बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने दूरस्थ शिक्षा को समय की जरूरत बताते हुए आज कहा कि दूरस्थ शिक्षा ने विद्यार्थियों को बेहतर विकल्प दिया है। श्री मांझी ने यहां नालंदा खुला विश्वविद्यालय के रजत जयंती समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि एकेडमिक शिक्षा के साथशसाथ वििभन्न विषयों में रोजगारोन्मुखी शिक्षा दिया जाना प्रशंसनीय है। खुला विश्वविालय ऐसी सोंच लेकर चल रहा है। उन्होने कहा कि कि न्ही कारणों से पारम्परिक शिक्षा लेंने से वंचित लोगों के लिए दूरस्थ शिक्षा बेहतर विकल्प है।नालन्दा खुला विश्वविद्यालय के कार्यों से लोगों में भरोसा जगा है कि गरीबों के हित में जैसा वे सोंचते हैं. वैसा कार्य यहां हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीबों के हित में सिर् बात करने के बजाए गरीबों के हित में काम किया जाना अधिक आवश्यक है। उन्होंने विश्वविद्यालय को शुभकामना देते हुए आशा जताई कि विश्वविद्यालय बिहार एवं हिन्दुस्तान की आवश्यकताओं को देखते हुये गरीबों के हित में काम करेगी।
विश्वविद्यालय के उप कुलपति प्रो0 डॉ0 रास बिहारी सिंह ने कहा कि नालन्दा खुला विश्वविद्यालय अपने 27वें वर्षा में प्रवेश कर चुका है लेकिन रजत जयंती कार्यक्र म की शुरू आत 25वें वर्षा में हो चुकी थी जिसका आज मुख्य कार्यक्रम है। विश्वविद्यालय के संबंध में उन्होंने बताया कि हम मुख्य रू प से उन्हें शिक्षा देते है. जो गरीबी एवं पिछड़ेपन के कारण हर रोज काम करते हैं तथा परंपरागत विश्वविद्यालयों में नामांकन नहीं ले पाते हैं। श्री सिंह ने कहा कि आनेवाले दिनों में हमारी पहचान एक ऐसे विश्वविद्यालय के रू प में होगी. जो दूरस्थ माध्यम से शिक्षा देने के बावजूद अपनी गुणवत्ता के कारण बिहार से पलायन कर रहे बच्चों को नालन्दा खुला विश्वविद्यालय में प्रवेश के लिये आर्कषात करेगा। उन्होंने कहा कि उनका विश्वविद्यालय ज्ञान वृद्धि के साथ कौशल वृद्धि एवं रोजगारोन्मुखी शिक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं।
उप कुलपति ने विश्वविद्यालय में चल रहे पाठ्यक्रमों की चर्चा करते हुए कहा कि इस विश्वविद्यालय में वर्तमान में 115 कोर्स चल रहे हैं। अगले सत्र में स्नातकोत्तर स्तर पर 2 कोर्स एम0ए0 इन इंग्लिश एवं एम0ए0एम0एस0सी0 पर स्टेटिक्स. पी0जी0 डिप्लोमा के अन्तर्गत एक कोर्स पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन इन्फॉरमेशन एंड पब्लिक रिलेशन और र्सटिफिकेट स्तर पर 4 कोर्स . र्सटिफिकेट इन वेब डिजाइनिंग. इंटरनेट मार्केटिंग. कन्ज्यूमर राइट एवं लीगल असीसटेंस प्रारंभ किये जायेंगे. जो कौशल विकास और पूर्णतश रोजगारोन्मुखी होगा।

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें