बेतिया : द्वितीय लहर में दर्जनों की मौत ने ईसाइयों को हिलाकर रख दिया - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

सोमवार, 14 जून 2021

बेतिया : द्वितीय लहर में दर्जनों की मौत ने ईसाइयों को हिलाकर रख दिया

  • कोरोना से मारे गये लोगों के परिजनों को चार लाख सहायता राशि निर्गत हो

covid-death-betiya
बेतिया। पश्चिम चम्पारण जिले में है अल्पसंख्यक ईसाई समुदाय के बेतिया क्रिश्चियन कॉलोनी.यहां पर कोविड-19 महामारी की प्रथम लहर में कम ईसाइयों की मौत हुई थी।द्वितीय लहर में दर्जनों की मौत ने ईसाइयों को हिलाकर रख दिया है. बेतिया क्रिश्चियन कॉलोनी के लोगों का कहना है कि हमलोगों ने इतने करीब से पीड़ित व उनके परिजनों को हालात से लड़ते हुए देखा.अभाव से कोरोना के मुंह में समाते लोगों भी देखा.जानलेवा कोरोना से मरने के बाद सबको कब्रिस्तान तक ले जाने में आई कठिनाइयों को भी देखा।  ईसाई समुदाय के लोगों का कहना है कि हमलोग सरकार पर निर्भर नहीं होना चाहते हैं। इसलिए हम लोगों ने इन सभी कठिनाइयों को दूर करने के उद्देश्य से सबसे पहले लद्यु और दीर्द्यकालीन कार्ययोजना बनाएं।लद्यु कार्ययोजना के तहत अपने समुदाय के लिए चार ऑक्सीजन सिलेंडर लिये जा चुके हैं। बताया गया कि इसके बाद "हर्ष" नामक शव वाहन (गाड़ी) बनवायी जा रही है।द्यर से परिजन पार्थिव शरीर को चर्च में लाएंगे।चर्च में मिस्सा पूजा खत्म होने के बाद "हर्ष" नामक शव वाहन में पार्थिव शरीर को रखकर कब्रिस्तान ले जाएंगे।वहां पर अंतिम क्रियाकलाप कर (गाढ़) दिया जाएगा।कहा बहुत जल्द ही शव वाहन लोगों की सेवा में आ जाएगी।  यहां के शिक्षक जेम्स माईकेल ने कहा कि दीर्द्यकालीन योजना में मरीजों की समुचित इलाज करवाने के लिए बाहर भेजने के लिए एक एंबुलेंस खरीदने का प्रयास भी हो रहा हैं। इस  बात की सूचना पहले भी लोगों को दी जा चुकी है । इसके लिए लोगों से आर्थिक सहयोग की भी मांग की गयी। इन सभी कार्यों को सुचारू रूप से चलाने के लिए  एक चैरिटेबल एंड वेलफेयर सोसाइटी बनाने की प्रक्रिया में है जिसका नाम है "Lifeline Foundation, Bettiah" है। कहा गया कि हम लोगों ने इस ओर जब अपना कदम बढ़ाया था तो इस बात का अंदाज नहीं था कि आप अपने बेतिया से इतना प्यार करते हैं। इस बात का प्रमाण यह है कि आपने बाहर से न केवल उदारता पूर्वक सहयोग दिया बल्कि आवश्यक 14.6 लाख की राशि में से करीब 10 लाख तक की राशि को केवल 14 दिन में ही उपलब्ध करा दिया।  सहयोग राशि देकर आप लोगों ने हम लोगों का हौसला बढ़ाया है। सहयोग राशि जुटाने में आलोक रंजन पुत्र स्वर्गीय अमान्सिउस जोसेफात , ने जो सहयोग दी है उसे कभी भी भुलाया नहीं जा सकता है। गौरतलब है कि 10 लाख रू. तक पहुंचने के बाद भी अभी मंजिल काफी दूर हैं ।अतः आपलोगों से, विशेष रूप से स्थानीय लोगों तथा सदस्यगण से विनीत अनुरोध है कि जो लोग ग्रुप से नहीं जुड़े हैं वे न केवल जुड़ने की कोशिश करें परंतु अपने ईसाई भाई-बहनों को भी जोड़ने की कोशिश करें। साथ ही उनसे भी इस मद में आर्थिक सहयोग देने की गुजारिश करें। ताकि एंबुलेंस जल्द से जल्द हमारी समुदाय की सेवा के लिए लाया जा सके।    खुशी की बात यह है कि आने वाले सप्ताह में आपके अपने एंबुलेंस की बुकिंग हो जाएगी तथा अगस्त माह के अंत तक यहआपकी सेवा के लिए हाजिर भी हो सकेगी। Lifeline Foundation, Bettiah.इसमें सहयोग राशि दें.

कोई टिप्पणी नहीं: