मुंबई, 16 जून, देश के महान बैडमिंटन खिलाड़ी प्रकाश पादुकोण ने गुरूवार को कहा कि उन्हें रियो ओलंपिक में सायना नेहवाल और पीवी सिंधू से महिला एकल में पदक की पूरी उम्मीद है। पादुकोण ने रियो ओलंपिक के आधिकारिक प्रसारक स्टार स्पोर्ट्स के कार्यक्रम में कहा“ महिला एकल में सायना और सिंधू दोनों से ही पदक की उम्मीद है। लेकिन कोई गारंटी नहीं दी जा सकती है। सायना नंबर वन रह चुकी हैं और उन्होंने दुनिया की तमाम बड़ी खिलाड़ियों को हराया है। लेकिन उनका ओलंपिक में पदक जीतना इस बात पर निर्भर करेगा कि ओलंपिक बैडमिंटन टूर्नामेंट के एक सप्ताह के समय उनका प्रदर्शन कैसा रहता है और वह दबाव को कैसे झेल पाती है।” उन्होंने साथ ही कहा“ ज्वाला गुट्टा और अश्विनी पोनप्पा की जोड़ी से भी उम्मीद कर सकते हैं। किदाम्बी श्रीकांत ने भी अपने प्रदर्शन में उल्लेखनीय सुधार किया है। लेकिन सबकुछ एक बार फिर इस बात पर निर्भर करता है कि उस एक सप्ताह में हमारे खिलाड़ी कैसा प्रदर्शन करते हैं। मुझे यकीन है कि हमारे खिलाड़ी अच्छा परिणाम दे पाएंगे।” पादुकोण को स्टार स्पोर्ट्स ने अपने उन विशेषज्ञों के पेैनल में शामिल किया है जो ओलंपिक के दौरान स्टार स्पोर्ट्स के आठ चैनलों पर खेलों के महाकुंभ की हर बारीकियों से खेल प्रेमियों को रूबरू करायेंगे। इस पैनल में आस्ट्रेलिया के महान तैराक ईयान थोर्प , निशानेबाज अंजलि भागवत, हॉकी खिलाड़ी वीरेन रस्किना और तैराक रेहान पोंचा शामिल हैं। रियो ओलंपिक में भारत की पदक संभावनाओं के बारे में पूछे जाने पर पादुकोण ने कहा“ 2010 के राष्ट्रमंडल खेलों और 2012 के लंदन ओलंपिक ने खेलों के प्रति लोगों की धारणाओं को बदला है। अब उम्मीदें ज्यादा बढ़ गई हैं। मुझे लगता है कि लंदन में हमने छह पदक जीते थे और इस बार यह संख्या लंदन से दोगुनी हो सकती है।”
निशानेबाजों को मानसिक रूप से मजबूत होना होगा: अंजलि
तीन बार की ओलंपियन महिला निशानेबाज अंजलि भागवत ने कहा“ निशानेबाजों को मानसिक रूप से मजबूत होने की जरूरत है। ओलंपिक में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी आते हैं और उनके बीच आप तभी अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं जब आप मानसिक रूप से मजबूत हों।” उन्होंने ओलंपिक में उतरने जा रहे युवा खिलाड़ियों को सलाह दी कि अत्यधिक प्रशिक्षण मत करो, खुद में विश्वास रखो और अपने प्रदर्शन के लिये खुद जिम्मेदार रहो।
रियो में 12 भारतीय निशानेबाजों की संभावनाओं के बारे में पूछने पर अंजलि ने कहा“ 2012 के लंदन ओलंपिक के बाद निशानेबाजी में सारे नियम बदल गये। अब मुकाबला पहले से अधिक मुश्किल हो गया है। पिछले चार वर्षों से हमारे पास ऐसा कोई निशानेबाज नहीं रहा है जिसने प्रदर्शन में निरंतरता दिखाई हो। यह भविष्यवाणी करना मुश्किल है कि निशानेबाजी में कितने पदक मिलेंगे। देश को एकमात्र व्यक्तिगत ओलंपिक स्वर्ण पदक दिलाने वाले राइफल निशानेबाज अभिनव बिंद्रा के रियो के बाद संन्यास पर अंजलि ने कहा“ मुझे नहीं लगता कि इससे बिंद्रा पर कोई दबाव आयेगा। एशियाई खेलों के समय उन्होंने कहा था कि यह उनके आखिरी एशियाई खेल हैं और अगले दिन उन्होंने स्वर्ण पदक जीता। वह दबाव काे झेलना जानते हैं और एशियाई खेलों जैसा कारनामा रियो में कर सकते हैं।”
हॉकी टीम सही दिशा में: रस्किन्हा
पूर्व हॉकी आेलंपियन वीरेन रस्किन्हा ने कहा “ भारतीय हॉकी टीम इस समय अच्छा प्रदर्शन कर रही है। महिला टीम ने 36 साल के अंतराल के बाद ओलंपिक के लिये क्वालीफाई किया है। पुरूष टीम ने पिछले एक वर्ष में जबरदस्त प्रदर्शन किया है और कोच रोलैंट ओल्टमैंस टीम के साथ अच्छा काम कर रहे हैं। हमें इस लय को रियो में बनाये रखने की जरूरत है। रस्किन्हा ने कहा“ भारत ने पिछले कुछ समय में आस्ट्रेलिया को छोड़ दुनिया की तमाम बड़ी टीमों को हराया है। ओलंपिक के दो सप्ताह में यदि भारतीय टीम अपनी निरंतरता को बनाये रखती है तो निश्चित ही हमें अच्छा परिणाम मिल जाएगा। रियो में बढ़िया प्रदर्शन देश में हॉकी की लोकप्रियता को बढ़ायेगा।
2020 ओलंपिक में गोल्फ खेलना चाहता हूं: पोंचा
ओलंपियन तैराक से अब गोल्फर बन गये रेहान पोंचा की इच्छा है कि वह 2020 के ओलंपिक में गोल्फ खेलेंगे। पोंचा ने कहा“ ओलंपिक का हिस्सा बनना विशेष होता है। ओलंपिक से हटने के बाद मैंने खेल की कमी को गोल्फ से पूरा किया है जो रियो ओलंपिक में 100 साल बाद वापसी कर रहा है। मेरी इच्छा है कि 2020 के ओलंपिक में मैं देश के लिये खेलने उतरूं।”

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