आर्थिक विकास दर 26 तिमाही के निचले स्तर 4.5 प्रतिशत पर लुढ़की - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शुक्रवार, 29 नवंबर 2019

आर्थिक विकास दर 26 तिमाही के निचले स्तर 4.5 प्रतिशत पर लुढ़की

economic-growth-rate-4-5-percent-at-26-quarter-low
नयी दिल्ली, 29 नवंबर, आर्थिक सुस्ती के कारण विनिर्माण, कृषि और खान एवं खनन क्षेत्र के निराशाजनक प्रदर्शन से चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में देश का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर 26 तिमाहियाें के निचले स्तर 4.5 प्रतिशत पर आ गयी जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह 7.0 प्रतिशत रही थी।इस अवधि में सकल मूल्य संवर्धन (जीवीए) वृद्धि दर 4.3 प्रतिशत रही जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह 6.9 प्रतिशत रही थी। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर 5.0प्रतिशत रही थी।चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही की जीडीपी वृद्धि दर जनवरी मार्च 2013 की तिमाही के बाद का निचला स्तर है।केन्द्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा यहां जारी आंकड़ों के अनुसार इस तिमाही में विनिर्माण गतिविधियाें में रिणात्मक 0.4 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह 5.6 प्रतिशत रही थी। 

कोई टिप्पणी नहीं: