बैंकों का समूह नकदी संकट से जूझ रही किंगफिशर एयरलाइंस को कर्ज दे सकता है, ताकि कंपनी कारोबार में बनी रहे। सूत्रों के अनुसार, भारतीय स्टेट बैंक के नेतृत्व में 13 बैंकों का समूह एयरलाइन को अल्पकालिक कोष देने पर विचार कर रहा है, लेकिन कंपनी को कितनी राशि दी जाए, इसके बारे में निर्णय अभी नहीं हो पाया है।
सूत्रों के अनुसार, प्रत्येक बैंक को इस बारे में अपने निदेशक मंडल से मंजूरी लेनी होगी। इस प्रक्रिया में कुछ समय लगेगा। अभी बैंकों या किंगफिशर की तरफ से इस रिपोर्ट के बारे में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गयी है। समझा जाता है कि भारतीय स्टेट बैंक करीब 1,500 करोड़ रुपये देने पर सहमत हो गया है।
इस बारे में संपर्क किये जाने पर एसबीआई के चेयरमैन प्रतीप चौधरी ने कुछ भी कहने से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि ग्राहकों की गोपनीयता उन्हें किसी कंपनी विशेष के बारे में बात करने से मना करती है। नागर विमानन मंत्री अजित सिंह ने कहा कि ईंधन आयात तथा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की सीमा को उदार बनाए जाने के मंत्रालय के हाल के कदम से विमानन कंपनियों को कारोबार को व्यावहारिक बनाने में मदद मिली है।
सिंह ने यहां कहा कि इसीलिए, बैंक उन्हें कर्ज दे सकते हैं, यह अच्छा है। यह पूछे जाने पर क्या एसबीआई किंगफिशर एयरलाइंस को कर्ज दे रहा है, वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी ने कहा कि मैं इस पर इस पर टिप्पणी नहीं कर सकता है। जब भी ऐसा कुछ होगा, आपको पता चल जाएगा। केंद्रीय उत्पाद एवं सीमा शुल्क बोर्ड के चेयरमैन एस के गोयल ने कहा कि किंगफिशर पर 70 करोड़ रुपये का कर्ज है। उसने इसकी अदायगी किस्तों में करने का आश्वासन दिया है। कंपनी ने दिसंबर में 10 करोड़ रुपये तथा जनवरी में 20 करोड़ रुपये दिये हैं। उन्हें फरवरी में 20 करोड़ रुपये देने हैं।
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