस वर्ष नियुक्तियां कर लेने की प्रक्रिया चल रही है। इन पदों पर नियुक्तियां हो जाने पर विकास कार्यों में तेजी आयेगी, जिसका लाभ आम लोगों को मिलेगा। श्री दास ने सड़क दुर्घटनाओं में लोगों की मृत्यु होने पर चिंता जताते हुए सीट बेल्ट लगाने और हेलमेट पहनने को अनिवार्य करने का अधिकारियों को निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि अभियान चलाकर जनता को जागरूक करें और यदि जरूरत हो तो नियम तोड़ने वालों पर जुर्माना भी करें। इसके साथ ही रात नौ बजे के बाद शराब पीकर वाहन चलाने वालों के विरुद्ध कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि इससे दुर्घटना के साथ आपराधिक घटनाओं में भी कमी आयेगी। कार्यक्रम में 36 राज्य पुलिस सेवा, नौ कारागार अधीक्षक, 29 प्रोबेशन अधिकारी और आठ उत्पाद निरीक्षकों को नियुक्ति पत्र सौंपे गये। इस मौके पर अपर मुख्य सचिव एन.एन.पांडेय, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव संजय कुमार, पुलिस महानिदेशक डी.के.पांडे, ऊर्जा विभाग के अपर मुख्य सचिव आर.के.श्रीवास्तव, कार्मिक विभाग की प्रधान सचिव निधि खरे और कई अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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