सही नीति बनाकर ठीक से लागू करना सुशासन है-कलेक्टर
- सुशासन के संकल्प को अधिकारी पूरी तरह लागू करें-कलेक्टर
पन्ना 24 दिसंबर 14/देश के पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी बाजपेयी के जन्मदिवस के एक दिन पूर्व जिला पंचायत सभागार में सुशासन पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी का शुभारंभ करते हुए कलेक्टर आर.के. मिश्रा ने कहा कि सही नीति बनाकर उसे ठीक से लागू करना ही सुशासन है। सही नीति बनाना उसके अनुरूप नियम बनाकर ठीक से लागू करना तथा नियमित मानीटरिंग करके आमजनता तक पूरा लाभ पहुंचाना ही सुशासन है। इसके लिए सभी अधिकारी संकल्प लेकर प्रयास करें। कार्यालय के निर्णयों में पूरी पारदर्शिता रहे। आमजनता को शासन की नीतियों तथा कार्यक्रमों का लाभ मिले। संगोष्ठी के दौरान ही श्री अटल बिहारी बाजपेयी तथा महामना पंडित मदनमोहन मालवीय जी को भारत रत्न देने की सूचना प्राप्त हुई। संगोष्ठी में श्री बाजपेयी को करतल ध्वनि से बधाई दी गई। कलेक्टर ने कहा कि कई बार नीति सही बनाई जाती है लेकिन उसे लागू करने में तत्परता नही दिखाई जाती। योजना क्रियान्वयन में कई कमियां रहने के कारण आमजनता तक उसका लाभ नही पहुंच पाता। बनाई गई नीति के अनुसार उचित प्रशासनिक व्यवस्था तथा उसकी नियमित निगरानी करके योजना का लाभ पहुंचाना ही सुशासन है। मध्य प्रदेश में जनसुनवाई, सूचना का अधिकार, मुख्यमंत्री हेल्पलाईन, समाधान आॅनलाईन तथा लोक सेवा गारंटी योजना जैसे प्रावधानों ने प्रशासन की पारदर्शिता के साथ आमजनता के प्रति जबावदेही सफलतापूर्वक निर्धारित की है। इनसे सुशासन को बढावा मिला है। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक कार्य से जब आमजनता के मन में संतोष हो जाए तभी सच्चा सुशासन है। उन्होंने उपस्थितों को सुशासन की शपथ दिलाई। संगोष्ठी में नवनिर्वाचित नगरपालिका अध्यक्ष श्री मोहनलाल कुशवाहा ने कहा कि अटल जी ने अपने कार्यकाल में आमजनता के लिए जो महत्वपूर्ण निर्णय लिए उनसे देश में सुशासन की स्थापना हुई। अधिकारी जनहित के कार्य करके जिले में सुशासन की नई पहल करें। पूर्व विधायक श्रीकांत दुबे ने कहा कि व्यवस्था में सुधार आवश्यक है। सुशासन की स्थापना के लिए अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों तथा आमजनता को मिलकर प्रयास करना चाहिए। पूर्व सांसद श्री लोकेन्द्र सिंह ने कहा कि शासकीय धन का उचित उपयोग हो इसका किसी तरह का दुरूपयोग न किया जाए। शासन की नीतियों का लाभ आमजनता को मिले। संगोष्ठी में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी चन्द्रशेखर शुक्ला ने कहा कि सही समय पर पारदर्शी निर्णय तथा स्वच्छ प्रशासन ही सुशासन है। अधिकारी कार्यालय में आने वाले गरीबों तथा आमजनों से विनम्र बर्ताव करें। उनकी कठिनाईयों और समस्याओं के संबंध में संवेदनशीलता तथा तत्परता से निर्णय लें। अपने अधीन अधिकारियों तथा कर्मचारियों को अच्छा कार्य करने पर प्रोत्साहित तथा सम्मानित करें। कार्य न करने वाले तथा जानबूझकर गलती करने वालों के लिए दण्ड का भी प्रावधान है। सही योजना तथा रणनीति बनाकर प्रशासनिक कार्य करें। तभी जिले में सुशासन की स्थापना होगी। कार्यशाला में प्राचार्य केन्द्रीय विद्यालय श्रीमती सोमा घोष ने सुशासन के मापदण्डोें तथा पारदर्शिता की जानकारी दी। परियोजना अधिकारी शिक्षा के.के. खरे ने शासन की कल्याणकारी योजनाओं तथा सुशासन के प्रावधानों की जानकारी दी। संगोष्ठी में एडीएम अनिल खरे, एसडीएम अशोक ओहरी, जनप्रतिनिधिगण तथा अधिकारी उपस्थित रहे। संगोष्ठी का संचालन अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी जिला पंचायत अशोक चतुर्वेदी ने किया।
समाचार क्रमांक 2312-154
अधूरे निर्माणकार्य 15 जनवरी तक कराये पूर्ण- श्री शुक्ला
- प्रत्येक उपयंत्री कम से कम 200 शौचालयों का कराएं निर्माण-श्री शुक्ला
पन्ना 24 दिसंबर 14/जिला पंचायत सभागार में आयोजित बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी चन्द्रशेखर शुक्ला ने निर्माण कार्यो की विकास खण्ड वार समीक्षा की उन्होने कहाॅ की जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी तथा उपयंत्री अधूरे निर्माण कार्यो को पूरा कराने में विशेष ध्यान दें। सभी अधूरे कार्य 15 जनवरी तक अनिवार्य रूप से पूरे कराकर आॅनलाईन जानकारी दर्ज करें। पूर्ण कार्यो का पूर्णता प्रमाण पत्र अनिवार्य रूप से जारी करें। पंच परमेश्वर योजना में प्राप्त राशि का शत प्रतिशत उपयोग कर लिया गया है। लेकिन कार्यो की पूर्णता एवं राशि की उपयोगिता आॅनलाईन दर्ज न करने के कारण जिले को राशि प्राप्त नही हो रही है। समस्त जानकारी तीन दिन में अनिवार्य रूप से दर्ज कराएं। श्री शुक्ला ने कहा कि बीआरजीएफ योजना में भी जनपद पंचायतों तथा ग्रामीण यांत्रिकी सेवा को राशि आवंटित की गई है। इसका उपयोगिता प्रमाण पत्र 31 दिसंबर तक अनिवार्य रूप से दर्ज कराएं। कार्यपालन यंत्री ग्रामीण यांत्रिकी सेवा इसके लिए विशेष शिविर लगाएं। सभी जानकारियां आॅनलाईन दर्ज करें। मनरेगा योजना में राशि प्राप्त हो रही है इसे निर्माण एजेन्सियों को तत्काल आवंटित किया जाएगा। आवंटित राशि से मजदूरी का भुगतान प्राथमिकता से कराएं। राशि के अभाव में अधूरे निर्माण कार्यो को राशि प्राप्त होने पर तत्परता से पूरे कराएं। उन्होंने कहा कि जिले में पांचों विकासखण्डों में 5-5 ग्राम पंचायतों का चयन निर्मल पंचायत बनाने के लिए किया गया है। इनमें 15 जनवरी तक शत प्रतिशत घरों में स्वच्छ शौचालयों का निर्माण करा के प्रतिवेदन प्रस्तुत करें। कई पंचायतों में शौचालयों का निर्माण किया गया है लेकिन जानकारी आॅनलाईन दर्ज नही की गई है। कुल निर्मित शौचालयों की जानकारी आॅनलाईन दर्ज कराएं। सभी उपयंत्री आगामी दो माह में 200 शौचालयों का निर्माण अनिवार्य रूप से कराएं। स्वच्छ शौचालयों के निर्माण की प्रगति संतोषजनक नही है। ब्लाक स्वच्छता समन्वयक तथा उपयंत्री शौचालयों के निर्माण में विशेष ध्यान दें। इस मद में पर्याप्त राशि उपलब्ध है। वर्तमान वित्तीय वर्ष के लिए 6 हजार शौचालयों के निर्माण का लक्ष्य रखा गया था लेकिन केवल 3589 शौचालयों का निर्माण अब तक किया गया है। सभी उपयंत्री विशेष प्रयास करके 31 दिसंबर के पूर्व लक्ष्य के अनुसार शौचालयों का निर्माण कराएं। उन्होंने कहा कि निर्वाचन की आदर्श आचरण संहिता में पूर्व से स्वीकृत तथा संचालित योजनाओं में कार्य करने में किसी तरह की रोक नही है। विभिन्न योजनाओं में पूर्व से स्वीकृत कार्य जारी रखें। उपयंत्री नियमित रूप से अपने क्षेत्र का भ्रमण करें। अधूरे कार्यो को पूरा करने तथा निर्माण कार्यो के मूल्यांकन में लापरवाही सहन नही की जाएगी। लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों तथा कर्मचारियों की नौकरी सुरक्षित नही रहेगी। इंदिरा आवास योजना तथा मुख्यमंत्री आवास योजना से स्वीकृत कुटीरों का निर्माण निर्धारित समय सीमा में पूरा कराएं। अधूरे कपिल धारा कूपों का निर्माण पूरा कराकर हितग्राहियों को बुन्देलखण्ड विशेष पैकेज से सिंचाई पम्प उपलब्ध कराएं। बैठक में मनरेगा, पंच परमेश्वर योजना, आवास योजना, बीआरजीएफ, किचन शेड निर्माण, वाटर शेड मिशन के कार्यो, पंचायत भवन निर्माण तथा पेंशन वितरण की विकासखण्डवार समीक्षा की गई। बैठक में कार्यपालन यंत्री आरईएस आर.एस. देशवाली, अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी अशोक चतुर्वेदी, सभी जनपदों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, सहायक यंत्री, उपयंत्री तथा परियोजना अधिकारी उपस्थित रहे।
समाचार क्रमांक 2313-155
नामांकन पत्र के साथ देना होगा बिजली का अदेय प्रमाण पत्र
पन्ना 24 दिसंबर 14/पंचायत राज संस्थाओं में पन्ना जिले में तीसरे चरण में मतदान होगा। इसके लिए 31 दिसंबर से नामांकन पत्र भरने का क्रम आरंभ होगा। जिला पंचायत सदस्य, जनपद सदस्य, सरपंच तथा पंच पद के उम्मीदवारों को नामांकन पत्र के साथ बिजली बिलों का अदेय प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना अनिवार्य होगा। इस संबंध में कार्यपालन यंत्री पूर्वी क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी शरद विसेन ने बताया कि यदि कोई व्यक्ति पंचायत राज संस्थाओं के निर्वाचन के लिए नामांकन पत्र दाखिल करना चाहता है तो वह लंबित बिलों का भुगतान करके अदेय प्रमाण पत्र प्राप्त कर लें। बिजली बिलों के भुगतान तथा अदेय प्रमाण पत्र प्रदान करने के लिए सभी विद्युत वितरण केन्द्रों में अधिकारी तैनात किए गए हैं। परिवार में यदि माता-पिता, भाई-बहन एवं पुत्र पुत्री के नाम भी बिजली कनेक्शन है तो बकाया राशि का भुगतान करने पर ही अदेय प्रमाण पत्र दिया जाएगा।
समाचार क्रमांक 2314-156
निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति न होने पर नही होगा भुगतान-डाॅ0 तिवारी
पन्ना 24 दिसंबर 14/मातृ मृत्युदर एवं शिशु मृत्युदर पर प्रभावी नियंत्रण के लिए जिले में विशेष कार्ययोजना लागू की गई है। इस संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ0 एल.के. तिवारी ने बताया गया कि प्रमुख सचिव एवं लोक स्वास्थ्य परिवार कल्याण के निर्देश के अनुसार कार्ययोजना को लागू किया गया है। इसके तहत संविदा एवं नियमित चिकित्सा अधिकारी, बीसीएम डाटा एन्ट्री आपरेटर, लेखापाल, सुपरवाईजर, एलएचव्ही, एएनएम तथा एमपीडब्ल्यू पुरूष की वेतन एवं मानदेय का आहरण तब तक नही किया जाएगा जब तक की वे निर्धारित अनुपातिक उपलब्धि 31 दिसंबर तक पूर्ण नही कर लेते हैं। उन्होंने बताया कि एमसीटीसीएस साफ्टवेयर में पंजीयन शत प्रतिशत पूर्ण एएनसी 90 प्रतिशत अधिक, सम्पूर्ण टीकाकरण 90 प्रतिशत से अधिक, प्रसव का अपडेट 90 प्रतिशत से अधिक 31 दिसंबर तक अनुपातिक लक्ष्य पूर्ण कर लिया जाए। इसी प्रकार आशा साफ्टवेयर में सभी तरह की प्रवृष्टियां 90 से अधिक होनी चाहिए। एफएमआईएस की प्रवृष्टियां 80 प्रतिशत से अधिक होनी चाहिए। परिवार कल्याण साफ्टवेयर में महिला नसबन्दी पीपीआईयूसीडी, आईयूसीडी 80 प्रतिशत से अधिक प्रवृष्टियां होनी चाहिए। जिले के समस्त खण्ड चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए गए है कि इन बिन्दुओं की सतत समीक्षा की जाए। जिन कर्मचारियों की अनुपातिक उपलब्धि प्राप्त हो चुकी है उन्हें वेतन अथवा मानदेय का भुगतान किया जाए। जिन कर्मचारियों के द्वारा समय अवधि में लक्ष्य की पूर्ति नही की जा रही है उनके विरूद्ध कठोर दण्डात्मक कार्यवाही की जाए।
समाचार क्रमांक 2315-157
ठण्ड के कारण आंगनवाडी केन्द्रों के समय में परिवर्तन
पन्ना 24 दिसंबर 14/जिले में पिछले सप्ताहभर से ठण्ड का प्रकोप है। इसे ध्यान में रखते हुए जिलेभर में संचालित आंगनवाडी केन्द्रों के समय में परिवर्तन किया गया है। इस संबंध में कलेक्टर आर.के. मिश्रा ने बताया कि जिले में संचालित 1170 आंगनवाडी केन्द्र तथा 244 मिनी आंगनवाडी केन्द्र वर्तमान में प्रातः 9 बजे से दोपहर एक बजे तक संचालित होेते हैं। ठण्ड को ध्यान में रखते हुए इनके समय में परिवर्तन किया गया है। आगामी 31 जनवरी तक आंगनवाडी केन्द्र प्रातः 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक संचालित होंगे। उन्होंने सभी परियोजना अधिकारियों को परिवर्तित समय के अनुसार आंगनवाडी केन्द्र संचालित करने के निर्देश दिए हैं।
समाचार क्रमांक 2316-158

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