एनएसजी में भारत को निष्पक्ष ढंग से एवं गुणदोष के आधार पर समर्थन दे चीन - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


गुरुवार, 23 जून 2016

एनएसजी में भारत को निष्पक्ष ढंग से एवं गुणदोष के आधार पर समर्थन दे चीन

china-should-support-india-in-nsg-on-merit-basis
ताशकंद, 23 जून, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) में भारत की सदस्यता के मुद्दे पर आज चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ दो टूक शब्दों में बात की और उनसे कहा कि चीन भारत के आवेदन पर निष्पक्ष ढंग से और गुणदोष के आधार पर समर्थन दे। शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की शिखर बैठक भाग लेेने आज यहां पहुंचे श्री मोदी ने अपने पहले आधिकारिक कार्यक्रम में चीनी राष्ट्रपति से मुलाकात की और करीब पचास मिनट तक चली इस बैठक में श्री मोदी ने औपचारिक शिष्टाचार निभाने के बाद सीधे सीधे एनएसजी की सदस्यता के बारे में चर्चा शुरु कर दी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने बैठक के बाद एक बयान में बताया कि श्री शी जिनपिंग ने बातचीत के आरंभ में एससीआे में भारत की सदस्यता का स्वागत किया और कहा कि इससे संगठन को मजबूती मिलेगी। श्री मोदी ने एससीओ में भारत की सदस्यता का समर्थन करने के लिये चीनी राष्ट्रपति को धन्यवाद दिया। इसके बाद प्रधानमंत्री ने एनएसजी के पूर्ण सत्र में भारत की सदस्यता के आवेदन पर बातचीत शुरू कर दी।

कोई टिप्पणी नहीं: