बिहार : जुड़ेगा भारत जितेगा इंडिया नारा नहीं भविष्य की आकाशवाणी है : डा अखिलेश - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शुक्रवार, 8 सितंबर 2023

बिहार : जुड़ेगा भारत जितेगा इंडिया नारा नहीं भविष्य की आकाशवाणी है : डा अखिलेश

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पटना। आज कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी के भारत जोड़ो यात्रा की पहली वर्षगाँठ पर हजारों कांग्रेस कार्यकर्त्ताओं ने बिहार कांग्रेस अध्यक्ष डा अखिलेश प्रसाद सिंह के नेतृत्व में विशाल पदयात्रा निकाली। पटना के ऐतिहासिक गाँधी मैदान से शुरू होने वाली ये पदयात्रा गोलघर, बाँसघाट, राजापुल, गोसाईटोला से होते हुए प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में एक कार्यकर्तासम्मेलन में तब्दील हो गई। गौरतलब है कि आज के ही दिन 2022 में राहुल गांधी ने कन्या कुमारी से कश्मीर तक की अपनी ऐतिहासिक पदयात्रा की शुरुआत की थी। उसी की याद में आज कांग्रेस की ओर से राज्यव्यापी पदयात्रा निकाली गई। कार्यकर्त्ता सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष डा0 अखिलेश प्रसाद सिंह ने पिछले साल की अपनी बांका के मंदार पर्वत से पटना के गाँधी मैदान तक की अपनी पदयात्रा का अनुभव भी साझा किया और राहुल जी की भारत जोड़ो यात्रा को याद किया। डा सिंह ने कहा कि आज भारत जोड़ो यात्रा के अनुभवों को याद करके मन रोमांचित हो जाता है। जिस तरह राहुल गाँधी जी की भारत जोड़ो यात्रा से देश में नई चेतना का संचार हुआ उसने विपक्ष की राजनीति को नई दिशा दी। और कांग्रेस में नई ऊर्जा का संचार किया।  उसी का परिणाम है कि आज देश के सारे विपक्षी दल एक मंच से पूरे देश को सम्बोधित कर रहा है।


डा सिंह ने आगे कहा कि जब राहुल जी ने अपने पदयात्रा का नाम भारत जोड़ो रखा तो भाजपा यह दुष्प्रचार करने लगी कि भारत टूटा कब था। दरअसल प्रधानमंत्री मोदी का नेतृत्व बौद्धिक दिवालियापन से जूझ रहा है। वे समझ नहीं पाये कि राहुल जी भावनात्मक जुड़ाव की बात कर रहे थे। जिसे मोदी सरकार छिन्न-भिन्न करने में लगी है। मोदी जी को नारी औरत दिखती है, लेकिन राहुल जी नारी में मातृत्व देखते हैं। यही फर्क है मोदी और राहुल जी में, भाजपा और कांग्रेस में। राहुल जी जानते थे जबतक साम्प्रदायिक उन्माद से खंडित समाज को जोड़ा नहीं जायेगा तबतक आजाद भारत की तस्वीर मुक्कमल नहीं होगी। इसलिए भारत जोड़ो यात्रा का संकल्प है जुड़ेगा भारत जितेगा इंडिया। यह कोई नारा नहीं बल्कि भविष्य की आकाशवाणी है। इस पदयात्रा में बिहार प्रदेश का पूरा नेतृत्व शामिल रहा जिसमें प्रमुख है निखिल कुमार, डा शकील अहमद, कौकब कादरी, कृपानाथ पाठक, प्रेमचन्द्र मिश्र, डा अशोक कुमार, डा समीर कुमार सिंह, विजय शंकर दूबे, बिजेन्द्र चौधरी, अजय कुमार सिंह, वीणा शाही, निर्मल वर्मा, ब्रजेश पाण्डेय, राजेश राठौड़, ब्रजेश प्रसाद मुनन, लाल बाबू लाल, प्रमोद कुमार सिंह, मुन्ना शाही, विनय वर्मा, सरबत जहां फातिमा, कपिलदेव प्रसाद यादव, आनन्द माधव, राज कुमार राजन, डा अजय कुमार सिंह, प्रभात कुमार सिंह, डा विनोद शर्मा, राजेश कुमार सिन्हा, ज्ञान रंजन, चन्द्र प्रकाश सिंह, मिन्नत रहमानी, कुमार आशीष, डा संजय यादव, शशि रंजन, शशि कुमार सिंह, सौरभ सिन्हा, अनुराग चन्दन, स्नेहाशीष वर्द्धन पाण्डेय, शशिकांत तिवारी, कमलदेव नारायण शुक्ला, रीता सिंह, सिद्धार्थ क्षत्रिय, कैशर खान, आशुतोष शर्मा, अरविन्द लाल रजक, राहुल कुमार, सुधा मिश्रा, अविनाश शर्मा, निरज कुमार, नवनीत जयपुरयार, मधुरेन्द्र कुमार सिंह, परवेज अहमद, असफर अहमद, बैद्यनाथ शर्मा, निधि पाण्डेय, विमलेश तिवारी, राजेश मिश्र, रवि गोल्डेन, गुरूजीत सिंह, संतोष श्रीवास्तव, रेखा देवी, दौलत इमाम, पूनम गुप्ता, मो शहनवाज, वशी अख्तर, गुरूदयाल सिंह, रमाशंकर प्रसाद, डा गौतम।

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