प्रधानमंत्री ने मदनमोहन मालवीय की जयंती पर श्रद्धांजलि दी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

रविवार, 25 दिसंबर 2016

प्रधानमंत्री ने मदनमोहन मालवीय की जयंती पर श्रद्धांजलि दी


नयी दिल्ली 25 दिसम्बर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वतंत्रता सेनानी, पत्रकार, राजनेता एवं शिक्षाविद् पंडित मदनमोहन मालवीय की 155वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। श्री मोदी ने कहा, “मैं महामना पं. मदन मोहन मालवीय की जयन्ती पर श्रद्धावनत हूँ। उन्होंने भारत के इतिहास में अमिट योगदान दिया।” वर्ष 1861 में इलाहाबाद में जन्में पं. मालवीय ने 1916 में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय की स्थापना की थी। उनका निधन 12 नवम्बर 1946 को वाराणसी में हुआ था। वह 1924 से 1946 तक हिन्दुस्तान टाइम्स समूह के अध्यक्ष रहे। उन्होंने 1936 हिन्दी के सुप्रसिद्ध अखबार हिन्दुस्तान के स्थापना की थी जो आज हिन्दुस्तान टाइम्स समूह का हिस्सा है।

कोई टिप्पणी नहीं: