दरभंगा चर्च में जाने वाली पूर्वी मार्ग, कलवारी के सामने की दीवार और रास्ता भूस्खलन का शिकार हो गई..
दरभंगा (आर्यवर्त संवाददाता) बिहार के ज्यादातर हिस्सों में झमाझम बारिश का दौर जारी है. झमाझम बारिश ने पूरे क्षेत्र को बाढ़ की तरह हालात पैदा कर दी है. दरभंगा स्थित बेला दुल्ला में पानी सड़क पार कर घरो में घुसने को बेताब है वही कटरिया तथा दिलावरपुर में कई लोग अपने घरो को छोड़ ऊँचे स्थानों में शरण ले रहे है. ईसाई समुदाय की कब्रिस्तान में घुटने के ऊपर तक पानी का बहाव व भराव है.बता दें कि गत 25 जुलाई रात्रि 12:45 बजे दरभंगा चर्च में जाने वाली पूर्वी मार्ग, कलवारी के सामने की दीवार और रास्ता भूस्खलन का शिकार हो गई. जी यह हाल पिछले कुछ दिनों से लगातार मानसून की बारिश होने के बाद हुई है.इसके कारण बिहार में नदियां उफान पर हैं और ज्यादातर सड़कें जलमग्न हो गई हैं. मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है.नेपाल के तराई क्षेत्र में 1 अगस्त तक भारी बारिश का अलर्ट है.बिहार के 15 जिले किशनगंज, अररिया, कटिहार, पूर्णिया, सुपौल, मधुबनी, शिवहर, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण,पश्चिम चंपारण, गोपालगंज, सहरसा, मधेपुरा व खगड़िया रेड जोन में भारी बारिश से और तमाही मच सकती है.
इस बीच फादर वाल्टर सुशील ग्राबिएल ने खबर दी है कि पूरे बिहार के साथ - साथ उत्तर बिहार के मुज़फ्फरपुर धर्मप्रांत में स्थित दरभंगा पल्ली क्षेत्र के लोग तिहरा संकट से जूझ रहे हैं.एक तरफ लोग कोरोना महामारी की मार झेल रहे है,तो दूसरी ओर बारिश और तीसरी बाढ़.उन्होॆने कहा कि हर गली- मोहल्ले में अब कोरोना दस्तक देने लगा है, वहीं लगातार बारिश होने से अब लोगो का जीवन और भी बेहाल हो गया है. फादर ने कहा कि पूरे क्षेत्र में बाढ़ जैसी हालात है. दरभंगा स्थित बेला दुल्ला में पानी सड़क पार कर घरो में घुसने को बेताब है वही कटरिया तथा दिलावरपुर में कई लोग अपने घरो को छोड़ ऊँचे स्थानों में शरण ले रहे है। कब्रिस्तान में जहां घुटने के ऊपर तक पानी है वहीं गत 25 जुलाई रात्रि 12:45 बजे दरभंगा चर्च में जाने वाली पूर्वी मार्ग, कलवारी के सामने की दीवार और रास्ता भूस्खलन का शिकार हो गई. ग्रामीण इलाको का तो हालात और भी ज्यादा बद्तर है और लोग सडको पर शरण लेने को मज़बूर है.गौरतलब है कि कटरिया एवं दिलावरपुर में सालो भर लोग जल जमाव की समस्या से जूझते रहते है क्योंकि नाली का काम वर्षो से अधर में लटका हुआ है. बता दें कि दरभंगा में कमला नदी के बाद राज्य में बड़े पैमाने पर बाढ़ आ गई, भारी बारिश के कारण इसके किनारे टूट गए और हर कहीं पानी ही पानी है. दरभंगा के स्थानीय लोगों ने बताया, "बाढ़ के कारण 50 हजार से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं.100 घर बह गए हैं.". भागलपुर के भारी तबाही और बाढ़ के बाद एक स्कूल की इमारत का एक हिस्सा कोशी नदी में ढह गया. राहत की बात यह है कि किसी के मारे जाने या घायल होने की खबर नहीं है.
बिहार में बाढ़ के कारण हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं. दरभंगा-समस्तीपुर राजकीय उच्च पथ संख्या 50 एवं दरभंगा-जयनगर नेशनल हाईवे 527 बी पर कई जगहों पर बाढ़ का पानी सड़कों के ऊपर से बह रहा है.पथ निर्माण प्रमंडल, दरभंगा के कार्यपालक अभियंता पवन कुमार सिंह ने रविवार शाम बताया कि दरभंगा समस्तीपुर स्टेट हाईवे संख्या 50 पर 10वें किलोमीटर में डिलाही और रक्सी पूल एवं रक्शी पूल से विशनपुर तक में 4 जगहों पर बाढ़ का पानी ऊपर आ गया है. उन्होंने बताया कि डिलाही और रक्शी पूल के बीच 200 फीट की दूरी में सड़क पर ढाई फीट पानी बह रहा है वही तीन अन्य जगह पर एक से डेढ़ फीट तक पानी सड़कों पर है. उन्होंने बताया कि एहतियात के तौर पर सड़क पर सुरक्षाकर्मी तैनात कर दिए गए हैं और स्थिति की लगातार समीक्षा की जा रही है. सिंह ने बताया कि डिलाही के समीप सड़क पर दो से ढाई फीट पानी भरा है जो खतरनाक हो सकता है इस पर निगरानी रखी जा रही है.इसके अलावा रखती पुल से बिशनपुर के बीच बीच सड़क पर तीन जगहों पर पानी ओवरटॉप कर गया है इन जगहों पर एक से डेढ़ फीट तक पानी का बहाव सड़कों पर हो रहा है. दरभंगा-जयनगर राष्ट्रीय उच्च पथ संख्या 527 बी (NH-527B) पर भी केवटी थाना क्षेत्र के खिरमा गांव के समीप करीब 400 की दूरी में सड़क पर डेढ़ से दो फीट पानी है. यह सड़क दरभंगा से मधुबनी जिला के साथ जयनगर होते हुए भारत को नेपाल से जोड़ती है. सड़क पर बाढ़ का पानी आ जाने से गाडिय़ों की रफ़्तार पर ब्रेक लग गया है.बिहार के दरभंगा में अब बाढ़ का पानी लगातार अपना दायरा बढ़ाता जा रहा है. बाढ़ के इस पानी ने जहां लोगों की परेशानियां बढ़ा दी हैं, वही कुछ युवा इस पानी में सड़कों पर मस्ती करते भी दिखे जो बेहद खतरनाक हो सकता है. ऐहतियात के तौर पर NH की ओर से यहां एक गार्ड नियुक्त कर दिया गया है. वहीं पानी बढ़ने के कारण सुरक्षित यात्रा पर भी नजर रखने के लिए यहाँ पुलिस गस्त भी लगा दी गई है.
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