- पुलिस लाइन वाराणसी में हुआ व्यापक वृक्षारोपण अभियान, पर्यावरण संरक्षण का दिया संदेश
- पुलिसकर्मियों ने लिया संकल्प : न केवल लगाएंगे पौधे, बल्कि करेंगे उनकी देखरेख भी
“उत्तर प्रदेश का लक्ष्य : 37 करोड़ पौधे“
मोहित अग्रवाल ने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा चलाए जा रहे मेगा वृक्षारोपण अभियान की चर्चा करते हुए कहा कि राज्य में 37 करोड़ वृक्ष लगाने का संकल्प लिया गया है। “अगर हम इस लक्ष्य को ईमानदारी से प्राप्त करते हैं, तो तापमान में 2 से 3 डिग्री तक गिरावट संभव है। इससे न केवल जलवायु संकट में राहत मिलेगी बल्कि हवा की गुणवत्ता में भी जबरदस्त सुधार आएगा।“ उन्होंने कहा कि वाराणसी जैसे धार्मिक, सांस्कृतिक और पर्यटन नगरी में वृक्षारोपण का और भी अधिक महत्व है। “यहां हर वर्ष करोड़ों श्रद्धालु आते हैं, ऐसे में स्वच्छ हवा और संतुलित पर्यावरण हमारी जिम्मेदारी बन जाती है।“
प्रदूषण से लड़ाई का पहला हथियार है वृक्ष
पुलिस आयुक्त ने वर्तमान में शहरी जीवन में बढ़ती बीमारियों का जिक्र करते हुए कहा, “आज लोग सांस की बीमारियों, एलर्जी, त्वचा विकार और हृदय रोगों से पीड़ित हैं। इसका सबसे बड़ा कारण वायु प्रदूषण है।“ उन्होंने दिल्ली और नोएडा जैसे शहरों की उदाहरण देते हुए बताया कि कैसे वायु गुणवत्ता सूचकांक (।फप्) 400 से ऊपर चला जाता है और स्कूल-कॉलेज तक बंद करने की नौबत आ जाती है। “हमें समझना होगा कि यह चेतावनी है, प्रकृति से छेड़छाड़ अब जीवन पर भारी पड़ रही है।“
हर एक पौधा : एक जीवन रक्षा यंत्र
पुलिस आयुक्त ने कहा कि वृक्षारोपण केवल पर्यावरण बचाने का अभियान नहीं है, बल्कि यह आने वाली पीढ़ियों के लिए सुरक्षित भविष्य की नींव है। “आज जो पौधा हम रोपते हैं, वह कल सैकड़ों लोगों को शुद्ध हवा, जल संरक्षण और जीवन देगा।“ उन्होंने कहा कि “पुलिस जैसे अनुशासित बल को इस मुहिम में अग्रणी भूमिका निभानी चाहिए ताकि आमजन भी प्रेरित हों।“
वृक्षारोपण एक दिन नहीं, सतत साधना है
कार्यक्रम के अंत में पुलिस आयुक्त ने सभी अधिकारियों और जवानों को संदेश देते हुए कहा कि दृ “हम जिस धरती पर रहते हैं, उसका ऋण वृक्षारोपण से ही चुका सकते हैं। यह कोई एक दिन का आयोजन नहीं, बल्कि निरंतर चलने वाली साधना है।“ उन्होंने हर पौधे को अपनाने और उसके बड़े होने तक उसकी देखरेख करने की जिम्मेदारी लेने का आग्रह किया। “हमें प्रकृति का रक्षक बनना है, उपभोक्ता नहीं।“ इस वृक्षारोपण अभियान में एसपी, एडीसीपी, थाना प्रभारियों समेत बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी, एनसीसी कैडेट्स और अधिकारी शामिल हुए। सभी ने अपने-अपने हाथों से पौधे रोपे और उनकी सुरक्षा की शपथ ली। कार्यक्रम की विशेषता यह रही कि पौधे लगाने से पहले सभी को वृक्षों के महत्व पर एक छोटा पर्यावरणीय ब्रीफिंग भी दिया गया।
आने वाली पीढ़ी के लिए लगाएं पेड़
मोहित अग्रवाल ने उपस्थित पुलिसकर्मियों और युवाओं से अपील की कि वे इस अभियान को सिर्फ एक औपचारिकता न समझें, बल्कि इसे अपने जीवन का संकल्प बनाएं। उन्होंने कहा, “आज जब आप एक पौधा अपने हाथ में लेकर उसे धरती में रोपित करते हैं, तो आप केवल एक पेड़ नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ वायु, छाया और जल संरक्षण की नींव रख रहे हैं।“
स्वस्थ जीवन की कुंजी : हरित वातावरण
उन्होंने कहा कि आज एलर्जी, दमा और अन्य श्वास संबंधी बीमारियाँ बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक को प्रभावित कर रही हैं। “इन सबका मूल कारण प्रदूषण है और इसका समाधान वृक्षारोपण है।“ उन्होंने इस अभियान को जनांदोलन बनाने की अपील करते हुए कहा कि “पेड़ लगाना केवल सरकारी दायित्व नहीं, बल्कि हम सबकी सामाजिक और नैतिक जिम्मेदारी भी है।“ कार्यक्रम में अनेक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, प्रशासनिक प्रतिनिधि, जवान और कर्मचारी उपस्थित रहे। सभी ने पर्यावरण बचाने के इस पुनीत कार्य में सहभागिता निभाने का संकल्प लिया।

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